रूस में फेसबुक और इंस्टाग्राम आदि पर बैन लगने के बाद कई घरेलू ऐप विकल्प के तौर पर उभर आए हैं. पिछले कुछ हफ्तों में इन ऐप का आकार तेजी से बढ़ा है.
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रूस के यूक्रेन पर हमले के बाद जब यूट्यूब ने रूसी यूट्यूबर्स के लिए अपने वीडियो से धन कमाने की सुविधा बंद कर दी तो 60 हजार फॉलोअर्स वाले यूट्यूबर जॉर्ज कावानोस्यान ने अपना ध्यान स्थानीय वेबसाइट रूट्यूब (RuTube) की ओर लगाया. लेकिन जैसे-जैसे सरकारी की सख्ती बढ़ी, उनकी परेशानी भी बढ़ने लगी. रूट्यूब सरकारी ऊर्जा कंपनी गाजप्रोम के मीडिया डिविजन की वेबसाइट है.
35 वर्षीय कावानोस्यान बताते हैं, "मेरे पहले वीडियो पर दो-तीन दिन तक निगरानी रखी गई. और इसे पोस्ट करने की इजाजत देने में इतना वक्त लिया गया कि इसकी प्रासंगिकता ही खत्म हो गई.”
घरेलू तकनीक को बढ़ावा
रूट्यूब की स्थापना 2006 में की गई थी. यह उन कई रूसी सोशल मीडिया मंचों में से एक है जिन पर यूक्रेन युद्ध शुरू होने के बाद लोगों की मौजूदगी बढ़ी है. यूक्रेन पर अपने ‘विशेष सैन्य अभियान' की शुरुआत के बाद रूसी सरकार ने इंटरनेट और सोशल मीडिया पर सख्ती बढ़ा दी है. रूस का आरोप है कि रूस के ‘विशेष सैन्य अभियान' के बारे में गलत सूचनाएं फैलाने के लिए पश्चिमी ताकतें सोशल मीडिया मंचों का प्रयोग कर रही हैं.
रूस के 6 अजूबे
रूस के अखबार इजवेस्तिया, रेडियो मायक और रशिया नामक टीवी चैनल चैनल ने मिलकर 1 अक्टूबर 2007 से 1 जून 2008 के बीच एक प्रतियोगिता के जरिए रूस के ये अजूबे चुने थे.
यह रूस की ही नहीं बल्कि यूरोप की सबसे ऊंची चोटी है. दुनिया की 10वीं सबसे अहम पहाड़ी एलब्रुस की दो चोटियां हैं. पश्चिमी चोटी 5642 मीटर ऊंची है जबकि पूर्वी चोटी 5621 मीटर. दरअसल, दुनिया के सात अजूबे चुने गए तो उनमें रूस की किसी जगह को स्थान नहीं मिला, जिससे वहां के लोग आहत हुए. तब उन्होंने अपने अजूबे चुन लिए.
तस्वीर: DW
सेंट बासिल्स कैथेड्रल
मॉस्को के लाल चौक पर स्थित यह कैथेड्रल 1555 से 1561 के बीच बनाया गया था. इसका आकार बोन फायर से प्रेरित है, यानी ऐसा लगता है जैसे आकाश की ओर लपटें उठ रही हों.
तस्वीर: DW/M. Mohseni
DW/M. Mohseni
DW/M. Mohseni
पेटरहोफ
एक महल और उसके चारों ओर बाग. सेंट पीटर्सबर्ग शहर का यह अजूबा यूनेस्को की वर्ल्ड हेरिटेज साइट्स की सूची में भी है. इसे अक्सर रूसी वर्साय भी कहा जाता है.
तस्वीर: DW/S. Savchenko
मामायेव कुरगान
दुनिया की सबसे भयानक लड़ाइयों में गिनी जाने वाली स्टालिनग्राद की याद में बनाया गया मामायेव मेमॉरियल दक्षिण रूस के वोल्गोग्राद शहर में है. बिना सहारे के खड़ा यह दुनिया की सबसे बड़ी मूर्ति है.
तस्वीर: Getty Images/AFP/V. Maximov
वैली ऑफ गीजर्स
रूस के कामाचात्का प्रायद्वीप पर गर्म पानी के चश्मों का यह झुंड अद्भुत जगह है. दुनिया का दूसरा सबसे बड़ा झुंड है जहां 90 चश्मे और झरने हैं.
