चीन और यूरोप की अगुआई में इस साल विश्व अक्षय ऊर्जा की क्षमता के सबसे ऊंचे स्तर पर पहुंच जाएगा. अंतर्राष्ट्रीय ऊर्जा एजेंसी ने बताया है कि इसके पीछे इन दोनों महाद्वीपों में सौर ऊर्जा के मामले में हुई तरक्की है.
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इस साल रिन्यूएबल एनर्जी के मामले में दुनिया की क्षमता रिकॉर्ड स्तर तक पहुंच जाएगी. अंतर्राष्ट्रीय ऊर्जा एजेंसी ने अपनी नई रिपोर्ट में बताया है कि इसमें बड़ी हिस्सेदारी बीते साल जोड़ी गई अतिरिक्त क्षमता की है. केवल 2021 मे ही दुनिया भर में नवीकरणीय ऊर्जा के क्षेत्र में 295 गीगावॉट की क्षमता बढ़ाई गई. यह बढ़ोत्तरी भी ऐसे समय में हुई जब सप्लाई चेन में कई तरह की बाधाएं आ रही थीं, निर्माण सेक्टर में हर जगह देरी देखने को मिल रही थी और कच्चे माल के दाम भी काफी ऊपर चले गए थे.
यह सारी जानकारी देते हुए आईईए ने कहा कि रूस-यूक्रेन युद्ध के समय में यह काफी मददगार हो सकती है. एजेंसी ने कहा, "2022 और 2023 में नवीकरणीय ऊर्जा के मामले में जो भी अतिरिक्त क्षमता हासिल होगी, उससे रूसी गैस और पावर सेक्टर पर यूरोपीय संघ की निर्भरता काफी हद तक घटाना संभव हो पाएगा."
इसी साल आने वाले महीनों में 320 गीगावॉट की अतिरिक्त क्षमता पैदा करने की योजना पर काम चल रहा है. इसके लिए पावर प्लांट लगाए जाएंगे. इसे ठीक से समझने के लिए यह जानना दिलचस्प होगा कि इस अतिरिक्त क्षमता से जर्मनी जैसे देश में बिजली की कुल जरूरत पूरी हो सकती है. यूरोपीय संघ के स्तर पर देखें, तो जितनी ऊर्जा प्राकृतिक गैस से आती है, वह सारी इस अतिरिक्त अक्षय ऊर्जा से ली जा सकती है.
इस नवीकरणीय ऊर्जा में सबसे बड़ा हिस्सा सौर ऊर्जा का है. एजेंसी ने बताया कि 2022 में सौर ऊर्जा का हिस्सा करीब 60 फीसदी रहेगा. यह पवन ऊर्जा और पनबिजली से काफी आगे है. आईईए विश्व के विकसित देशों को उनकी ऊर्जा नीति से जुड़ी सलाह देती है. लेकिन 2023 में एजेंसी ने वृद्धि की यह दर कम पड़ने की आशंका भी जताई है.
ऐसी ऐसी जगहों पर भी सौर ऊर्जा
सूर्य से ऊर्जा लेकर बिजली बनाने वाले सौर पैनल दुनियाभर में अनोखी जगहों पर इस्तेमाल किए जा रहे हैं. देखिए कहां कहां पहुंचे रवि...
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ऐसी ऐसी जगहों पर भी सौर ऊर्जा
तुर्की का यह चरवाहा अपना मोबाइल फोन चार्ज करने के लिए सौर पैनल का प्रयोग करता है. लंबी यात्राओं के दौरान इस तरह के छोटे पैनल बहुत लोकप्रिय हैं. ये बैकपैक्स या टेंटों के लिए भी उपलब्ध हैं.
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झोपड़ियों में
दक्षिणी सूडान के इस गांव टुकुल में बिजली तो नहीं पहुंची है लेकिन सौर ऊर्जा ने कमी नहीं रहने दी है. मोबाइल फोन चार्ज करने से लेकर छोटे लैंप जलाने जैसी अपनी रोजमर्रा की जरूरतें ग्रामीण सौर ऊर्जा से ही पूरी कर रहे हैं.
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पानी पर
केन्या में इन लोगों ने पहला पानी पर तैरता सोलर प्लांट बनाया है. यह प्लांट राजधानी नैरोबी के नजदीक फूलों के एक खेत को बिजली सप्लाई करता है. कई और झीलों में भी ऐसे ही प्रयोग हुए हैं.
