ऑस्ट्रिया के ग्रात्स में स्कूल में गोलीबारी, 10 मरे
१० जून २०२५
पुलिस से मिली जानकारी के मुताबिक यह घटना ग्रात्स के एक अपर सेकेंडरी स्कूल के आसपास सुबह 10 बजे हुई है. गोली चलने के कुछ ही देर बाद पुलिस की स्पेशल टीमें वहां पहुंच गई. इन स्कूलों में ज्यादातर छात्र 14 साल या उससे ज्यादा की उम्र के होते हैं. घटना के तुरंत बाद स्कूल की इमारत को खाली करा लिया गया. छात्र और टीचरों को एक सुरक्षित जगह पर ले जाया गया.
बच्चों के मां-बाप और घायल छात्रों को आसपास की इमारतों में ले जाया गया जहां उनकी देखभाल के लिए आपातकालीन सेवा दल के लोग पहुंच गए थे. इस घटना में कई लोग गंभीर रूप से घायल भी हुए हैं.
कौन था हमलावर
पुलिस का मानना है कि इस घटना में सिर्फ एक हमलावर ही था जिसकी मौत हो चुकी है. ऑस्ट्रियाई मीडिया में आ रही खबरों में कहा जा रहा है कि उसने अपनी जान खुद ले ली.
अधिकारियों ने हमलावर के बारे में ज्यादा जानकारी नहीं दी है.
एक ऑस्ट्रियाई अखबार ने बताया है कि हमलावर की उम्र 22 साल थी और वह उसी स्कूल का पहले छात्र था. इन खबरों की स्वतंत्र रूप से पुष्टि नहीं हुई है लेकिन अखबारों में यह भी लिखा गया है कि एक पिस्टल और शॉटगन लेकर हमलावर स्कूल आया. गेट खोल कर वह अंदर दाखिल हुआ और छात्रों पर गोली चलानी शुरू कर दी.
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घटनास्थल पर स्थिति नियंत्रण में
बोर्ग द्रायरशुत्सगासे हाई स्कूल ग्रात्स के हिस्टोरिक सेंटर से करीब एक किलोमीटर दूर है. घटनास्थल की तस्वीरों में वहां बड़ी संख्या में पुलिस की तैनाती दिख रही है, साथ ही कम से कम एक हेलीकॉप्टर और बड़ी संख्या में आपातकालीन सेवा की गाड़ियां भी दिखीं.
ग्रात्स ऑस्ट्रिया का दूसरा सबसे बड़ा शहर है. यह देश के दक्षिणपूर्वी हिस्से में है और यहां की आबादी करीब 3 लाख है.
पुलिस ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर लिखा है, "वहां की स्थिति अब नियंत्रण में है, अब और कोई खतरा नहीं है." शहर की मेयर के हवाले से ऑस्ट्रिया प्रेस एजेंसी ने बताया है कि मरने वालों में छात्रों के अलावा एक वयस्क भी शामिल है.
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घटनास्थल पर चांसलर का दौरा
ऑस्ट्रिया के चांसलर क्रिस्टियान श्टॉकर स्कूल जा रहे हैं. उनके साथ गृह मंत्री गेरहार्ड कार्नर के भी वहां मौजूद रहने की उम्मीद है.
ऑस्ट्रियाई चांसलर ने कहा है कि यह गोलीबारी, "राष्ट्रीय दुख की घटना है और इससे पूरे देश को सदमा लगा है." एक्स पर डाले बयान में उन्होंने कहा है, "उस पीड़ा और दुख को बयान करने के लिए शब्द नहीं है जो हम सब- पूरा देश इस वक्त महसूस कर रहा है."
ऑस्ट्रिया के राष्ट्रपति आलेक्जांडर फान डेयर बेलन ने कहा, "यह आतंक शब्दों में नहीं ढाला जा सकता. वहां बच्चे थे जिनके सामने अभी पूरी जिंदगी थी."
यूरोपीय आयोग की प्रमुख उर्सुला फॉन डेयर लाएन ने एक्स पर लिखा है, "इसे झेलना बहुत कठिन हो जाता है जब स्कूल मौत और हिंसा की जगह बनते हैं."
ऑस्ट्रिया में बंदूक खरीदना आसान
ऑस्ट्रिया में 18 साल की उम्र के बाद बार-बार हाथों से लोड किए जाने वाले राइफल या शॉटगन खरीदना आसान है. शिकारियों के लिए भी यहां हथियार खरीदना आसान है. बंदूक बेचने वाले सिर्फ यह चेक करते हैं कि उस आदमी को बंदूक बेचने पर कोई प्रतिबंध तो नहीं लगा. हथियारों को सेंट्रल वेपन्स रजिस्टर में दर्ज कराना होता है.
दूसरे हथियार मसलन रिपीटिंग शॉटगन या फिर सेमी-ऑटोमैटिक बंदूकें हासिल करना यहां मुश्किल है. इसके लिए खरीदार को गन ओनरशिप कार्ड और बंदूक का लाइसेंस लेना पड़ता है. इसके अलावा मशीनगन जैसे हथियारों पर प्रतिबंध है. ऑस्ट्रिया के लोगों के पास ज्यादा हथियार रहते हैं. औसतन हर 100 आदमी पर करीब 30 बंदूकें यहां मौजूद हैं.
इसके बावजूद ऑस्ट्रिया के स्कूल में इस तरह की घटना दुर्लभ है. दूसरे विश्वयुद्ध के बाद इसे अब तक की सबसे बड़ी गोलीबारी कहा जा रहा है.
इससे पहले 2020 में वियना के सेंटर में हुई एक गोलीबारी में जिहादियों ने चार लोगों की जान ले ली थी और 22 लोग घायल हुए थे. उससे पहले नवंबर 1997 में 36 साल के एक मेकैनिक ने छह लोगों को गोली मारने के बाद खुद की भी जान ले ली थी.