अमेरिका में हिलेरी क्लिंटन और डॉनल्ड ट्रंप के बीच पहली डिबेट खत्म हो गई है. डेढ़ घंटे चली अमेरिका की पहली प्रेजिडेंशल डिबेट की चर्चा ट्रंप के झूठ के कारण हो रही है.
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अमेरिकी राष्ट्रपति चुनाव की अब तक की शायद सबसे विवादास्पद और चर्चित प्रेजिडेंशल डिबेट के बाद दुनिया में चर्चा इस बात की हो रही है कि रिपब्लिकन उम्मीदवार डॉनल्ड ट्रंप ने कितने झूठ बोले. ट्रंप ने डिबेट में कई बार गलतबयानी की और अपनी ही कही बातों से मुकर गए. ऐसा डिबेट के पहले 15 मिनट के अंदर ही हो गया, जब वह ग्लोबल वॉर्मिंग को षडयंत्र बताने वाले अपने बयान से मुकर गए.
पहला झूठ
डिबेट के दौरान ट्रंप ने कहा कि वह ग्लोबल वॉर्मिंग को एक झूठा षड्यंत्र नहीं मानते और ऐसा उन्होंने कभी नहीं कहा. लेकिन एक से ज्यादा बार ट्रंप ऐसा कह चुके हैं. उन्होंने इस बारे में कई बार ट्वीट किया है कि ग्लोबल वॉर्मिंग एक अफवाह है जिसे चीन ने जन्म दिया है. बीते साल सितंबर में सीएनएन को दिए एक इंटरव्यू में उन्होंने कहा था कि वह क्लाइमेट चेंज में विश्वास नहीं करते.
दूसरा झूठ
प्रेजिडेंशल डिबेट के दौरान जब बात अमेरिकी विदेश नीति की आई तो डॉनल्ड ट्रंप ने कहा कि इराक पर हमला करना एक गलत कदम था और वह हमेशा इसके खिलाफ रहे हैं. उन्हें फौरन टोका गया कि वह तो इराक युद्ध के समर्थक थे. इस पर उन्होंने कहा कि वह कभी इराक युद्ध के समर्थक नहीं रहे. लेकिन यह गलतबयानी थी. कई इंटरव्यू के दौरान उन्होंने इराक पर अमेरिकी हमले का समर्थन किया था. तत्कालीन अमेरिकी राष्ट्रपति जॉर्ज डब्ल्यू बुश के इराक हमले के फैसले के कुछ ही दिन बाद फॉक्स टीवी को दिए एक इंटरव्यू में उन्होंने कहा था, "सेना की दृष्टि से तो यह एक जोरदार सफलता लगती है."
तीसरा झूठ
डॉनल्ड ट्रंप इस बात से भी मुकर गए कि उन्होंने कर्मचारियों की प्रेग्नंसी को एक परेशानी बताया था. जब डिबेट के दौरान डेमोक्रैट उम्मीदवार हिलेरी क्लिंटन ने यह बात उठाई तो ट्रंप ने कहा, "मैंने ऐसा कभी नहीं कहा." लेकिन यह सच नहीं है. उन्होंने 2004 में दिए एक इंटरव्यू में साफ साफ कहा था कि यह एक परेशानी है. ट्रंप के शब्द थे, "प्रेग्नेंसी एक शानदार चीज है लेकिन बिजनस के लिए यह एक परेशानी है."
तस्वीरों में: देखिए, क्या क्या बोल जाते हैं ट्रंप
क्या क्या नहीं कहते डॉनल्ड ट्रंप!
डॉनल्ड ट्रंप को पसंद या नापसंद करना अलग बात है लेकिन इसमें कोई दोराय नहीं कि ट्रंप एक बेहतरीन एंटरटेनर हैं. वे जानते हैं कि लोगों का ध्यान खींचने के लिए किस तरह के बयान देने हैं. पेश हैं ट्रंप की कही दस अजीबोगरीब बातें..
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7/11?
"मैं वहीं था, मैंने पुलिस और दमकल कर्मियों को देखा था, 7/11 को, वर्ल्ड ट्रेड सेंटर पर, इमारत ढहने के ठीक बाद." ट्रंप 9/11 की बात कर रहे थे लेकिन तारीख में थोड़ा सा चूक गए.
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साइज का मामला!
"मेरे हाथ देखिए, क्या आपको ये छोटे लगते हैं? लोग कहते हैं कि अगर हाथ छोटे हैं, तो कुछ और भी छोटा होगा. मैं आपको गारंटी देता हूं, मुझे ऐसी कोई दिक्कत नहीं हैं!" ट्रंप यहां अपने गुप्तांग का गुणगान कर रहे थे.
