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मानवाधिकारब्रिटेन

ब्रिटेन: 'ग्रूमिंग गैंग्स' के एक मामले में 7 पुरुष दोषी करार

रजत शर्मा रॉयटर्स, एपी
१५ जून २०२५

ब्रिटेन में "ग्रूमिंग गैंग्स" कांड के एक मामले में सात पुरुषों को दोषी पाया गया है. ग्रेटर मैनचेस्टर पुलिस ने कहा है कि इन लोगों पर 2001 से 2006 के बीच बलात्कार और बच्चों के साथ अभद्रता जैसे 50 आरोप लगे थे.

प्रतीकात्मक तस्वीर
दोषियों में 67 साल से लेकर 39 साल के पुरुष शामिल हैंतस्वीर: Will Oliver/dpa/picture alliance

ब्रिटेन में 1980 से 2013 के बीच करीब 1400 लड़कियों के यौन शोषण के मामलों को "ग्रूमिंग गैंग्स" स्कैंडल का नाम दिया जाता है जिसके ज्यादातर दोषी या अभियुक्त पाकिस्तानी मूल के हैं. हाल में मैनचेस्टर की एक स्थानीय अदालत ने सात लोगों को दो लड़कियों (13 वर्ष की उम्र से) के यौन शोषण का दोषी करार दिया है.  अभियोजक रॉजानो स्कैमारडेला ने सुनवाई की शुरुआत में जूरी को बताया कि इस समूह ने दो लड़कियों को "सेक्स के लिए इधर-उधर घुमाया, उनका शोषण किया, उन्हें अपमानित किया और फिर उन्हें छोड़ दिया."

स्कैमारडेला ने यह भी कहा कि सोशल सर्विसेज विभाग इन दोनों लड़कियों को जानता था और यह "कोई राज नहीं" था कि वे बड़ी उम्र के दक्षिण एशियाई पुरुषों के साथ, यौन संबंध रखती थीं. यह लगभग अन्य ग्रूमिंग गैंग्स जैसी ही स्थिति थी. सभी अभियुक्तों ने आरोपों से इनकार किया था. लेकिन तीन हफ्तों के विचार-विमर्श के बाद जूरी ने सर्वसम्मति से उन्हें दोषी ठहराया. दोषी ठहराए गए पुरुषों में 67 साल से लेकर 39 साल के पुरुष शामिल हैं. अदालत जल्द ही सजा का एलान करेगी लेकिन जज ने चेताया है कि "लंबे कारावास की सजा" दी जाएगी.

राष्ट्रीय स्तर पर होगी जांच

ब्रिटिश प्रधानमंत्री किएर स्टार्मर ने कहा है कि वह हजारों लड़कियों का यौन शोषण करने वाली ग्रूमिंग गैंग्स की राष्ट्रीय जांच की सिफारिश स्वीकार करेंगे. इससे पहले वह कानूनी समीक्षा की मांगों का विरोध कर रहे थे. गृह मंत्री इवेट कूपर ने इसी साल जनवरी में एक पूर्व वरिष्ठ अधिकारी लुईस केसी को ब्रिटेन में गैंग-आधारित शोषण के पैमाने और उसके प्रकार की "तेजी से जांच" करने के लिए कहा था.

स्काई न्यूज ने 14 जून को बताया कि केसी रिपोर्ट में सामने आ सकता है कि श्वेत ब्रिटिश लड़कियों को पुलिस और स्थानीय अधिकारियों ने "संस्थागत रूप से नजरअंदाज" किया क्योंकि वे नस्लवाद का आरोप लगने से डरते थे.

स्टार्मर ने कहा, "उनका (केसी का) मानना है कि जो उन्होंने देखा है, उसके आधार पर राष्ट्रीय जांच होनी चाहिए. मैंने उनकी रिपोर्ट का हर एक शब्द पढ़ा है और मैं उनकी सिफारिश स्वीकार करने जा रहा हूं."

पढ़ें: क्या है ब्रिटेन में पाकिस्तानियों से जुड़ा ग्रूमिंग गैंग स्कैंडल

मस्क की आलोचना से मुश्किलों में प्रधानमंत्री

दरअसल यह कांड इस साल तब ब्रिटेन की राजनीतिक चर्चा में छा गया, जब कारोबारी इलॉन मस्क ने प्रधानमंत्री किएर स्टार्मर की आलोचना की. सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स के मालिक मस्क ने स्टार्मर पर आरोप लगाया कि जब वह ब्रिटेन के मुख्य अभियोजक थे, तब उन्होंने इस कांड से निपटने में नाकामी दिखाई, जिसे स्टार्मर ने गुस्से में खारिज कर दिया.

2014 की एक जांच में पता चला कि 1997 से 2013 के बीच उत्तरी इंग्लैंड के रॉदरहैम में कम से कम 1400 बच्चों का यौन शोषण किया गया. रिपोर्ट में कहा गया कि जिन आरोपियों की पहचान हो पाई, उनमें ज्यादातर पाकिस्तानी मूल के थे. साथ ही, कुछ मामलों में स्थानीय अधिकारी और अन्य एजेंसियां जातीय पहचान बताने से कतराती थीं क्योंकि वे समुदाय की एकता को बिगाड़ने या नस्लवादी दिखने से डरती थीं. इंग्लैंड के अन्य शहरों और कस्बों में भी ग्रूमिंग गैंग्स की मौजूदगी के कारण आपराधिक मुकदमे और स्थानीय स्तर पर जांचें शुरू हुई हैं.
 

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