चेन्नई की अन्ना यूनिवर्सिटी में एक छात्रा से बलात्कार की घटना ने पूरे प्रदेश को हिलाकर रख दिया है. यूनिवर्सिटी कैंपस में महिला सुरक्षा पर भी सवाल खड़े हो रहे हैं. मद्रास हाई कोर्ट ने इस मामले पर स्वत: संज्ञान लिया है.
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पीड़ित लड़की अन्ना यूनिवर्सिटी में इंजीनियरिंग की सेकंड ईयर की छात्रा है. 23 दिसंबर की रात आठ बजे वह यूनिवर्सिटी के कैंपस में एक सुनसान जगह पर अपने दोस्त के साथ बातचीत कर रही थी. घटना के संदर्भ में इंडियन एक्सप्रेस ने एक पुलिस अधिकारी के हवाले से लिखा, "आरोपी ज्ञानसेकरन ने छात्रों को धमकाते हुए कहा कि उसने उनका वीडियो बना लिया है. फिर उसने मांग की कि पुरुष दोस्त चला जाए, इसके बाद पीड़िता के साथ यौन शोषण किया गया."
इस पुलिस अधिकारी ने आगे बताया, "हमने उसका मोबाइल बरामद कर लिया है, जिसमें अपराध के सबूत हैं, जिसे उसने रिकॉर्ड किया था. अब हम मोबाइल की जांच कर रहे हैं, ताकि पता लगाया जा सके कि क्या उसने और भी ऐसे अपराध किए और सबूत मिटाए हैं."
मीडिया रिपोर्टों के मुताबिक घटना के अगले दिन यानी, 24 दिसंबर को छात्रा ने पुलिस से संपर्क किया और यौन उत्पीड़न की रोकथाम के लिए यूनिवर्सिटी की आंतरिक शिकायत समिति में शिकायत दर्ज कराई. भारतीय न्याय संहिता की धारा 64 के तहत मामला दर्ज किया गया और कोट्टूरपुरम की महिला पुलिस ने आरोपी ज्ञानसेकरन को पकड़ने के लिए चार टीमें बनाईं. राजधानी में हुई इस घटना ने पूरे राज्य को झकझोर कर रख दिया है. छात्रों ने साथी छात्रा के साथ हुई घटना के विरोध में कैंपस के बाहर विरोध प्रदर्शन भी किया.
कौन है आरोपी
पुलिस ने 37 साल के आरोपी ज्ञानसेकरन को गिरफ्तार किया है. उसके बारे में बताया जा रहा है कि वह सड़क किनारे बिरयानी बेचता है. पुलिस ने कहा कि वह पहले भी चोरी और घर में घुसने समेत कम से कम 13 छोटे-मोटे अपराधों में शामिल रहा है. ज्ञानसेकरन के खिलाफ भारतीय न्याय संहिता (बीएनएस), 2023 की धारा 63, 64 और 75 के तहत मामला दर्ज किया गया है.
गुरुवार को ग्रेटर चेन्नई के पुलिस कमिश्नर ए अरुण ने पत्रकारों को संबोधित करते हुए कहा कि पुलिस ने अन्ना यूनिवर्सिटी की छात्रा के बलात्कार मामले में तुरंत कार्रवाई करते हुए 24 घंटे के भीतर मामले को सुलझा लिया. साथ ही उन्होंने यह भी बताया कि अब तक की जांच के मुताबिक ज्ञानसेकरन ही इस अपराध में शामिल है. पुलिस कमिश्नर ने इस थ्योरी को भी खारिज कर दिया कि अपराध में और भी आरोपी शामिल हैं.
कोलकाता रेप और मर्डर: गुस्से में देश और सदमे में दुनिया
कोलकाता की एक ट्रेनी डॉक्टर के साथ जो कुछ हुआ उसने सभी को हिलाकर रख दिया है. समाज का हर वर्ग रोष में है और इंसाफ की मांग कर रहा है. तस्वीरों में देखिए, देश और विदेश में इंसाफ की मांग करते आम लोग.
तस्वीर: Priyanshu Singh/REUTERS
ट्रेनी डॉक्टर की रेप के बाद हत्या
कोलकाता में 9 अगस्त 2024 को आरजी कर मेडिकल कॉलेज और अस्पताल के सेमिनार हॉल में एक ट्रेनी डॉक्टर मृत पाई गई थी. उसकी रेप के बाद के बाद हत्या कर दी गई थी. इस मामले में अब तक एक आरोपी गिरफ्तार किया गया है.