तस्वीर: picture alliance/WILDLIFE
लेक बैकाल
पानी की मात्रा के लिहाज से यह ताजे पानी की दुनिया की सबसे बड़ी झील है. इसमें 23,615.39 क्यूबिक किलोमीटर पानी है. यह दुनिया की सबसे गहरी झील भी है. इसकी गहराई है 1642 मीटर.
तस्वीर: Alexander Nemenov/AFP/Getty Image
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रूस ने ट्विटर,फेसबुक और इंस्टाग्राम पर पहले ही प्रतिबंधलगा दिया था. यह प्रतिबंध यूट्यूब पर भी लगाया जा सकता है क्योंकि उस पर देश के सूचना नियामक का दबाव लगातार बढ़ रहा है.
वैसे, विदेशी सोशल मीडिया पर निर्भरता कम करने के लिए कोई केंद्रीय नीति नहीं है लेकिन हाल ही में सरकार ने स्थानीय आईटी कंपनियों को कई तरह की सुविधाओं का ऐलान किया है. इन सुविधाओं में आयकर लाभ और विशेष कर्ज से लेकर कंपनियों के कर्मचारियों के लिए सैन्य सेवा टालने जैसे ऐलान शामिल हैं. राजनेता भी लोगों से घरेलू सोशल मीडिया प्रयोग करने की अपील कर रहे हैं.
कैसी हैं रूसी साइट?
प्रतिबंधों और प्रोत्साहनों के चलते रूस के घरेलू सोशल मीडिया मंचों पर लोगों की मौजूदगी बढ़ने से ये वेबसाइट खासी खुश हैं. लेकिन आलोचकों का कहना है कि इन मंचों के सरकारी दबाव में आने और सरकार के कहने पर सामग्री हटाने की संभावना ज्यादा है. वॉशिंगटन स्थित एक थिंक टैंक सेंटर फॉर पॉलिसी एनालिसिस की प्रमुख ऐलिना पोलियाकोवा कहती हैं, "असल में यह सब लोगों को मिल रही सूचनाओं पर ज्यादा से ज्यादा सरकारी नियंत्रण का तरीका है.”
डेटा अनैलिटिक्स कंपनी सेंसर टावर के मुताबिक यूक्रेन युद्ध होने के 40 दिन में रूट्यूब को लगभग 14 लाख बार डाउनलोड किया गया है, जो बीते 40 दिनों से 2,000 प्रतिशत ज्यादा है. इसी तरह फेसबुक जैसी एक वेबसाइट वीकॉन्टाक्टे है जिसका बाजार पर पहले से ही दबदबा है. मार्च महीने में उसके ग्राहकों की गतिविधियों में 14 फीसदी का उछाल देखा गया है.
पुतिन का परिवार
अमेरिका ने रूस पर प्रतिबंधों के नए दौर में राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के परिवार को निशाना बनाया है. व्लादिमीर पुतिन अपने परिवार को लेकर ज्यादा बोलते नहीं हैं. उनके परिवार के बारे में क्या जानते हैं आप?
रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन की दो बेटियों पर अमेरिका ने आर्थिक और वित्तीय प्रतिबंध लगा दिए हैं. ये हैं 36 वर्ष की मारिया वोरोंत्सोवा और 35 साल की कतरीना तिखोनोवा. ये दोनों ही पुतिन की पूर्व पत्नी ल्यूदिमिला से हैं.
ल्युदिमिला व्लादिर पुतिन की पूर्व पत्नी हैं. दोनों की शादी 1983 में हुई थी जब पुतिन केजीबी के अफसर थे और ल्युदिमिला एयर होस्टेस थीं. 30 साल तक दोनों शादीशुदा रहे. इसी दौरान उनकी दोनों बेटियां जन्मीं और पुतिन ने राजनीति के कई पायदान चढ़े. 2013 में जब दोनों का सहमति से तलाक हुआ तो ल्युदिमिला ने कहा कि वह हमेशा काम में डूबे रहते हैं.
तस्वीर: Itar-TASS/dpa/picture-alliance
मारिया वोरोंत्सोवा
पुतिन की बड़ी बेटी मारिया 1985 में जन्मी थीं. उन्होंने रूस की सेंट पीटर्सबर्ग यूनिवर्सिटी से जीव विज्ञान की पढ़ाई की. उसके बाद मॉस्को स्टेट यूनिवर्सिटी से उन्होंने चिकित्साशास्त्र में डिग्री की. फिलहाल वह एक अकादमिक हैं और मॉस्को के एंडोक्रिनोलॉजी रीसर्च सेंटर में बतौर रिसर्चर काम करती हैं.