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आसमान में
सोलर इंपल्स ना के इस जेट विमान ने कई चरणों में सिर्फ सौर ऊर्ज के दम पर दुनियाभर का चक्कर लगाकर इतिहास रच दिया था. इसके परों पर लगे सौर पैनल ऊर्जा पैदा करते हैं जिनसे इंजन की बैट्री चलती हैं.
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पहाड़ों पर
स्विट्जरलैंड के बाजल में मुटजे झील पर बनी बांध की दीवारों पर एक विशाल सौर पैनल बनाया गया है. सर्दियों में यह काफी बिजली पैदा करता है क्योंकि बर्फ की चमक से ज्यादा ऊर्जा सौर पैनलों तक पहुंचती है.
तस्वीर: Axpo
खेतों में
कृषि में सौर ऊर्जा का इस्तेमाल बहुत तरह से हो रहा है लेकिन यूं डेनमार्क में फार्मड्रॉएड अनोखा ही है. बिना पर्यावरण को नुकसान पहुंचाए यह ट्रैक्टरनुमा मशीन खुद ही सारा काम कर लेती है. और थकती भी नहीं है. इसे जीपीएस से नियंत्रित किया जाता है.
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अंतरिक्ष में
सौर पैनल अंतरिक्ष की लंबी उड़ानों को संभव बना रहे हैं. ये बृहस्पति तक पहुंच चुके हैं. इंटरनैशनल स्पेस स्टेशन पर भी सोलर पैनलों का इस्तेमाल हो रहा है. शोधकर्ता अंतरिक्ष में सौर पार्क बनाने पर भी विचार कर रहे हैं.
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समुद्र में
‘रेस फॉर वॉटर’ नाम की यह नौका दुनिया की सबसे बड़ी सौर नोका है. यह यॉट पूरी तरह स्वच्छ ऊर्जा पर चलती है और जीवाश्म ईंधन का कोई इस्तेमाल नहीं करती.
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यूक्रेन पर रूसी हमले के बाद यूरोपीय संघ ने ऊर्जा के लिए रूसी प्राकृतिक गैस पर अपनी निर्भरता घटाने का प्रण लिया है. संघ ने रूसी गैस पर अपनी निर्भरता को इसी साल दो-तिहाई कम करने का लक्ष्य रखा है. आईईए के कार्यकारी निदेशक फातिह बिरोल ने कहा, "ऊर्जा बाजार में हाल के महीनों में हुए गतिविधियों ने, खासकर यूरोप में, एक बार फिर साबित कर दिया है कि ऊर्जा सुरक्षा की ओर बढ़ने में नवीकरणीय ऊर्जा की कितनी अहम भूमिका है. उत्सर्जन को घटाने में इसके असर को तो पहले से ही माना जाता है."
एजेंसी ने सरकारों से अपील की है कि नवीकरणीय ऊर्जा की क्षमता बढ़ाने के लिए तेजी से परमिट दिए जाएं और इसे बढ़ावा देने के कुछ तरीके अपनाए जाएं. एजेंसी ने चेतावनी भी दी है कि आजकल जैसी नीतियां लागू हैं उनके हिसाब से तो "नवीकरणीय ऊर्जा की वैश्विक वृद्धि अगले साल तक रफ्तार खो देगी." पेरिस में मुख्यालय वाले आईईए ने बताया कि एक ओर सौर ऊर्जा बहुत बढ़ी लेकिन पनबिजली की क्षमता में करीब 40 फीसदी की गिरावट आने और पवन ऊर्जा की क्षमता में कोई खास तरक्की नहीं होने से नेट फायदा कम हो गया.
आरपी/एनआर (एएफपी)
रूस से बाहर निकलने की होड़ मची है कंपनियों में
रूस पर पश्चिमी देशों के प्रतिबंधों का नतीजा सबसे पहले कंपनियों पर दिखा है. दर्जनों दिग्गज कंपनियों ने रूस से कारोबार समेटना शुरू कर दिया है. इनमें कार से लेकर ऊर्जा, तकनीक, खेल, डाक और फिल्म से जुड़ी कंपनियां शामिल हैं.
