चुंबन विवाद के बाद रुबिआलेस की विदाई चाहती है सरकार
२८ अगस्त २०२३
स्पेन फुटबॉल संघ के अध्यक्ष लुइस रुबिआलेस अब भी इस्तीफा न देने पर अड़े हुए हैं. हालांकि स्पेन सरकार ने स्पष्ट संकेत दिए हैं कि वह अब उन्हें अध्यक्ष पद पर नहीं देखना चाहती.
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महिला फुटबॉल विश्वकप में स्पेन की जीत को दागदार करने वाले स्पैनिश फुटबॉल संघ के अध्यक्ष लुइस रुबिआलेस को सरकार भी पद से हटाना चाहती है. स्पेन की मंत्री मारिया खेसुस मोंतेरो ने कहा है, "रुबिआलेस फिर से स्पेनी फुटबॉल को नहीं चला सकते." उनसे पहले स्पेन की उप प्रधानमंत्री और श्रम मंत्री योलांडा डियाज भी कह चुकी हैं कि रुबिआलेस इस पद पर नहीं रह सकते हैं.
स्पेन की विश्वकप जीत के बाद हुए इस विवाद को एक हफ्ता बीत चुका है, लेकिन स्पैनिश फुटबॉल के प्रमुख लुइस रुबिआलेस इस्तीफा न देने की जिद पर अड़े हुए हैं. हालांकि अंतरराष्ट्रीय फुटबॉल संघ फीफा ने उन्हें 90 दिनों के लिए निलंबित कर दिया है. उनकी जगह स्पैनिश फुटबॉल संघ के उप प्रमुख पेद्रो रोचा को कार्यवाहक अध्यक्ष बनाया गया है. रोचा को भी रुबिआलेस का विश्वासपात्र माना जाता है.
क्षेत्रीय अध्यक्ष इस मुद्दे पर करेंगे बात
28 अगस्त को रोचा ने फुटबॉल संघ के क्षेत्रीय अध्यक्षों की एक मीटिंग बुलाई है, जिसमें इस संकट पर चर्चा की जानी है. इससे एक दिन पहले मंत्री मारिया खेसुस मोंतेरो ने कहा, "हम उन्हें बहुत झेल चुके, जबकि उन्होंने अपने असहनीय व्यवहार के जरिए महिला फुटबॉल की महान जीत को ठेस पहुंचाई है."
मिलिए 2023 फीफा महिला विश्व कप की सुपर मॉम खिलाड़ियों से
वह सिर्फ फुटबॉल खिलाड़ी नहीं हैं, वह अपने मुश्किल प्रोफेशनल करियर और प्रेगनेंसी और बच्चे पालने के बीच संतुलन बनाती महिलायें हैं. जानिये कौन कौन हैं फीफा महिला विश्व कप में खेलने वाली सुपर मॉम फुटबॉल खिलाड़ी.
34 साल की ऐलेक्स मॉर्गन सबसे बड़ी स्टार खिलाड़ियों में से हैं. वो दो विश्व कप और एक ओलंपिक गोल्ड मेडल जीत चुकी हैं. उन्होंने 2020 में अपनी बेटी एलेना को जन्म दिया. मॉर्गेन ने एलए टाइम्स को बताया, "मुझे हर रोज सॉकर खेलने से प्रेम है, लेकिन अब मैं सिर्फ अपने लिए नहीं खेलती हूं. मुझे नहीं पता कि मैं एक खिलाड़ी के रूप में बदल गई हूं या नहीं. मुझे बस यह लगता है कि मैं पहले से ज्यादा विकसित हो गई हूं."
तस्वीर: Stan Szeto/newscom/picture alliance
कोन्या प्लमर, जमैका
2019 में जब जमैका की राष्ट्रीय टीम "रेगे गर्ल्स" ने पहली बार विश्व कप के लिए क्वालीफाई किया था तब प्लमर ही टीम की कप्तान थीं. अब वो एक बेटे की मां हैं और पहले से ज्यादा जिम्मेदारी के साथ लौट रही हैं. वो कहती हैं, "मुझे लगता है पूरी दुनिया में युवा लड़कियों और सभी लोगों के लिए यह जरूरी है कि वो यह सुनिश्चित करें कि आप अपना परिवार शुरू कर सकती हैं और उसके बाद भी खेलने वापस आ सकती हैं."
तस्वीर: Stina Stjernkvist/TT/picture alliance
अमल माजरी, फ्रांस
30 साल की माजरी फ्रांस की टीम में इकलौती मां हैं और अप्रैल 2023 में वो अपनी नौ महीनों की बेटी, मरियम, को टीम के ट्रेनिंग सेंटर में ले गई थी. उनका उनके कोच हर्वे रेनार्द ने दिल से स्वागत किया. माजरी कहती हैं, "कोच खिलाड़ियों में मातृत्व के विषय पर वाकई ध्यान देते हैं और काफी जानकारी रखते हैं. हम इस बारे में बहुत बातें करते हैं कि सबके लिए सबसे अच्छा इंतजाम क्या हो सकता है."
तस्वीर: Paul Terry/ZUMA/picture alliance
चेना मैथ्यूस, जमैका
जमैका ने जब 2019 में अपना पहला विश्व कप खेला, तब फॉरवर्ड खिलाड़ी मैथ्यूस दो बेटों की मां के रूप में खेली थीं. इस बार उनकी जिम्मेदारी और बढ़ गई है. 2022 में उन्होंने एक और बेटे को जन्म दिया. फीफा ने एक बार उनको जमैका की 'सुपर मॉम' कहा था. मैथ्यूस बस अपनी टीम को वो नतीजे हासिल करने में मदद करना चाहती हैं जो उनके आगे बढ़ने के लिए जरूरी है.