तस्वीर: Dmitry Feoktistov/TASS/picture alliance
उद्योगपति मारिया
मारिया वोरोंत्सोवा ने नीदरलैंड्स के उद्योगपति योरिट यूस्ट फासेन से शादी की है. हालांकि, बताया जाता है कि अब दोनों अलग हो चुके हैं. बीबीसी के मुताबिक मारिया वोरोंत्सोवा अपना बिजनस भी चलाती हैं और उनकी कंपनी एक विशाल मेडिकल सेंटर बना रही है.
कतरीना तिखोनावा 35 साल की हैं. वह एक रॉक एन रोल डांसर हैं और 2013 में एक अंतरराष्ट्रीय प्रतियोगिता में पांचवें नंबर पर रही थीं. उसी साल उन्होंने पुतिन के एक दोस्त के बेटे किरील शामालोव से शादी की थी. 2018 में अमेरिका ने कतरीना पर प्रतिबंध लगा दिए थे क्योंकि वह रूसी ऊर्जा क्षेत्र में सक्रिय थीं.
तस्वीर: Eastnews/imago
पुतिन के नाती
व्लादिमीर पुतिन के पोते-पोतियां भी हैं लेकिन उनके बारे में कोई सार्वजनिक जानकारी नहीं है. 2017 में एक फोन इंटरव्यू में उन्होंने बताया था, “मेरे नातियों में से एक तो नर्सरी स्कूल में है. आप समझिए कि मैं नहीं चाहता वे किसी राजकुमार की तरह पाले-पोसे जाएं. मैं चाहता हूं कि वे आम लोगों की तरह ही बड़े हों.”
एक अन्य कंपनी ब्रैंड अनैलिटिक्स का कहना है कि टेलीग्रीम में 23 प्रतिशत की वृद्धि दर्ज हुई है जबकि मैसेजिंग ऐप ओके 6 प्रतिशत बढ़ी है. इंस्टाग्राम का विकल्प फिएस्टा मार्च के आखिर में रूसी ऐप स्टोर पर नंबर वन बन गया था जबकि इंस्टाग्राम से मिलती-जुलती ऐप रोसग्राम ने भी बाजार में प्रवेश कर लिया है. इंस्टाग्राम की एक ब्लैक एंड व्हाइट नकल ग्रस्टनोग्राम, जिसका अनुवाद हुआ सैडग्राम, पिछले कुछ हफ्तों में ही बाजार में आई है, जहां लोग उदास तस्वीरें शेयर कर सकते हैं.
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चीन की राह पर कई देश
घरेलू इंटरनेट विकल्प तैयार करने वाला रूस पहला देश नहीं है. इससे पहले चीन और भारत भी इसी तरह की कोशिशें करते रहे हैं जिनमें से कई सफल भी हुई हैं. इन देशों ने भी ऐसे वैकल्पिक सोशल मीडिया ऐप तैयार किए हैं जिन पर सरकारों का कब्जा है.
चीन में गूगल और फेसबुक पर बैन के बाद वीचैट देश का सबसे बड़ा डिजिटल प्लैटफॉर्म बन गया. चीन में कथित ग्रेट फायरवॉल के जरिए पश्चिमी वेबसाइटों पर कड़ी पाबंदी है. इसीलिए स्थानीय सर्च इंजन बायडू और ट्विटर जैसी वेबसाइट वाइबो खूब इस्तेमाल की जाती हैं. हालांकि आलोचक इन पर सेंसरशिप का स्तर बहुत ज्यादा होने के आरोप लगाते हैं.
रूस से बाहर निकलने की होड़ मची है कंपनियों में
रूस पर पश्चिमी देशों के प्रतिबंधों का नतीजा सबसे पहले कंपनियों पर दिखा है. दर्जनों दिग्गज कंपनियों ने रूस से कारोबार समेटना शुरू कर दिया है. इनमें कार से लेकर ऊर्जा, तकनीक, खेल, डाक और फिल्म से जुड़ी कंपनियां शामिल हैं.
तस्वीर: Sergi Reboredo/picture alliance
डायमलर ट्रक
ट्रक बनाने वाली कंपनी डायमलर ने तत्काल प्रभाव से रूस में अपना कारोबार बंद करने की घोषणा की है. इसमें रूसी ट्रक बनाने वाली कंपनी कमाज के साथ सहयोग भी शामिल है. डायमलर की पेरेंट कंपनी मर्सिडीज का कहना है कि वह कमाज में अपनी 15 फीसदी हिस्सेदारी को जितनी जल्दी हो सके बेचना चाहती है.