तस्वीर: Satyajit Shaw/DW
भारत में महिला सुरक्षा पर सवाल
एक ट्रेनी डॉक्टर के साथ रेप की वारदात के बाद भारत में महिला सुरक्षा के मुद्दे पर गंभीर सवाल उठ रहे हैं.
कोलकाता में हुए रेप के विरोध में भारत के कई शहरों में प्रर्दशन हुए. मेडिकल क्षेत्र से जुड़े पेशेवर कार्यस्थल पर अधिक सुरक्षा की मांग कर रहे हैं. 17 अगस्त को भारत के प्रयागराज में विरोध मार्च निकालते सीनियर और रेजिडेंट डॉक्टर.
तस्वीर: Ritesh Shukla/Getty Images
कोलकाता में सियासी तनाव
पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के सामने यह घटना बड़ी राजनैतिक चुनौती लेकर आई है. प्रदेश में विपक्षी दल उनके इस्तीफे की मांग कर रहे हैं. इंडिया गठबंधन की सहयोगी पार्टी कांग्रेस ने ममता सरकार के उठाए कदमों पर सवाल खड़ा किया है. लोकसभा में नेता विपक्ष राहुल गांधी पीड़ित परिवार को न्याय दिलाने की मांग कर चुके हैं.
तस्वीर: Satyajit Shaw/DW
शहर-शहर रोष
भारत के लगभग सभी बड़े शहरों में कोलकाता की उस ट्रेनी डॉक्टर के पीड़ित परिवार को इंसाफ दिलाने की मांग को लेकर विरोध प्रदर्शन हुए. साथ ही प्रदर्शनों में कार्य स्थल पर महिलाओं की सुरक्षा सुनिश्चित करने की मांग की गई.
तस्वीर: Dibyangshu Sarkar/AFP/Getty Images
सीबीआई जांच और सुप्रीम कोर्ट में मामला
कोलकाता रेप एंड मर्डर केस की जांच केंद्रीय जांच ब्यूरो कर रही है और लेकिन सुप्रीम कोर्ट ने इस मामले पर खुद से संज्ञान ले लिया और 20 अगस्त को पहली सुनवाई हुई. सुनवाई के दौरान सुप्रीम कोर्ट ने कहा, "हम डॉक्टरों, खासकर महिला और युवा डॉक्टरों की सुरक्षा को लेकर चिंतित हैं."
तस्वीर: Satyajit Shaw/DW
निर्भया याद है!
2012 में दिल्ली में चलती बस में एक लड़की से गैंग रेप हुआ था. दोषियों ने उस लड़की के साथ सारी हदें पार कर दी थीं. निर्भया की मां ने कोलकाता मामले पर गुस्सा जाहिर किया और मांग की कि ममता बनर्जी को अपने पद से इस्तीफा दे देना चाहिए. उन्होंने कहा कि 2012 से कुछ नहीं बदला है.
तस्वीर: Satyajit Shaw/DW
गुस्से में हर वर्ग
कोलकाता में जो कुछ भी हुआ उसने समाज के हर वर्ग को झकझोर कर रख दिया है. हर कोई अपने तरीके से विरोध जताने के लिए सड़क पर उतर आया है. खिलाड़ी, अभिनेता या आम आदमी, हर कोई उस ट्रेनी डॉक्टर के लिए इंसाफ की मांग कर रहे हैं. इस तस्वीर में बंगाली फिल्म इंडस्ट्री के डायरेक्टर श्रीजीत मुखर्जी नजर आ रहे हैं.
तस्वीर: Subrata Goswami/DW
जर्मनी में भी विरोध प्रदर्शन
भारतीय समुदाय के लोगों ने जर्मनी के एसन और कोलोन शहरों में बीते दिनों विरोध प्रदर्शन किया और न्याय की मांग की. जर्मनी में बंगाली समुदाय के युवाओं ने शहर के मुख्य चौराहे पर इंसाफ की मांग को लेकर एक सभा भी की.
तस्वीर: Arindam Choudhury
सदमे में भारतीय समुदाय
यह तस्वीर ऑस्ट्रेलिया के मेलबर्न शहर की है. यहां पर 19 अगस्त को भारतीय समुदाय ने पीड़ित परिवार को न्याय दिलाने को लेकर विरोध प्रदर्शन का आयोजन किया. लोगों ने पोस्टर और बैनर के साथ महिलाओं की सुरक्षा को महत्व देने की मांग की.
