अक्टूबर क्रांति की 100वीं वर्षगांठ पर रूस में फिर से 20वीं सदी की शुरुआत की वास्तुकला चर्चा में है. कला और डिजायन पर उस समय के क्रांतिकारियों के विचार बाद में समाजवादी विचारधारा से मेल नहीं खाते.
जब वह किसी इमारत का नक्शा तैयार करती थीं, तो पहली नजर में ही उसे नामुमकिन करार दे दिया जाता था. लेकिन इरादे की पक्की इराक की आर्किटेक्ट जाहा हदीद ने ऐसी इमारतें बना डालीं, जिन्हें देख कर लोग आज भी चौंक उठते हैं.
जाहा हदीद की करिश्माई इमारतें
जब वह किसी इमारत का नक्शा तैयार करती थीं, तो पहली नजर में ही उसे नामुमकिन करार दे दिया जाता था. लेकिन इरादे की पक्की इराक की आर्किटेक्ट जाहा हदीद ने ऐसी इमारतें बना डालीं, जिन्हें देख कर लोग आज भी चौंक उठते हैं.
तस्वीर: ORF
एक जहाज आएगा
यह है जॉकी क्लब इनोवेशन टावर, हॉन्ग कॉन्ग की पॉलीटेक्निक यूनिवर्सिटी की इमारत. हदीद ने 2013 में इसे बनाया. इसे देख कर ऐसा लगता है जैसे एक बड़ा सा क्रूज जहाज आ कर हॉन्ग कॉन्ग की इमारतों के बीच खड़ा हो गया हो.
तस्वीर: Zaha Hadid Architects
तानाशाह की याद में?
यह है अजरबेजान का हैदर अलियेव सेंटर. राष्ट्रपति इल्हाम अलियेव अपने पिता की याद में एक स्मारक बनवाना चाहते थे और हदीद ने उनका सपना पूरा किया. लेकिन यह प्रोजेक्ट विवादों में रहा क्योंकि इल्हाम अलियेव के पिता हैदर अलियेव को एक तानाशाह के रूप में देखा जाता है.
तस्वीर: Zaha Hadid Architects/Hufton+Crow
पहाड़ों का नजारा
इटली में बना मेसनर माउंटेन म्यूजियम हदीद का अनोखा कारनामा है. पर्वतारोहण की जानकारी देने वाले इस म्यूजियम के लिए बिलकुल सही जगह चुनी गयी, इटली के पहाड़ों के बीचों बीच. ऊपर से हदीद ने अपने डिजाइन से इसमें और भी रोमांच भर दिया है.
तस्वीर: Zaha Hadid Architects/Werner Huthmacher
टाइम मशीन
रोम में हदीद ने मैक्सी नाम की यह इमारत तैयार की. यहां 21वीं सदी की कला का संग्रह है और यह इमारत अपने आप में इस सदी की कला को दर्शाती है. जैसे ही आप म्यूजियम में कदम रखते हैं, जमीन हिलने लगती है. हर कदम पर एक नया अनुभव होता है.
तस्वीर: Zaha Hadid Architects/Helene Binet
घुमावदार डिजाइन
हदीद की इमारतों में परंपरागत किनारे देखने को नहीं मिलते. उन्हें बहते हुए, घुमावदार डिजाइन पसंद थे. आम तौर पर इस तरह का आकार गोल सीढ़ियों में ही देखा जाता है लेकिन हदीद इसे छत पर भी इस्तेमाल करतीं. उनकी बनाई लाइब्रेरी हो, कैफे या रेस्तरां, सब जगह उनके डिजाइन की यह छाप दिखती है.
तस्वीर: Zaha Hadid Architects/Helene Binet
दूर की सोच
चीन का गैलेक्सी सोहो हदीद की सबसे मशहूर इमारतों में से एक है. यहां कहीं भी 90 डिग्री का कोण नहीं दिखेगा. 2012 में इसे पूरा किया गया. बीजिंग स्थित इस कॉम्प्लेस में चार टावर हैं जो एक दूसरे से जुड़े हुए हैं. यहां कई दफ्तर हैं. यह किसी साइंस फिक्शन फिल्म से निकली इमारत लगती है.
तस्वीर: Zaha Hadid Architects/Hufton+Crow
ऑटो इंडस्ट्री के लिए भी
यह है लाइपजिग स्थित बीएमडब्ल्यू का कारखाना. यहां कार निर्माता कंपनी का दफ्तर भी है और प्रोडक्शन भी होता है. इमारत के अंदर कर्मचारियों के लिए रेस्तरां है, टेस्ट लैब है और वर्कशॉप भी. इस इमारत के लिए हदीद को जर्मन आर्किटेक्ट प्राइज से नवाजा गया था.
तस्वीर: Zaha Hadid Architects/Helene Binet
पुरुषों की दुनिया में अकेली
आर्किटेक्चर की दुनिया में महिलाओं का नाम कम ही सुनने को मिलता है. लेकिन हदीद ने इस पूर्वाग्रह को तोड़ दिया. 2004 में वे वास्तुकला की दुनिया का सबसे बड़ा पुरस्कार, प्रितस्कर प्राइज, पाने वाली पहली महिला बनीं. बगदाद में जन्मी हदीद 31.03.2016 को दिल का दौरा पड़ने के बाद दुनिया को अलविदा कह गयीं.