तस्वीर: Daimler AG
वॉल्वो कार
स्वीडन की कार कंपनी वॉल्वो का कहना है कि वह रुसी बाजार में अपनी कारें भेजना अगली सूचना जारी किए जाने तक रोक रही है. 2021 में वॉल्वो कंपनी ने रूसी बाजार में कुल 9,000 कारें बेची है.
तस्वीर: DW
जनरल मोटर्स
जनरल मोटर्स ने भी रूस को अगली सूचना तक गाड़ियों की सप्लाई रोकने का एलान किया है. अमेरिका के डेट्रॉयट की इस कंपनी का रूस में कोई प्लांट नहीं है. हर साल यह कंपनी रूस में लगभग 3,000 कारें बेचती है.
तस्वीर: Beata Zawrzel/NurPhoto/picture alliance
मित्सुबीशी
जापान की मित्सुबिशी मोटर्स भी रूस में कारों का उत्पादन और बिक्री बंद कर सकती है. कंपनी को डर है कि आर्थिक प्रतिबंधों के कारण कंपनी के सप्लाई चेन में बाधा आ सकती है.
तस्वीर: AP
रेनॉ
फ्रांस की कार कंपनी रेनॉ रूस के कार असेंबली प्लांट में कुछ गतिविधियां बंद करने जा रही है. इसके पीछे मुख्य तौर पर लॉजिस्टिक दिक्कतों को वजह बताया जा रहा है. रेनॉ पश्चिमी देशों की उन कंपनियों में है जिस पर प्रतिबंधों का बहुत ज्यादा असर होने की आशंका है. कंपनी की 8 फीसदी कमाई रूस से होती है और रूस की सबसे बड़ी कार कंपनी अवटोवाज का नियंत्रण भी रेनॉ के पास है.
तस्वीर: Anton Raharjo/AA/picture alliance
हार्ले डेविडसन
मोटरसाइकिल बनाने वाली अमेरिकी कंपनी हार्ले डेविडसन ने रूस में अपना कारोबार बंद कर दिया है. कंपनी अपनी मोटरबाइकों की अगली खेप भी रूस नहीं भेज रही है.
तस्वीर: Egon Bömsch/imageBROKER/picture alliance
फोर्ड मोटर्स
फोर्ड मोटर्स ने रूसी कंपनी के सोलर्स के साथ अपने संयुक्त उपक्रम को बंद करने का फैसला किया है. कंपनी ने रूस में अपना सारा कामकाज अगली सूचना तक बंद करने का एलान किया है. फोर्ड पहली अंतरराष्ट्रीय कार कंपनी है जिसने रूस में अपनी असेंबली लाइन शुरू की थी.
तस्वीर: picture-alliance/DPPI
जगुआर लैंड रोवर
ब्रिटेन की लग्जरी कार कंपनी जगुआर लैंड रोवर ने रूस में कार भेजना तत्काल प्रभाव से रोक दिया है. इस कंपनी का नियंत्रण भारत की टाटा मोटर्स के पास है.
तस्वीर: Velar Grant/ZUMAPRESS/picture alliance
एस्टन मार्टिन
ब्रिटेन की एक और लग्जरी कार कंपनी एस्टन मार्टिन ने भी रूस के लिए कारों की सप्लाई बंद कर दी है. कंपनी के कुल कामकाज का महज एक फीसदी से भी कम बाजार रूस और यूक्रेन में है.
तस्वीर: Darin Schnabel/dpa/picture alliance
बीएमडब्ल्यू
जर्मन ऑटो कंपनी बीएमडब्ल्यू ने भी रूस में अपनी कारें भेजने से इनकार कर दिया है. कंपनी रूस में मौजूद अपने प्लांट से उत्पादन भी बंद कर रही है.
तस्वीर: Joe Buglewicz/AP/dpa/picture alliance
बोइंग
विमान बनाने वाली अमेरिकी कंपनी बोइंग ने कहा है कि वह रूसी एयरलाइनों को नए विमानों की डिलीवरी, लीजिंग के साथ ही पार्ट्स, मेंटेनेंस और टेक्निकल सपोर्ट बंद कर रही है. कंपनी ने कीव में अपना दफ्तर भी फिलहाल बंद कर दिया है.