तस्वीर: Sergi Reboredo/picture alliance
डायमलर ट्रक
ट्रक बनाने वाली कंपनी डायमलर ने तत्काल प्रभाव से रूस में अपना कारोबार बंद करने की घोषणा की है. इसमें रूसी ट्रक बनाने वाली कंपनी कमाज के साथ सहयोग भी शामिल है. डायमलर की पेरेंट कंपनी मर्सिडीज का कहना है कि वह कमाज में अपनी 15 फीसदी हिस्सेदारी को जितनी जल्दी हो सके बेचना चाहती है.
तस्वीर: Daimler AG
वॉल्वो कार
स्वीडन की कार कंपनी वॉल्वो का कहना है कि वह रुसी बाजार में अपनी कारें भेजना अगली सूचना जारी किए जाने तक रोक रही है. 2021 में वॉल्वो कंपनी ने रूसी बाजार में कुल 9,000 कारें बेची है.
तस्वीर: DW
जनरल मोटर्स
जनरल मोटर्स ने भी रूस को अगली सूचना तक गाड़ियों की सप्लाई रोकने का एलान किया है. अमेरिका के डेट्रॉयट की इस कंपनी का रूस में कोई प्लांट नहीं है. हर साल यह कंपनी रूस में लगभग 3,000 कारें बेचती है.
तस्वीर: Beata Zawrzel/NurPhoto/picture alliance
मित्सुबीशी
जापान की मित्सुबिशी मोटर्स भी रूस में कारों का उत्पादन और बिक्री बंद कर सकती है. कंपनी को डर है कि आर्थिक प्रतिबंधों के कारण कंपनी के सप्लाई चेन में बाधा आ सकती है.
तस्वीर: AP
रेनॉ
फ्रांस की कार कंपनी रेनॉ रूस के कार असेंबली प्लांट में कुछ गतिविधियां बंद करने जा रही है. इसके पीछे मुख्य तौर पर लॉजिस्टिक दिक्कतों को वजह बताया जा रहा है. रेनॉ पश्चिमी देशों की उन कंपनियों में है जिस पर प्रतिबंधों का बहुत ज्यादा असर होने की आशंका है. कंपनी की 8 फीसदी कमाई रूस से होती है और रूस की सबसे बड़ी कार कंपनी अवटोवाज का नियंत्रण भी रेनॉ के पास है.
तस्वीर: Anton Raharjo/AA/picture alliance
हार्ले डेविडसन
मोटरसाइकिल बनाने वाली अमेरिकी कंपनी हार्ले डेविडसन ने रूस में अपना कारोबार बंद कर दिया है. कंपनी अपनी मोटरबाइकों की अगली खेप भी रूस नहीं भेज रही है.
तस्वीर: Egon Bömsch/imageBROKER/picture alliance
फोर्ड मोटर्स
फोर्ड मोटर्स ने रूसी कंपनी के सोलर्स के साथ अपने संयुक्त उपक्रम को बंद करने का फैसला किया है. कंपनी ने रूस में अपना सारा कामकाज अगली सूचना तक बंद करने का एलान किया है. फोर्ड पहली अंतरराष्ट्रीय कार कंपनी है जिसने रूस में अपनी असेंबली लाइन शुरू की थी.
तस्वीर: picture-alliance/DPPI
जगुआर लैंड रोवर
ब्रिटेन की लग्जरी कार कंपनी जगुआर लैंड रोवर ने रूस में कार भेजना तत्काल प्रभाव से रोक दिया है. इस कंपनी का नियंत्रण भारत की टाटा मोटर्स के पास है.
तस्वीर: Velar Grant/ZUMAPRESS/picture alliance
एस्टन मार्टिन
ब्रिटेन की एक और लग्जरी कार कंपनी एस्टन मार्टिन ने भी रूस के लिए कारों की सप्लाई बंद कर दी है. कंपनी के कुल कामकाज का महज एक फीसदी से भी कम बाजार रूस और यूक्रेन में है.
तस्वीर: Darin Schnabel/dpa/picture alliance
बीएमडब्ल्यू
जर्मन ऑटो कंपनी बीएमडब्ल्यू ने भी रूस में अपनी कारें भेजने से इनकार कर दिया है. कंपनी रूस में मौजूद अपने प्लांट से उत्पादन भी बंद कर रही है.