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संभल कर टेड!
"टेड क्रूज ने अपने कैम्पेन के लिए मेलानिया की एक तस्वीर का इस्तेमाल किया है. ध्यान रहे टेड, मैं भी तुम्हारी पत्नी की पोल खोल सकता हूं." डॉनल्ड ट्रंप की पत्नी मेलानिया ट्रंप की कई न्यूड तस्वीरें इंटरनेट में फैली हैं, जिन्हें अब अखबार भी छापने लगे हैं.
तस्वीर: Reuters/M. Segar
बेटी संग डेट?
"इवांका अगर मेरी बेटी ना होती, तो शायद मैं उसे डेट कर रहा होता." इवांका ट्रंप 34 साल की हैं. बाप बेटी की 20 साल पहले ली गयी एक तस्वीर पर भी काफी बवाल हुआ जिसमें इवांका पिता की गोद में बैठी हैं.
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बड़बोले ट्रंप!
"अगर हिलेरी क्लिंटन अपने पति को संतुष्ट नहीं कर सकती हैं, तो वो यह कैसे सोच सकती हैं कि वो पूरे अमेरिका को संतुष्ट कर देंगी?" ट्रंप का इशारा बिल क्लिंटन और मोनिका लेविंस्की के अफेयर की तरफ था.
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जुमलेबाज ट्रंप?!
"मैं एक बड़ी सी दीवार बनाऊंगा, और यकीन मानिए, मुझसे अच्छी दीवारें कोई भी नहीं बना सकता. मैं देश की दक्षिणी सीमा पर यह बड़ी सी दीवार बनाऊंगा और मेक्सिको से उसके पैसे भी वसूल लूंगा."
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ये ब्रेक्जिट, ब्रेक्जिट क्या है?
"मैं अभी स्कॉटलैंड पहुंचा. यहां तो वोट के चलते तहलका मचा है. इन लोगों ने अपने देश को वापस जीत लिया है, वैसे ही जैसे हम अमेरिका को वापस जीत लेंगे." ट्रंप को शायद ब्रेक्जिट के आंकड़े समझ नहीं आए. स्कॉटलैंड ने ईयू में बने रहने के लिए वोट दिया था.
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रूस, सुन रहा है ना तू?
"रशिया, अगर तुम सुन रहे हो, मैं उम्मीद करता हूं कि तुम उन 30,000 ईमेल्स को ढूंढ सकोगे जो गायब हैं." ट्रंप यहां रूस को निमंत्रण दे रहे थे कि वह हिलेरी क्लिंटन के अकाउंट को हैक करे.
तस्वीर: picture alliance/AP Photo/E. Vucci
शब्दों से नहीं, असली वार?
"हिलेरी क्लिंटन सेकंड अमेंडमेंट को हटा देना चाहती हैं. जिस दिन सत्ता उनके हाथ में आ गयी, आप कुछ भी नहीं कर सकेंगे. पर शायद सेकंड अमेंडमेंट वाले लोग कुछ कर सकें, क्या पता!" यहां ट्रंप गन लॉबी को क्लिंटन की ओर बंदूकें मोड़ने की सलाह दे रहे हैं.
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मैं और मेरा आईक्यू!
"मैं सबसे ज्यादा आईक्यू वाले लोगों में से हूं और आप सब यह बात जानते हैं. इसमें खुद को मूर्ख या असुरक्षित महसूस करने की कोई जरूरत नहीं है, इसमें आपकी कोई गलती नहीं है!"
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डॉनल्ड ट्रंप के बारे में अमेरिकी मीडिया ने डिबेट के बाद लिखा है कि 90 मिनट की डिबेट में उन्होंने लगातार गलत तथ्य पेश किए और अपने ही बयानों से मुकर गए. सीएनएन ने अपनी एक खबर में लिखा है, "'स्टेज पर सिर्फ 90 मिनट में ट्रंप ने बेहयाई के साथ कई झूठे दावे किए जबकि क्लिंटन तथ्यों पर टिकी रहीं."
रिपोर्ट: विवेक कुमार
यह भी जानिए कि कितने अमीर है ट्रंप
आखिर कितने अमीर हैं डॉनल्ड ट्रंप
अमेरिका के राष्ट्रपति डॉनल्ड ट्रंप को यहां तक पहुंचाने में उनकी दौलत ने काफी मदद की है. केवल ट्रंप के नाम पर दुनिया भर मशहूर हैं ये जगहें.