दुनिया में लीज पर विमान देने वाली सबसे बड़ी कंपनी एअरकैप होल्डिंग ने रूसी एयरलाइनों के लिए लीजिंग की सभी गतिविधियां बंद करने एलान किया है. रूस की एयरलाइनों के आधे से ज्यादा विमान लीज पर लिए गए हैं. 2021 में एयरकैप होल्डिंग के 5 फीसदी विमान रुस में लीज पर थे.
तस्वीर: Regis Duvignau/REUTERS
एचएसबीसी
अंतरराष्ट्रीय बैंक एचएसबीसी ने कहा है कि वह रूसी बैंकों के साथ अपना कारोबारी रिश्ता खत्म कर रही है. रूस के दूसरे सबसे बड़े बैंक वीटीबी समेत कई और बैंक एचएसबीसी के साथ साझेदारी में हैं. हालांकि कंपनी के महज 200 कर्मचारी ही रूस में हैं और 50 अरब डॉलर का कारोबार करने वाली कंपनी में रूस की हिस्सेदारी महज 1.5 करोड़ डॉलर है.
तस्वीर: Lang Xinchen/HPIC/dpa/picture alliance
ब्रिटिश पेट्रोलियम
ब्रिटिश पेट्रोलियम ने रूसी तेल कंपनी रोजनेफ्ट में अपनी 19.75 फीसदी हिस्सेदारी को खत्म करने का फैसला किया है.
तस्वीर: Andre M. Chang/Zuma/picture alliance
शेल
अमेरिकी पेट्रोलियम कंपनी शेल ने रूस के कारोबार से बाहर निकलने का एलान किया है. इसमें सखालिन 2 एलएनजी प्लांट भी शामिल है. इसमें शेल की 27.5 फीसदी की हिस्सेदारी है जबकि रूसी कंपनी गाजप्रोम इसके संचालन और मालिकाना हक में 50 फीसदी की हिस्सेदार है.
तस्वीर: Ben Stansall/AFP
इक्विनॉर
नॉर्वे की ऊर्जा कंपनी इक्विनॉर भी रूस के संयुक्त उपक्रमों से बाहर निकल रही है. यह कंपनी रूस में 30 से ज्यादा सालों से मौजूद है और 2012 में इसने रोजनेफ्ट के साथ व्यापक साझीदारी की शुरूआत की थी. तस्नवीर में इक्विनॉर का फ्लोटिंग विंड फार्म दिख रहा है जो अपनी तरह का पहला विंड फार्म है.
तस्वीर: Michal Wachucik/Abermedia
ओर्सटेड
डेनमार्क की ओर्सटेड कंपनी ने रूस के बिजली घरों के लिए कोयला और बायोमास की सप्लाई बंद करने का एलान किया है. हालांकि कंपनी गाजप्रोम से हर साल दो अरब क्यूबिक मीटर प्राकृतिक गैस खरीदना जारी रखेगी. गैस की खरीदारी के लिए कंपनियों के बीच लंबे समय का करार है. तस्वीर में दिख रहे विंड फार्म का संचालन ओर्स्टेड कंपनी करती है.
तस्वीर: Phil Noble/REUTERS
एक्सॉन मोबिल
एक्सॉन मोबिल ने रूस के तेल और गैस सेक्टर में अपना कामकाज बंद करने का एलान किया है. इस समय इस कंपनी की रूसी बाजार में 4 अरब डॉलर कीमत बताई जा रही है. कंपनी रूस में अब नया निवेश नहीं करेगी.
तस्वीर: Kathleen Flynn/REUTERS
ईएनआई
इटली की ऊर्जा कंपनी ईएनआई ने ब्लू स्ट्रीम पाइपलाइन में अपनी हिस्सेदारी बेचने जा रही है. यह पाइपलाइन रूसी गैस को तुर्की तक पहुंचाने के लिए बनाई गई है और इसमें रूसी कंपनी गाजप्रोम की भी हिस्सेदारी है. 2020 में ईएनआई ने रूस से लगभग 22.5 अरब क्यूबिक मीटर गैस खरीदा.
