सऊदी अरब ने एक ऐसा शहर बनाने का ऐलान किया है जो कार मुक्त होगा. इसे 'द लाइन' नाम से जाना जाएगा. नियोम बिजनेस जोन को विकसित करने की दिशा में यह पहला बड़ा कदम है. शहर का निर्माण महीने भर में शुरू हो जाएगा.
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सऊदी अरब ने नियोम बिजनेस जोन के तहत शून्य कार्बन उत्सर्जन वाले शहर की योजना की घोषणा की है. लाल सागर के तट पर सऊदी अरब भविष्य का व्यावसायिक केंद्र बना रहा है. रविवार 10 जनवरी को सऊदी अरब के क्राउन प्रिंस मोहम्मद बिन सलमान ने शहर के लॉन्च की घोषणा की. इस शहर का नाम 'द लाइन' होगा. तेल समृद्ध देश के क्राउन प्रिंस के मुताबिक शून्य कार, शून्य सड़क और शून्य कार्बन उत्सर्जन वाले ईको-शहर में दस लाख लोग रह सकेंगे. इसमें स्कूल, स्वास्थ्य केंद्र और हरियाली जैसी सुविधाएं होंगी. शहर का निर्माण इस साल की पहली तिमाही में शुरू हो जाएगा. प्रिंस मोहम्मद के मुताबिक, "हमें पारंपरिक शहर की अवधारणा को भविष्य के शहर के रूप में बदलने की जरूरत है."
नियोम में होगा अरबों का निवेश
नियोम ने एक बयान में कहा एक उच्च गति वाले सार्वजनिक परिवहन सिस्टम की योजना के साथ पैदल यात्रा वाले शहर तक यात्रा में 20 मिनट से अधिक नहीं लगने की उम्मीद है. बयान के मुताबिक आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस की इसमें महत्वपूर्ण भूमिका होगी, बयान के मुताबिक, "यह 100 प्रतिशत स्वच्छ ऊर्जा द्वारा संचालित होगा और यह निवासियों के लिए प्रदूषण मुक्त, स्वस्थ और अधिक स्थायी वातावरण मुहैया करेगा." सऊदी अरब के पश्चिमोत्तर में नियोम प्रोजेक्ट पर करीब 500 अरब डॉलर का निवेश हो रहा है. लाल सागर के तट पर इस नए स्पेशल आर्थिक जोन के तहत क्राउन प्रिंस का इरादा युवाओं को नौकरियां देने का है. नियोम 26,500 वर्ग किलोमीटर के क्षेत्र में फैला होगा और इसकी सीमाएं जॉर्डन और मिस्र को छूएंगी. साल 2017 में जब नियोम की घोषणा हुई थी तो इसमें काफी रूचि ली गई. इस प्रोजेक्ट के तहत 3,80,000 नौकरियां पैदा होंगी और 2030 तक करीब 48 अरब डॉलर सऊदी की जीडीपी में आएगा. सऊदी अरब दुनिया का प्रमुख कच्चा तेल निर्यातक है और सबसे अधिक प्रदूषण फैलाने वाले देशों में भी शामिल है.
एए/सीके (एएफपी, रॉयटर्स)
दुनिया में बस रहे हैं ये नए हाई टेक शहर
दुनिया भर में मौजूदा शहरों पर दबाव को कम करने के लिए नए शहर बसाए जा रहे हैं. जाहिर है नए जमाने के ये शहर नई जरूरतों के मुताबिक सुविधाओं से लैस होंगे. एक नजर ऐसे ही कुछ शहरों पर.
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नियोम: रेगिस्तान का भविष्य
अगर सब कुछ सऊदी अरब के क्राउन प्रिंस की मर्जी के मुताबिक रहा तो प्रस्तावित शहर नियोम दुनिया का सबसे सुरक्षित, सबसे आधुनिक और प्रभावशाली शहर होगा. वह लाल सागर के तट पर इस नए स्पेशल आर्थिक जोन को बसाने पर 500 अरब डॉलर लगाना चाहते हैं. उनका इरादा एक हाई टेक शहर बसाने का है जहां युवाओं को नौकरियां मिलें.
