सामाजिक और आर्थिक बदलाव के दौर से गुजर रहे सऊदी अरब ने अब दुनिया भर के सैलानियों को टूरिस्ट वीजा देने का फैसला किया है. 2018 की पहली तिमाही से यह काम शुरू हो जाएगा.
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सऊदी अरब में पर्यटन मामलों के सर्वोच्च अधिकारी प्रिंस सुल्तान बिन सलमान अब्दुलअजीज ने एएफपी को बताया, "अगले साल से इलेक्ट्रॉनिक वीजा शुरू करने के लिए सभी जरूरी सरकारी मंजूरियां मिल गई हैं. ये वीजा उन सभी देशों के नागरिकों को दिए जाएंगे जिनको सऊदी अरब का दौरा करने की अनुमति है."
सऊदी पर्यटन और राष्ट्रीय धरोहर आयोग प्रमुख ने कहा, "हम अब नियम तैयार कर रहे हैं कि कौन इस वीजा को पाने के योग्य है और कैसे उसे हासिल किया जा सकता है." प्रिंस सुल्तान सऊदी शाह सलमान के बेटे हैं.
सऊदी अरब के क्राउन प्रिंस मोहम्मद बिन सलमान देश की अर्थव्यवस्था की तेल पर निर्भरता कम करना चाहते हैं और इसके लिए वह आर्थिक और सामाजिक सुधारों को तवज्जो दे रहे हैं. पर्यटन वीजा की शुरुआत को भी इसी का हिस्सा माना जा रहा है.
सऊदी अरब को बदलने चला एक नौजवान शहजादा
31 साल के सऊदी क्राउन प्रिंस मोहम्मद बिन सलमान ने अपने फैसलों से ना सिर्फ सऊदी अरब में, बल्कि पूरे मध्य पूर्व में खलबली मचा रखी है. जानिए वह आखिर क्या करना चाहते हैं.
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अहम जिम्मेदारी
शाह सलमान ने अपने 57 वर्षीय भतीजे मोहम्मद बिन नायेफ को हटाकर अपने बेटे मोहम्मद बिन सलमान को क्राउन प्रिंस घोषित किया है. प्रिंस मोहम्मद बिन नायेफ से अहम गृह मंत्रालय भी छीन लिया गया है.
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संकट में मध्य पूर्व
सुन्नी देश सऊदी अरब में यह फेरबदल ऐसे समय में हुआ है जब एक तरफ ईरान के साथ सऊदी अरब का तनाव चल रहा है तो दूसरी तरफ कतर से रिश्ते तोड़ने के बाद खाड़ी देशों में तीखे मतभेद सामने आये हैं.
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सब ठीक ठाक है?
कुछ लोगों का कहना है कि यह फेरबदल सऊद परिवार में अंदरूनी खींचतान को दिखाता है. लेकिन सऊदी मीडिया में चल रही एक तस्वीर के जरिये दिखाने की कोशिश की गई है कि सब ठीक ठाक है. इसमें प्रिंस मोहम्मद बिन सलमान प्रिंस मोहम्मद बिन नायेफ का हाथ चूम रहे हैं.
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तेजी से बढ़ता रुतबा
2015 में सऊदी शाह अब्दुल्लाह का 90 की आयु में निधन हुआ था. उसके बाद शाह सलमान ने गद्दी संभाली है. तभी से मोहम्मद बिन सलमान का कद सऊदी शाही परिवार में तेजी से बढ़ा है.
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सत्ता पर पकड़
नवंबर 2017 में सऊदी अरब में कई ताकतवर राजकुमारों, सैन्य अधिकारियों, प्रभावशाली कारोबारियों और मंत्रियों को भ्रष्टाचार के आरोपों में गिरफ्तार किया गया है. आलोचकों ने इसे क्राउन प्रिंस की सत्ता पर पकड़ मजबूत करने की कोशिश बताया.
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सुधारों के समर्थक
नये क्राउन प्रिंस आर्थिक सुधारों और आक्रामक विदेश नीति के पैरोकार हैं. तेल पर सऊदी अरब की निर्भरता को कम करने के लिए मोहम्मद बिन सलमान देश की अर्थव्यवस्था में विविधता लाना चाहते हैं.