तस्वीर: David Niviere/abaca/picture alliance
ओएमवी
ऑस्ट्रिया की ऊर्जा कंपनियों के समूह ओएमवी ने गाजप्रोम के गैस फील्ट प्रोजेक्ट में हिस्सेदारी खरीदने की योजना रद्द कर दी है और नॉर्ड स्ट्रीम गैस पाइपलाइन में अपनी भूमिका पर फिर से विचार कर रही है. यह पाइपलाइन बाल्टिक सागर से रूसी गैस जर्मनी तक लाने के लिए बनाई गई और इसकी सप्लाई शुरू करने से जर्मनी ने पहले ही इनकार कर दिया है.
तस्वीर: Helmut Fohringer/Apa/picture alliance
हॉलीवुड
हॉलीवुड की डिज्नी, वॉर्नर ब्रदर्स और सोनी पिक्चर्स एंटरटेनमेंट ने कहा है कि वे अपनी आने वाली फिल्मों को रूस के थिएटरों में नहीं दिखाएगे.
यूपीएस, फेडेक्स, डीएचएल
दुनिया में माल ढुलाई की दो सबसे बड़ी कंपनियां यूपीएस और फेडेक्स ने कहा है कि वे रूस और यूक्रेन में माल की डिलीवरी रोक रहे हैं. जर्मन डाक कंपनी डॉएचे पोस्ट ने कहा है कि डीएचएल रूस में डाक और पार्सल की डिलीवरी बंद कर रहा है.
तस्वीर: Jochen Tack/picture alliance
कुएह्ने उंड नागेल
स्विटजरलैंड की माल ढुलाई कंपनी कुएह्ने उंड नागेल ने तत्काल प्रभाव से रूस में माल की ढुलाई अनिश्चित काल के लिए बंद कर दी है. इसमें मेडिकल, हेल्थकेयर और मानवीय सहायता की चीजों को शामिल नहीं किया गया है.
तस्वीर: Jan Woitas/dpa/picture alliance
एप्पल
टेक कंपनी एप्पल ने रूस के बाजार में अपने सारे सामानों की बिक्री रोकने का फैसला किया है. कंपनी यूक्रेन के आम लोगों की मदद के लिए अपने मैप में भी बदलाव कर रही है.
तस्वीर: Sergi Reboredo/picture alliance
गूगल
अल्फाबेट की कंपनी गूगल का कहना है कि वह रूसी ब्रॉडकास्टर आरटी और स्पुतनिक से जुड़े मोबाइल ऐप को ब्लॉक कर रही है. कंपनी ने रूस की सरकारी मीडिया कंपनियों को पहले ही समाचार से जुड़ी सेवाओं से हटा दिया है.
तस्वीर: Andre M. Chang/ZUMA Press Wire/dpa/picture alliance
माइक्रोसॉफ्ट
माइक्रोसॉफ्ट ने रूस की सरकारी मीडिया कंपनी आरटी के ऐप को विंडोज ऐप स्टोर से हटा दिया है और सरकारी मीडिया कंपनियों के विज्ञापन पर प्रतिबंध लगा दिया है.
तस्वीर: Pavlo Gonchar/ZUMA Wire/imago images
नोकिया
फिनलैंड की कंपनी नोकिया ने प्रतिबंधों को लागू करते हुए रूस में सप्लाई बंद करने का एलान किया है. कंपनी रूस के एमटीएस, विंपलकॉम, मेगाफोन और टेली2 को सामान की सप्लाई करती है.
तस्वीर: Arne Dedert/dpa/picture alliance
एडीडास
खेल के कपड़े और जूते बनाने वाली प्रमुख कंपनी एडीडास ने रूस के फुटबॉल संघ के साथ अपनी साझेदारी तुरंत प्रभाव से खत्म कर दी है.
तस्वीर: Kevin Frayer/Getty Images
नाइकी
नाइकी ने वेबसाइट और ऐप के जरिए होने वाले अपने सामानों की खरीदारी रूस में बंद कर दी है क्योंकि रूस में यह डिलीवरी की जिम्मेदारी फिलहाल नहीं ले सकती है.
तस्वीर: John Angelillo/newscom/picture alliance
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भारत में भी पिछले साल ट्विटर के साथ सरकार की अनबन के बाद एक स्थानीय वेबसाइट कू का प्रादुर्भाव हुआ, जिसे सरकारी विभागों और मंत्रियों ने भी खूब बढ़ावा दिया. इसी तरह चीन की वीडियो शेयरिंग ऐप टिकटॉक को बैन करने के बाद भारत में जोश और मोज जैसी कई ऐप आ चुकी हैं और धीरे-धीरे पांव पसार रही हैं. जोश के 1.5 करोड़ से ज्यादा ग्राहक हो चुके हैं.