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लास वेगस
लास वेगस में ट्रंप इंटरनेशनल होटल एंड टावर स्थित है. इसके बराबर में मौजूद लक्जरी विन रिजॉर्ट भी इसके सामने बौना नजर आता है. ट्रंप कॉम्प्लेक्स इस शहर की तीसरी सबसे ऊंची इमारत है.
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शिकागो
शिकागो के बहुत सारे लोगों को यहां दिखने वाले ट्रंप होटल एंड टावर से परेशानी है. मेयर राहम इमैनुएल ने तो इसे "भद्दा और असुरुचिपूर्ण" तक कह डाला और उनके नाम के हिस्से 'ट्रंप' को बैन भी करवाया. लेकिन पांच साल के बाद फिर ट्रंप ने इसकी 16वीं मंजिल पर अपना नाम लगवा लिया.
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अटलांटिक सिटी
यहां ताज महल कैसे? असल में ट्रंप ने 1990 में न्यू जर्सी की अटलांटिक सिटी में ताज महल का निर्माण कार्य पूरा करवाया. करीब एक अरब डॉलर की लागत से बने इस कसीनो और होटल को 25 साल तक चलाने के बाद दिवालिया होने की नौबत आ गई थी. 2014 में यह बिक गया लेकिन नए मालिकों ने ट्रंप ब्रांड नहीं छोड़ा.
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मैनहैट्टन की सड़कों पर
न्यूयॉर्क में स्थित ट्रंप टावर उनकी बहुत खास संपत्ति माना जाता है. ट्रंप के राष्ट्रपति बनने के अभियान के लिए यही उनका मुख्यालय भी है. इस इमारत में फुटबॉल सितारे क्रिस्टियानो रोनाल्डो, अभिनेता ब्रूस विलिस जैसे कई मशहूर सेलेब्रिटीज के आशियाने हैं. खुद ट्रंप का परिवार भी यहीं लक्जरी टावर में रहता है.
तस्वीर: picture-alliance/AA
न्यूयॉर्क का विवादित प्रतीक
725 फिफ्थ एवेन्यू पर बने ट्रंप टावर को बहुत से स्थानीय निवासी पसंद नहीं करते तो कई इसे बहुत शालीन और टाइमलैस बताते हैं. यह छह मंजिला ट्रंप टावर संगमरमर और सुनहरे रंगों से सजा है. आधुनिक आर्किटेक्चर के शौकीनों और ट्रंप समर्थकों के लिए यह बड़ा आकर्षण है.
तस्वीर: picture-alliance/dpa/S.Reboredo
गरीबी-अमीरी का साफ अंतर
पनामा सिटी के ट्रंप ओशन क्लब में एक होटल, 700 अपार्टमेंट और अपना प्राइवेट यॉट क्लब है. यह पूरे लैटिन अमेरिका की सबसे ऊंची बिल्डिंग है. हालांकि इससे पास ही स्थित गरीब लोगों की बस्ती के कारण कई लोग इन अपार्टमेंट में नहीं रहना चाहते.
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स्कॉटिश विरोध
भले ही एबरडीन, स्कॉटलैंड में बनाए अपने ट्रंप इंटरनेशनल गोल्फ लिंक्स एस्टेट को डॉनल्ड ट्रंप "दुनिया का सर्वोत्तम गोल्फ कोर्स" कहते रहें, पास की एक जमीन को बेचने के लिए एक स्थानीय स्कॉट आज तक तैयार नहीं हुआ. जून में ही ट्रंप वहां पहुंचे और स्कॉटलैंड के ईयू में बने रहने की इच्छा को नजरअंदाज करते हुए यूके के ब्रेक्जिट के निर्णय की खूब तारीफ की.
तस्वीर: Getty Images/J.-J. Mitchell
एर्दोआन के मुकाबले ट्रंप
पूरे यूरोप में सबसे पहला ट्रंप टावर इस्तांबुल में ही बना था. यह अपने विशाल वाइन संग्रह के लिए मशहूर है. हालांकि इस ऊंचे टावर से ट्रंप का नाम हटाने की मांग हुई थी. इस कॉम्प्लेक्स का मालिक एक तुर्की अरबपति है जिसने ट्रंप ब्रांड नेम लिया हुआ था. ट्रंप के इस्लाम और मुस्लिम विरोधी विचारों के कारण राष्ट्रपति एर्दोआन समेत तुर्की के कई मुसलमान नाखुश हैं.