तस्वीर: Joe Buglewicz/AP/dpa/picture alliance
बोइंग
विमान बनाने वाली अमेरिकी कंपनी बोइंग ने कहा है कि वह रूसी एयरलाइनों को नए विमानों की डिलीवरी, लीजिंग के साथ ही पार्ट्स, मेंटेनेंस और टेक्निकल सपोर्ट बंद कर रही है. कंपनी ने कीव में अपना दफ्तर भी फिलहाल बंद कर दिया है.
दुनिया में लीज पर विमान देने वाली सबसे बड़ी कंपनी एअरकैप होल्डिंग ने रूसी एयरलाइनों के लिए लीजिंग की सभी गतिविधियां बंद करने एलान किया है. रूस की एयरलाइनों के आधे से ज्यादा विमान लीज पर लिए गए हैं. 2021 में एयरकैप होल्डिंग के 5 फीसदी विमान रुस में लीज पर थे.
तस्वीर: Regis Duvignau/REUTERS
एचएसबीसी
अंतरराष्ट्रीय बैंक एचएसबीसी ने कहा है कि वह रूसी बैंकों के साथ अपना कारोबारी रिश्ता खत्म कर रही है. रूस के दूसरे सबसे बड़े बैंक वीटीबी समेत कई और बैंक एचएसबीसी के साथ साझेदारी में हैं. हालांकि कंपनी के महज 200 कर्मचारी ही रूस में हैं और 50 अरब डॉलर का कारोबार करने वाली कंपनी में रूस की हिस्सेदारी महज 1.5 करोड़ डॉलर है.
तस्वीर: Lang Xinchen/HPIC/dpa/picture alliance
ब्रिटिश पेट्रोलियम
ब्रिटिश पेट्रोलियम ने रूसी तेल कंपनी रोजनेफ्ट में अपनी 19.75 फीसदी हिस्सेदारी को खत्म करने का फैसला किया है.
तस्वीर: Andre M. Chang/Zuma/picture alliance
शेल
अमेरिकी पेट्रोलियम कंपनी शेल ने रूस के कारोबार से बाहर निकलने का एलान किया है. इसमें सखालिन 2 एलएनजी प्लांट भी शामिल है. इसमें शेल की 27.5 फीसदी की हिस्सेदारी है जबकि रूसी कंपनी गाजप्रोम इसके संचालन और मालिकाना हक में 50 फीसदी की हिस्सेदार है.
तस्वीर: Ben Stansall/AFP
इक्विनॉर
नॉर्वे की ऊर्जा कंपनी इक्विनॉर भी रूस के संयुक्त उपक्रमों से बाहर निकल रही है. यह कंपनी रूस में 30 से ज्यादा सालों से मौजूद है और 2012 में इसने रोजनेफ्ट के साथ व्यापक साझीदारी की शुरूआत की थी. तस्नवीर में इक्विनॉर का फ्लोटिंग विंड फार्म दिख रहा है जो अपनी तरह का पहला विंड फार्म है.
तस्वीर: Michal Wachucik/Abermedia
ओर्सटेड
डेनमार्क की ओर्सटेड कंपनी ने रूस के बिजली घरों के लिए कोयला और बायोमास की सप्लाई बंद करने का एलान किया है. हालांकि कंपनी गाजप्रोम से हर साल दो अरब क्यूबिक मीटर प्राकृतिक गैस खरीदना जारी रखेगी. गैस की खरीदारी के लिए कंपनियों के बीच लंबे समय का करार है. तस्वीर में दिख रहे विंड फार्म का संचालन ओर्स्टेड कंपनी करती है.
तस्वीर: Phil Noble/REUTERS
एक्सॉन मोबिल
एक्सॉन मोबिल ने रूस के तेल और गैस सेक्टर में अपना कामकाज बंद करने का एलान किया है. इस समय इस कंपनी की रूसी बाजार में 4 अरब डॉलर कीमत बताई जा रही है. कंपनी रूस में अब नया निवेश नहीं करेगी.
तस्वीर: Kathleen Flynn/REUTERS
ईएनआई
इटली की ऊर्जा कंपनी ईएनआई ने ब्लू स्ट्रीम पाइपलाइन में अपनी हिस्सेदारी बेचने जा रही है. यह पाइपलाइन रूसी गैस को तुर्की तक पहुंचाने के लिए बनाई गई है और इसमें रूसी कंपनी गाजप्रोम की भी हिस्सेदारी है. 2020 में ईएनआई ने रूस से लगभग 22.5 अरब क्यूबिक मीटर गैस खरीदा.
