कहीं नौकरी का अभाव तो कहीं मजदूरों का. जर्मनी सर्बिया से कुशल कामगारों की भर्ती कर रहा है. बहुत से लोग इस संभावना से खासे उत्साहित हैं लेकिन सर्बिया के उद्यम प्रतिभा पलायन से परेशान हैं.
अरब देश कतर सऊदी अरब और साथियों के बहिष्कार के बाद विवादों में है. मध्यपूर्व में हलचल भारत के लिए चिंता की बात हो जाती है, भारत सरकार की रिपोर्ट के अनुसार 2015 में करीब 7.17 लाख लोग मध्यपूर्व के देशों में काम करने गये.
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सऊदी अरब
करीब 3.06 लाख लोग 2015 में सऊदी अरब गये. सऊदी अरब में कुल लगभग 27 लाख 30 हजार भारतीय काम करते हैं, जिनसे देश को करोड़ों डॉलर प्राप्त होता है.
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संयुक्त अरब अमीरात
भारत से यूएई जाने वालों की संख्या 2015 में 2.25 लाख रही. यूएई में इस वक्त करीब 17 लाख भारतीय रह रहे हैं. देश में स्थानीय निवासियों के बाद भारतीय समुदाय के लोगों की संख्या दूसरे स्थान पर है.
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कतर
भारत से इस साल करीब 60 हजार लोग कतर पहुंचे. कतर में करीब 6,50,000 भारतीय रहते हैं, जो कि वहां की कुल आबादी का करीब एक-तिहाई है.
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ओमान
ओमान पहुंचने वालों की संख्या 85 हजार रही. आकड़ों के मुताबिक, करीब छह लाख भारतीय ओमान में काम कर रहे हैं और इनमें से 80 फीसदी दक्षिण भारत से ताल्लुक रखते हैं.
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70 लाख
सऊदी अरब, यूएई, कुवैत, ओमान, कतर और बहरीन में 70 लाख से भी अधिक भारतीय रहते हैं. यह संख्या पूरी दुनिया में रह रहे एनआरआई की 60 फीसदी है.