प्रकृति और पर्यावरणस्लेंडर लॉरिस को बचाने की जद्दोजहद06:00This browser does not support the video element.प्रकृति और पर्यावरण24.06.2021२४ जून २०२१बड़ी बड़ी आंखों वाले स्लेंडर लॉरिस के बारे में 18वीं सदी में सबसे पहले पता चला. तमिलनाडु में तो इन्हें जादुई माना जाता है, और इसी वजह से इनकी जान पर बन आई है. अगर ये लुप्त हो जाते हैं तो ईकोसिस्टम को भी भारी नुकसान होगा.लिंक कॉपी करेंविज्ञापन