तस्वीर: David Niviere/abaca/picture alliance
ओएमवी
ऑस्ट्रिया की ऊर्जा कंपनियों के समूह ओएमवी ने गाजप्रोम के गैस फील्ट प्रोजेक्ट में हिस्सेदारी खरीदने की योजना रद्द कर दी है और नॉर्ड स्ट्रीम गैस पाइपलाइन में अपनी भूमिका पर फिर से विचार कर रही है. यह पाइपलाइन बाल्टिक सागर से रूसी गैस जर्मनी तक लाने के लिए बनाई गई और इसकी सप्लाई शुरू करने से जर्मनी ने पहले ही इनकार कर दिया है.
तस्वीर: Helmut Fohringer/Apa/picture alliance
हॉलीवुड
हॉलीवुड की डिज्नी, वॉर्नर ब्रदर्स और सोनी पिक्चर्स एंटरटेनमेंट ने कहा है कि वे अपनी आने वाली फिल्मों को रूस के थिएटरों में नहीं दिखाएगे.
यूपीएस, फेडेक्स, डीएचएल
दुनिया में माल ढुलाई की दो सबसे बड़ी कंपनियां यूपीएस और फेडेक्स ने कहा है कि वे रूस और यूक्रेन में माल की डिलीवरी रोक रहे हैं. जर्मन डाक कंपनी डॉएचे पोस्ट ने कहा है कि डीएचएल रूस में डाक और पार्सल की डिलीवरी बंद कर रहा है.
तस्वीर: Jochen Tack/picture alliance
कुएह्ने उंड नागेल
स्विटजरलैंड की माल ढुलाई कंपनी कुएह्ने उंड नागेल ने तत्काल प्रभाव से रूस में माल की ढुलाई अनिश्चित काल के लिए बंद कर दी है. इसमें मेडिकल, हेल्थकेयर और मानवीय सहायता की चीजों को शामिल नहीं किया गया है.
तस्वीर: Jan Woitas/dpa/picture alliance
एप्पल
टेक कंपनी एप्पल ने रूस के बाजार में अपने सारे सामानों की बिक्री रोकने का फैसला किया है. कंपनी यूक्रेन के आम लोगों की मदद के लिए अपने मैप में भी बदलाव कर रही है.
तस्वीर: Sergi Reboredo/picture alliance
गूगल
अल्फाबेट की कंपनी गूगल का कहना है कि वह रूसी ब्रॉडकास्टर आरटी और स्पुतनिक से जुड़े मोबाइल ऐप को ब्लॉक कर रही है. कंपनी ने रूस की सरकारी मीडिया कंपनियों को पहले ही समाचार से जुड़ी सेवाओं से हटा दिया है.
तस्वीर: Andre M. Chang/ZUMA Press Wire/dpa/picture alliance
माइक्रोसॉफ्ट
माइक्रोसॉफ्ट ने रूस की सरकारी मीडिया कंपनी आरटी के ऐप को विंडोज ऐप स्टोर से हटा दिया है और सरकारी मीडिया कंपनियों के विज्ञापन पर प्रतिबंध लगा दिया है.
तस्वीर: Pavlo Gonchar/ZUMA Wire/imago images
नोकिया
फिनलैंड की कंपनी नोकिया ने प्रतिबंधों को लागू करते हुए रूस में सप्लाई बंद करने का एलान किया है. कंपनी रूस के एमटीएस, विंपलकॉम, मेगाफोन और टेली2 को सामान की सप्लाई करती है.
तस्वीर: Arne Dedert/dpa/picture alliance
एडीडास
खेल के कपड़े और जूते बनाने वाली प्रमुख कंपनी एडीडास ने रूस के फुटबॉल संघ के साथ अपनी साझेदारी तुरंत प्रभाव से खत्म कर दी है.
तस्वीर: Kevin Frayer/Getty Images
नाइकी
नाइकी ने वेबसाइट और ऐप के जरिए होने वाले अपने सामानों की खरीदारी रूस में बंद कर दी है क्योंकि रूस में यह डिलीवरी की जिम्मेदारी फिलहाल नहीं ले सकती है.