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तालिबान से रूस की नजदीकियों पर भारत को एतराज

अशोक कुमार
१६ दिसम्बर २०१६

अफगानिस्तान में तालिबान के साथ नजदीकियां बढ़ाने की रूस की कोशिशों पर भारत ने नाखुशी जताई है. रूस ने इस्लामिक स्टेट को हराने में तालिबान का साथ लेने की बात कही है.

Afghanistan Taliban Kämpfer in der Ghazni Provinz
तस्वीर: Reuters

एक सवाल के जबाव में भारतीय विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता विकास स्वरूप ने कहा, "जहां तक तालिबान की बात है तो उन्हें अंतरराष्ट्रीय दायरों में रहना होगा, आतंकवाद और हिंसा छोड़नी होगी, अल कायदा से रिश्ते तोड़ने होंगे, लोकतांत्रिक नियमों का पालन करना होगा और ऐसा कुछ भी करने से खुद को रोकना होगा जिससे बीते 15 साल में हासिल की गई प्रगति को नुकसान होता हो.”

भारतीय प्रवक्ता ने इस बात से इनकार किया कि रूस के साथ भारत के संबंधों में किसी तरह की गिरावट आई है. लेकिन इतना साफ है कि एक के बाद एक रूस के कुछ हालिया कदमों पर भारत को आपत्ति रही है. इनमें पाकिस्तान के साथ सैन्य अभ्यास करने का रूस का फैसला भी शामिल है. और अब तालिबान के साथ संपर्क बढ़ाने की रूस की कोशिश भी भारत को ठीक नहीं लग रही है. विकास स्वरूप ने कहा है कि अफगानिस्तान में आखिरकार यह वहां की सरकार को तय ही करना है कि बातचीत कैसे और किसके साथ करनी है.

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उन्होंने अफगान संसद में रूस राजदूती एलेंक्जांडर मैंतितस्कीय के भाषण के जवाब में यह बात कही. मैंतितस्कीय ने कहा, "जामिर काबुलोव (रूसी विदेश मंत्रालय के एक उच्च अधिकारी) ने कहा है कि दाएश (आईएस) के साथ लड़ने में हमारा हित भी तालिबान के जैसा ही है.” रूस का कहना है कि वह अब तालिबान को एक "राष्ट्रीय सैन्य-राजनीतिक आंदोलन" मानता है, लेकिन आईएस उसके लिए एक जिहादी आंदोलन है जो रूस के पड़ोस में स्थित मध्य एशिया को बर्बाद कर सकता है.

बताया जाता है कि ईरान भी अफगान क्षेत्र से आईएस को दूर रखने के लिए तालिबान से संपर्क बढ़ा रहा है. ईरान की एक समाचार एजेंसी के अनुसार एक प्रभावशाली ईरानी धार्मिक नेता ने इस हफ्ते घोषणा की है कि ईरान "तालिबान के कुछ उदार नेताओं" को अंतरराष्ट्रीय इस्लामी एकता पर होने वाली कांफ्रेस में आमंत्रित किया है. उनका कहना है, "तालिबानी आंदोलन के कुछ पक्षों के साथ ईरान के हमेशा से संपर्क रहे हैं.”

हालांकि ईरान तालिबान के साथ किसी तरह के संबंधों से इनकार करता है, लेकिन अफगान अधिकारियों ने हाल में ईरान पर आरोप लगाया कि वह न सिर्फ वरिष्ठ तालिबान कमांडरों के परिवारों को अपने यहां रखे हुए बल्कि तालिबान लड़कों को अत्याधुनिक हथियार भी मुहैया कर रहा है.

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