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मसदार सिटी: हर भरा लेकिन खाली
मसदार संयुक्त अरब अमीरात में एक इकोलॉजिकल हाई टेक सिटी है, जिसका काम 2016 तक पूरा होना था. लेकिन अब कहा जा रहा है कि यह 2030 तक ही पूरा हो पाएगा. इरादा है एक पूरी तरह उत्सर्जन मुक्त शहर बसाना. इंटरनेशनल रिन्युएबल एनर्जी एजेंसी के साथ साथ सीमेंस जैसी कंपनियों यहां पहुंच चुकी हैं, लेकिन आम लोग अभी वहां नहीं गए हैं.
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मंगोलिया का मैदार
मंगोलिया की राजधानी उलानबाटोर का ट्रैफिक और स्मॉग के कारण बुरा हाल रहता है. इसीलिए शहर के दक्षिण में मैदार नाम से एक नया शहर बसाया जाना है. कोलोन के आर्किटेक्ट श्टेफान श्मिट्स का कहना है कि नए शहर के पर्यावरण सम्मत माहौल में तीन लाख लोग रहेंगे. शहर की पहचान दुनिया की सबसे बड़ी बुद्ध प्रतिमा होगी.
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लिनगांग है शहर का नाम
चीन में शंघाई के पास लिनगांग के नाम से एक नया इकॉनोमिक हब बनाया जा रहा है. हैम्बर्ग के आर्किटेक गेरकान, मार्ग एंड पार्टनर्स ने इस नए शहर का डिजाइन तैयार किया है जहां किफायती घरों में आठ लाख लोग रह पाएंगे. यहां रहने वालों को नौकरियां एक हाई टेक रिसर्च सेंटर, कंटेनर पोर्ट और उससे जुड़े फ्री ट्रेड जोन के जरिए मुहैया कराई जाएंगी.
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दक्षिण कोरिया का कमाल
दक्षिण कोरिया में सोंगदो को बसाने के लिए समंदर में छह वर्ग किलोमीटर का प्लॉट तैयार किया गया है. इरादा सोंगदो को दुनिया का सबसे स्मार्ट शहर बनाने का है. यहां पहले से ही एक लाख लोग रहते हैं जिनमें से ज्यादातर अमीर तबके के हैं. यहां ट्रैफिक से पुलिस और निजी घरों तक, सब कुछ डिजीटल रूप से जुड़ा है. हर जगह कैमरे और सेंसर हैं.
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नाइजीरिया का मैनहट्टन
लागोस के बाहरी इलाके में लग्जरी फाइनेंशियल सेंटर तैयार करने के लिए काम शुरू हो गया है. यहां तैयार होने वाले शहर में लगभग ढाई लाख लोग रहेंगे. इस इको अटलांटिक सिटी में शॉपिंग मॉल और ऊंची ऊंची इमारतें होंगी. आलोचकों का कहना है कि नाइजीरिया की आधी से ज्यादा आबादी गरीबी में रहती है. ऐसे में यह नया शहर सिर्फ अमीरों के ऐशो आराम का ठिकाना होगा.
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बेलमोंट: बिल गेट्स का शहर
अमेरिकी राज्य एरिजोना में बन रहे बेंलमोंट स्मार्ट सिटी के होमपेज के अनुसार माइक्रोसॉफ्ट के संस्थापक बिल गेट्स इस नए शहर के पीछे हैं. राज्य की राजधानी फीनिक्स से 70 किलोमीटर दूर बस रहे इस शहर में दो लाख लोगों के रहने की उम्मीद है. प्रोजेक्ट अभी शुरुआती चरण में है.
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कनाडा में गूगल शहर
गूगल की मूल कंपनी एल्फाबेट इंक कनाडा में एक नया शहर बसा रही है. कई तरह से डिजीटली कनेक्टेड इस शहर में दस हजार लोग रहेंगे. टोरंटो के पास बस रहा क्वीसाइड अपने भावी निवासियों का डिजीटल डाटा रखेगा. कनाडा के प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो ने इस योजना को मंजूरी दे दी है.