1. कंटेंट पर जाएं
  2. मेन्यू पर जाएं
  3. डीडब्ल्यू की अन्य साइट देखें
अपराधभारत

पंजाब: गानों में हिंसा और हथियार दिखाने पर रोक

आमिर अंसारी
१४ नवम्बर २०२२

पंजाब सरकार ने राज्य में गानों और सोशल मीडिया पर बंदूक और हथियारों के प्रदर्शन पर रोक लगा दी है.पंजाब के गृह मंत्रालय के आदेश में कहा गया है कि बंदूक और हिंसा का महिमामंडन करने वाले गीतों को सख्ती से प्रतिबंधित किया जाए.

तस्वीर: Manish Kumar/DW

गृह मंत्रालय के आदेश में कहा गया है कि बंदूक और हिंसा का महिमामंडन करने वाले गीतों को सख्ती से प्रतिबंधित किया जाएगा. सार्वजनिक कार्यक्रमों, सामाजिक समारोहों, शादी समारोहों और धार्मिक स्थलों पर हथियार ले जाने और उसे प्रदर्शित करने पर पूर्ण प्रतिबंध लगा दिया गया है.

पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान ने राज्य में बंदूक संस्कृति पर लगाम लगाने के इरादे से रविवार को कड़े आदेश जारी किए. सरकार ने फैसला किया है कि राज्य में अब तक जारी सभी शस्त्र लाइसेंसों की तीन महीने के अंदर समीक्षा होगी और बिना ठोस कारण के नए लाइसेंस जारी नहीं होंगे.

पब्लिक में बंदूक लेकर चलना लोगों का हक हैः अमेरिकी सुप्रीम कोर्ट

आधिकारिक सरकारी बयान के मुताबिक मुख्यमंत्री के निर्देश पर प्रमुख गृह सचिव ने इस संबंध में पुलिस महानिदेशक, पुलिस आयुक्तों, वरिष्ठ पुलिस अधीक्षकों समेत प्रशासनिक अधिकारियों को पत्र लिखा है. पत्र में राज्य में मौजूद सभी हथियार लाइसेंसों की समीक्षा करने के लिए कहा गया है. इस पत्र में यह भी लिखा है कि अगर पिछले समय के दौरान किसी भी समाज विरोधी तत्व को लाइसेंस जारी किया गया था, तो उसे तुरंत रद्द किया जाए.

पंजाब सरकार ने यह फैसला ऐसे में लिया है जब विपक्षी पार्टियां राज्य की कानून व्यवस्था की आलोचना कर रही है. पंजाब में हाल ही में दो बड़ी वारदात हुई थी जिसको लेकर विपक्ष बिगड़ती कानून व्यवस्था को लेकर सरकार पर हमलावर है. नवंबर के महीने में शिवसेना (टकसाली) के नेता सुधीर सूरी और उसके बाद डेरा सच्चा सौदा के एक अनुयायी की गोली मारकर हत्या कर दी गई थी.

सऊदी महिलाओं का नया शौक, हथियार चलाने की ट्रेनिंग

हथियारों और हिंसा का महिमामंडन करने वाले गानों पर सख्ती

सरकार ने अपने आदेश में कहा है कि ऐसे गानों पर रोक लगाई जाए, जिनमें हथियारों का प्रदर्शन और हिंसा का महिमामंडन होता है. हाल के सालों में पंजाबी गानों में हथियारों, हिंसा और  उग्र प्रदर्शन आम हो चला है. गायक अपनी एल्बम को हिट कराने के लिए बंदूकों और हिंसा का सहारा लेते हैं.

पंजाबी गायक सिद्धू मूसेवाला की हत्या हुई थीतस्वीर: MATRIXPICTURES/picture alliance

कई गैंग भी सोशल मीडिया पर किसी वारदात को अंजाम देने के बाद उसकी जिम्मेदारी लेने के लिए सोशल मीडिया का सहारा लेते हैं. पंजाबी गायक सिद्धू मूसेवाला की सरेआम गोली मारकर हत्या कर दी गई थी.

28 वर्षीय सिद्धू मूसेवाला का असली नाम शुभदीप सिंह सिद्धू था. वह मानसा जिले के मूसेवाला गांव के रहने वाले थे. पिछले कुछ सालों में उन्होंने कई चर्चित पंजाबी गीत गाए थे, जिसके बाद वह पंजाबी म्यूजिक उद्योग का एक बड़ा नाम बन गए गए थे.

मूसेवाला के नाम के साथ कई विवाद भी जुड़े थे. अक्सर उन पर बंदूक-संस्कृति को बढ़ावा देने के आरोप लगते थे. उनके एक गीत ‘संजू' को लेकर तो उन पर मुकदमा भी दर्ज हुआ था क्योंकि कुछ लोगों ने इस गीत को हिंसा भड़काने वाला माना था.

सोशल मीडिया पर एके-47 राइफल चलाते मूसेवाला की तस्वीरें पोस्ट होने के बाद उन पर बरनाला पुलिस ने आर्म्स एक्ट और डिजास्टर मैनेजमेंट एक्ट के तहत भी मुकदमा दर्ज कर रखा था. इन तस्वीरों में मूसेवाला को एक फायरिंग रेंज पर एके-47 से गोलियां चलाते देखा जा सकता था.

इस विषय पर और जानकारी को स्किप करें
डीडब्ल्यू की टॉप स्टोरी को स्किप करें

डीडब्ल्यू की टॉप स्टोरी

डीडब्ल्यू की और रिपोर्टें को स्किप करें

डीडब्ल्यू की और रिपोर्टें