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तेल का खेल
सऊदी अरब दुनिया का सबसे बड़ा तेल निर्यातक देश है. उसकी जीडीपी का एक तिहायी हिस्सा तेल उद्योग से आता है जबकि सरकार को मिलने वाले राजस्व के तीन चौथाई का स्रोत भी यही है. लेकिन कच्चे तेल के घटते दामों ने उसकी चिंता बढ़ा दी है.
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सत्ता पर पकड़
मोहम्मद बिन सलमान क्राउन प्रिंस होने के अलावा उप प्रधानमंत्री और रक्षा मंत्री भी हैं. इसके अलावा तेल और आर्थिक मंत्रालय भी उनकी निगरानी में हैं, जिसमें दिग्गज सरकारी तेल कंपनी आरामको का नियंत्रण भी शामिल है.
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जंग छेड़ी
पिता के गद्दी संभालते ही युवा राजकुमार को देश का रक्षा मंत्री बनाया गया था. इसके बाद उन्होंने कई अरब देशों के साथ मिलकर यमन में शिया हूथी बागियों के खिलाफ जंग शुरू की.
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आक्रामक विदेश नीति
यमन में हस्तक्षेप सऊदी विदेश नीति में आक्रामकता का संकेत है. इसके लिए अरबों डॉलर के हथियार झोंके गये हैं. इसके चलते सऊदी अरब के शिया प्रतिद्वंद्वी ईरान पर भी दबाव बढ़ा है.
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ईरान पर तल्ख
ईरान को लेकर मोहम्मद बिन सलमान के तेवर खासे तल्ख हैं. वह भी अमेरिकी राष्ट्रपति डोनल्ड ट्रंप की तरह ईरान को मध्य पूर्व में अस्थिरता की जड़ मानते हैं. उन्हें ईरान के साथ कोई समझौता मंजूर नहीं.
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युवा नेतृत्व
प्रिंस मोहम्मद सऊदी अरब में खूब लोकप्रिय हैं. उनके उभार को युवा नेतृत्व के उभार के तौर पर देखा जा रहा है. अर्थव्यवस्था के लिए उनकी महत्वाकांक्षी योजनाओं से कई लोगों को बहुत उम्मीदें हैं.
दुनिया के अलग अलग हिस्सों से लाखों मुसलमान हर साल हज करने सऊदी अरब जाते हैं. इसके अलावा अगर किसी को सऊदी अरब जाना है तो उसे बेहद कड़ी प्रक्रिया से गुजरना पड़ता है. अभी सऊदी अरब कुछ ही देशों के लोगों को पर्यटन वीजा देता है, लेकिन उन्हें भी कई पाबंदियों का सामना करना पड़ता है. मिसाल के तौर पर वे किसी निश्चित कंपनी के जरिए ही यात्रा कर सकते हैं और किसी निर्धारित होटल में ही ठहर सकते हैं.
रियाद के मोटर शो में कार पसंद करतीं सऊदी महिलाएं
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प्रिंस सुल्तान ने कहा कि नए टूरिस्ट वीजा की फीस अभी तय नहीं की गयी है, लेकिन उनका कहना है कि इसे, जितना संभव होगा, कम ही रखा जाएगा.
सऊदी अरब प्राकृतिक सुंदरता के लिहाज से बेहद सुंदर है. लेकिन वहां महिला और पुरुषों के मुक्त रूप से मिलने जुलने, शराब और महिलाओं के ड्राइविंग पर लंबे समय तक प्रतिबंध रहने के कारण वह सैलानियों की पसंद नहीं रहा है. हाल के महीने में सऊदी अरब में कई तरह की ढील दी गई हैं. एक तरफ सिनेमाघरों को अनुमति दी गयी है, वहीं महिलाओं के ड्राइविंग करने पर लगी रोक को भी हटाने का फैसला किया गया है. साथ ही अब राष्ट्रीय उत्सवों के दौरान महिला और पुरुष आपस में मिल जुल सकते हैं.
प्रिंस मोहम्मद ने अगस्त में घोषणा की थी कि लाल सागर में बसे 50 द्वीपों को जोड़कर एक बड़ा लग्जरी रिजॉर्ट बनाया जाएगा.