तस्वीर: Lynn Pennington/ZUMA/picture alliance
जूली अर्ट्ज, अमेरिका
31 साल की जूली अर्ट्ज उस अमेरिकी टीम का हिस्सा हैं जो 2015 और 2019 में दो बार विश्व कप जीतने के बाद इस बार हैट्रिक हासिल करना चाह रही है. अर्ट्ज ने अपने बेटे मैडेन मैथ्यू को अगस्त 2022 में जन्म दिया और एक साल से भी कम में वो मैदान में ही नहीं बल्कि सबसे बड़े मंच पर वापस लौट रही हैं. वो कहती हैं, "एक कदम दूर लेने और एक नए दृष्टिकोण से देखने से मुझे नई कर्मशक्ति मिली है."
वानीना कोर्रिया अर्जेंटीना की कप्तान हैं और वो अपना चौथा विश्व कप खेलने वाली हैं. 2019 में फ्रांस में हुए विश्व कप से पहले ही उन्होंने लूना और रोमियो नाम के जुड़वां बच्चों को जन्म दिया और टीम में पहली मां बनीं. अर्जेंटीना में महिलाओं का फुटबॉल पुरुषों के फुटबॉल जितना बड़ा नहीं है, इसलिए कोर्रिया फुटबॉल खेलने के साथ साथ 'विला गोबरनादोर' नगरपालिका में कैशियर की नौकरी भी करती हैं.
तस्वीर: Richard Sellers/empics/picture alliance
क्रिस्टल डुन, अमेरिका
अभी तक डुन के करियर का सबसे बड़ा लम्हा था 2019 में विश्व कप जीतना. मई 2022 में उन्होंने अपने बच्चे मार्सेल जीन को जन्म दिया. जन्म देने से पहले वो सात महीने की गर्भवती होने तक अपने क्लब पोर्टलैंड थॉर्न्स के साथ खेल रही थीं. उस समय उन्होंने कहा था, "इसने मुझे वापस लौटने के लिए और बेहतरीन व्यक्ति और बेहतरीन खिलाड़ी बनने के लिए नई प्रेरणा दी है."
तस्वीर: Stan Szeto/newscom/picture alliance
मेलनी लुपोल्ज, जर्मनी
एक खिलाड़ी के रूप में लुपोल्ज के लिए यह तीसरा विश्व कप होगा, लेकिन अपने नौ महीने के बेटे की मां के रूप में पहला होगा. उन्होंने डीडब्ल्यू को बताया, "स्पष्ट रूप से यह एक चुनौती है, और यह मुश्किल है, लेकिन यह अच्छी बात है कि मैं दोनों को मिला सकती हूं. मुझे मालूम था कि मां बनना मेरे करियर के लिए जोखिम खड़ा कर सकता है, लेकिन यह अद्भुत है कि सही समर्थन के साथ मैं यह कर सकती हूं." (लोलादे आदेवूयी)
फीफा ने रुबिआलेस को निलंबित करने का कदम उनके पद छोड़ने से इंकार करने के बाद उठाया था. रुबिआलेस ने फुटबॉल संघ की एक आपात बैठक में भी खुद को "फर्जी फेमेनिस्टों" के "उत्पीड़न” का शिकार बताया था और इस्तीफा देने से इंकार कर दिया था. संघ में 140 पुरुष सदस्य और छह महिलाएं हैं.
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एरमोसो और रुबिआलेस दोनों पर कानूनी कार्रवाई की बात
संघ का कहना है कि वह यह साबित करेगा कि महिला खिलाड़ी के नाम पर फैलाए जा रहे दावे या खुद उस खिलाड़ी की ओर से किए जा रहे दावे "झूठे" हैं. अपने दावे के पक्ष में संघ ने तीन तस्वीरें जारी की हैं. संघ का दावा है कि महिला खिलाड़ी जेनिफर एरमोसो ने गले लगाते हुए रुबिआलेस को ऊपर उठाया.
संघ कहता है कि इसका मतलब है रुबिआलेस "कोई जोर लगा ही नहीं सकते थे." ये तस्वीरें एरमोसो के होंठ चूमने से ठीक पहले ली गई हैं. फुटबॉल संघ की ओर से यह भी कहा गया था कि एरमोसो झूठ बोल रही हैं और संघ उनके खिलाफ कानूनी कार्रवाई करेगा. हालांकि स्पेन की सरकार ने भी रुबिआलेस के खिलाफ कानूनी कार्रवाई करने का वादा किया है.
एरमोसो से कोई संपर्क न करने की हिदायत
स्पेन को पहली बार महिला विश्वकप जिताने में अहम भूमिका निभाने वाली एरमोसो कह चुकी हैं, "मैं यह साफ करना चाहती हूं, जैसा कि तस्वीरों में दिख रहा है, मैंने किसी भी पल किस करने के लिए उन्हें मंजूरी नहीं दी और पक्के तौर पर मैंने उन्हें उठाने की कोशिश भी नहीं की."
स्पैनिश फुटबॉल संघ का दावा है कि चुंबन, एरमोसो और रुबिआलेस की "आपसी सहमति" से हुआ. वहीं एरमोसो ने कहा, "मैं यह बिल्कुल बर्दाश्त नहीं करूंगी कि मेरे शब्दों में कोई शक पैदा किया जाए और कोई ऐसे शब्द रचे जाएं जो मैंने कहे ही नहीं हैं."
हालांकि फिलहाल फीफा की अनुशासन समिति के जज होर्खे पलासियो ने रुबिआलेस और फुटबॉल संघ, दोनों को ही एरमोसो से कोई संपर्क न करने का आदेश दिया है. इसे भी उनके निलंबन के नियमों में शामिल किया गया है.