तस्वीर: Anirban Datta
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पीड़िता की पहचान लीक हुई
यूनिवर्सिटी कैंपस में बलात्कार के मामले पर मद्रास हाईकोर्ट ने शुक्रवार को खुद से संज्ञान लिया और राज्य सरकार को रिपोर्ट पेश करने को कहा. जस्टिस एसएम सुब्रमण्यम और जस्टिस वी लक्ष्मीनारायणन की बेंच ने एक वकील की ओर से लिखे गए पत्र के आधार पर खुद से सुनवाई शुरू की है.
इस बीच चेन्नई पुलिस की पीड़िता की पहचान उजागर करने को लेकर भी आलोचना हो रही है और राष्ट्रीय महिला आयोग ने राज्य के डीजीपी शंकर जिवाल को पत्र लिखकर इस पर कार्रवाई करने को कहा है.
आयोग की अध्यक्ष विजया किशोर रहाटकर ने पत्र लिखकर कहा कि एफआईआर का लीक होना भारतीय न्याय संहिता, 2023 की धारा 72 का उल्लंघन है. पत्र में कहा गया है कि यह लीक निपुण सक्सेना बनाम भारत संघ मामले में सुप्रीम कोर्ट की ओर से जारी दिशा-निर्देशों का भी उल्लंघन है. आयोग ने कहा कि इसके लिए जिम्मेदार पुलिस अधिकारियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जानी चाहिए क्योंकि उनसे पीड़ित की पहचान उजागर हुई है.
एफआईआर लीक होने के मामले पर पुलिस कमिश्नर ए अरुण ने कहा कि हो सकता है कि सॉफ्टवेयर में गड़बड़ी के कारण एफआईआर डाउनलोड हो गई हो. उन्होंने कहा कि लीक की जांच के लिए एक अलग एफआईआर दर्ज की गई है.
रेप की इस घटना ने तमिलनाडु की राजनीति में भी उथल पुथल मचा दिया है, एक ओर छात्र विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं तो दूसरी तरफ बीजेपी और एआईएडीएमके के कार्यकर्ता सरकार के खिलाफ सड़क पर उतर आए हैं.
शुक्रवार को तमिलनाडु बीजेपी अध्यक्ष अन्नामलाई ने राज्य सरकार के खिलाफ खुद पर कोड़े बरसा कर विरोध प्रदर्शन किया. उन्होंने राज्य सरकार की आलोचना करते हुए कहा कि वह छात्रों, खासकर महिलाओं की सुरक्षा सुनिश्चित करने में असमर्थ है.
कॉलेज हो या दफ्तर महिलाओं के खिलाफ यौन हिंसा की खबरें आए दिन आते रहती हैं. इसी साल 9 अगस्त को कोलकाता के आरजी कर मेडिकल कॉलेज में एक पीजी ट्रेनी महिला डॉक्टर की बलात्कार के बाद हत्या कर दी गई. यह घटना अस्पताल परिसर के सेमिनार हॉल में हुई थी. घटना के बाद पूरे देश में अलग अलग जगहों पर डॉक्टरों ने प्रदर्शन किए और कार्यस्थल पर अधिक सुरक्षा की मांग की गई. इस घटना के विरोध में देश में ही नहीं बल्कि विदेश में विरोध प्रदर्शन हुए थे और पीड़िता के लिए न्याय की मांग की गई.
साल 2023 में राष्ट्रीय अपराध रिकॉर्ड ब्यूरो (एनसीआरबी) की ओर से जारी वार्षिक रिपोर्ट के अनुसार, 2021 के मुकाबले 2022 में महिलाओं के प्रति अपराध में चार प्रतिशत का इजाफा हुआ. देश में अपराध के 58 लाख से ज्यादा मामले दर्ज किए गए, जिनमें महिलाओं के प्रति अपराध के करीब साढ़े चार लाख मामले थे. मतलब हर घंटे औसतन करीब 51 एफआइआर दर्ज हुई.
आंकड़ों के मुताबिक, 2022 में महिलाओं के खिलाफ लगभग 4,50,000 अपराध दर्ज किए गए. इन अपराधों में से सात फीसदी से अधिक बलात्कार से जुड़े थे.
यह भी पता चला है कि महिलाओं के विरूद्ध अपराध करने वाले अधिकतर लोगों में उनके पति या रिश्तेदार शामिल थे. रिपोर्ट के अनुसार 2022 में शहरों में हुए अपराध के मामलों में दिल्ली पहले नंबर और मुंबई दूसरे नंबर पर है. इसके बाद बेंगलुरु, जयपुर और अहमदाबाद का नंबर है. दूसरी तरफ प्रति लाख आबादी पर दर्ज किए गए संज्ञेय अपराध के मामले में तीसरी बार कोलकाता को सबसे सुरक्षित शहर बताया गया. इसके बाद पुणे और हैदराबाद सबसे सुरक्षित शहर पाए गए हैं.
महिलाओं के लिए सबसे सुरक्षित देश
एक स्पैनिश महिला के साथ बलात्कार की घटना के बाद भारत में महिलाओं की सुरक्षा का मुद्दा एक बार फिर सुर्खियों में है.जॉर्जटाउन इंस्टिट्यूट के 2023 विमिन पीस एंड सिक्यॉरिटी इंडेक्स में भारत की रैंकिंग काफी नीचे है.
तस्वीर: Vuk Valcic/imago images/ZUMA Wire
कितनी सुरक्षित हैं महिलाएं
जॉर्जटाउन इंस्टिट्यूट के विमिन पीस एंड सिक्यॉरिटी इंडेक्स में महिलाओं की सुरक्षा और अन्य क्षेत्रों में स्थिति को लेकर 177 देशों की रैंकिंग जारी की गई. इस इंडेक्स के मुताबिक कहीं भी महिलाओं की स्थिति को बेहतरीन नहीं कहा जा सकता. लेकिन कुछ क्षेत्रों में स्थिति बाकी दुनिया के मुकाबले कहीं ज्यादा खराब है.
तस्वीर: Vuk Valcic/imago images/ZUMA Wire
सबसे सुरक्षित देश
इस इंडेक्स में जिन देशों को सबसे अच्छी रैंकिंग मिली उनमें डेनमार्क सबसे ऊपर था. पहले दस देशों में नौ यूरोप के देश हैं. ये हैं – डेनमार्क, स्विट्जरलैंड, स्वीडन, फिनलैंड, लग्जमबर्ग, आइसलैंड, नॉर्वे, ऑस्ट्रिया और नीदरलैंड्स. 10वें नंबर पर न्यूजीलैंड है, जबकि ऑस्ट्रेलिया 11वें नंबर पर है.
तस्वीर: Michael Zemanek/Shutterstock/IMAGO
सबसे असुरक्षित देश
इंडेक्स में सबसे खराब रैंकिंग अफगानिस्तान की है. वह 177 देशों में सबसे नीचे है. उसके बाद यमन, सेंट्रल अफ्रीकन रिपब्लिक, डीआर कांगो, साउथ सूडान, बुरूंडी, सीरिया, एस्टाविनी, सोमालिया और इराक का नंबर है.
तस्वीर: Rodrigo Abd/AP/picture alliance
भारत की रैंकिंग
इंडेक्स तैयार करने के लिए हर देश में महिलाओं की स्थिति को 13 पैमानों पर परखा गया. 177 देशों की इस सूची में भारत को 128वां स्थान मिला.
तस्वीर: Anupam Nath/AP Photo/picture alliance
कहां है भारत
विशेषज्ञों ने महिलाओं की स्थिति के हिसाब से दुनिया को पांच हिस्सों में बांटा है. इन पांच में भारत ठीक बीच में यानी तीसरे नंबर के देशों में आता है. यानी दुनिया के दो हिस्से ऐसे हैं जहां महिलाओं की स्थिति भारत से बेहतर है और दो में भारत से खराब है. लेकिन अधिकतर देश पिछले तीन हिस्सों में आते हैं.
तस्वीर: Channi Anand/AP Photo/picture alliance
भारत के पड़ोसी
महिला सुरक्षा के मामले में भारत का पड़ोसी पाकिस्तान 158वें नंबर पर यानी भारत से काफी नीचे है जबकि चीन 82वें नंबर पर है. श्रीलंका की रैंकिंग 60वीं है जबकि नेपाल 112वें नंबर पर है. बांग्लादेश (131) और म्यांमार (165) भी भारत से नीचे हैं.