सिडनी में एक व्यक्ति की मौत हो गई है, जिसे शार्क के हमले के बाद गंभीर चोटें आई थीं. दशकों बाद सिडनी के तट के पास शार्क के हमले में किसी की मौत हुई है.
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ऑस्ट्रेलिया की पुलिस का कहना है कि यह हमला बुधवार को सिडनी के पास समंदर में हुआ और उन्होंने मारे गए व्यक्ति के अवशेष पानी से निकाल लिए हैं. शहर के तटों के पास यह बीते 60 बरसों में किसी की जान लेने वाली ऐसी चौथी घटना है,
क्या हुआ था
चश्मदीदों ने स्थानीय मीडिया को बताया कि उन्होंने लिटल बे बीच के पास तैराक पर शार्क का हमला होते हुए देखा. पास ही मछली पकड़ रहे एक व्यक्ति ने ऑस्ट्रेलियाई प्रसारक एबीसी को बताया कि उसने तैराक को देखा था, जिसे शार्क खींचकर पानी के अंदर ले गई. उसके मुताबिक, "जब वह पानी के अंदर जा रहा था, तो पानी में बहुत उथल पुथल हो रही थी. बहुत ही भयानक था. मैं अब भी कांप रहा हूं." उसने बताया कि चंद सेकंडों के भीतर यह सब हुआ.
शार्कों से दोस्ती
04:24
चश्मदीदों का कहना है कि तैराक पर लगभग साढ़े चार मीटर की शार्क ने हमला किया. न्यू साउथ वेल्स राज्य के एंबुलेंस इंस्पेक्टर लकी प्राछना ने बताया, "हमले की वजह से इस व्यक्ति को गंभीर चोटें आईं और जब हम घटनास्थल पर पहुंचे तो उसकी मदद के लिए वहां कोई चिकित्साकर्मी था."
स्थानीय प्रशासन ने 24 घंटे के लिए आसपास के बीचों को बंद कर दिया है और वे खतरे का मूल्यांकन करने के लिए गश्त कर रहे हैं. रैंडविक इलाके के मेयर डिलन पार्कर ने कहा, "इस तरह शार्क के हमले में किसी को खोना भयानक है. हम सब स्तब्ध हैं." पुलिस का कहना है कि वे राज्य सरकार के अधिकारियों के साथ मिलकर काम करेंगे और इस मामले की जांच करेंगे.
शार्क के हमले
आंकड़े बताते हैं कि पिछले साल ऑस्ट्रेलिया में शार्क के हमलों में तीन लोग मारे गए. इनमें से दो मामले साउथ वेल्स राज्य के हैं. यह इस साल का पहला ऐसा मामला है. रिकॉर्ड्स रखने वाले बताते हैं कि सिडनी में शार्क के हमले में पिछली बार 1963 में किसी व्यक्ति की जान गई थी.
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विश्व के सबसे खतरनाक जीव
लोग शार्क और बिच्छू से बहुत डरते हैं और उन्हें सबसे खतरनाक जीव-जंतुओं की सूची में रखते हैं. लेकिन अगर उनके शिकार बने लोगों की संख्या देखें, तो पता चलेगा कि उनसे बहुत कम खतरा है. जानिए, कौन हैं विश्व के सबसे खतरनाक जीव.
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11. शार्क और भेड़िये
इन दोनों जानवरों के कारण हर साल दुनिया भर में महज दस लोगों की जान जाती है. इसमें कोई शक नहीं है कि भेड़िये और शार्क की कुछ प्रजातियां आपकी जान भी ले सकती हैं. लेकिन वास्तव में बहुत कम लोग ही इनका शिकार बनते हैं. आपकी जान को इनसे ज्यादा खतरा तो घर पर रखे टोस्टर से हो सकता है.
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10. शेर और हाथी
हर साल मारे गए लोगों की संख्या: लगभग 100. जंगल का राजा शेर आपको अपना शिकार बना ले, यह कल्पना के परे नहीं है. लेकिन अधिक आश्चर्यजनक बात यह है कि एक हाथी द्वारा आपके मारे जाने की भी उतनी ही संभावना है. हाथी, जो कि भूमि पर रहने वाला सबसे बड़ा जानवर है, काफी आक्रामक और खतरनाक हो सकता है.
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9. दरियाई घोड़ा
हर साल मारे गए लोगों की संख्या: लगभग 500. दरियाई घोड़े शाकाहारी होते हैं. लेकिन इसका कतई यह मतलब नहीं कि वे खतरनाक नहीं होते. वे काफी आक्रामक होते हैं और अपने इलाके में किसी को प्रवेश करता देख उसको मारने से पीछे नहीं रहते.
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8. मगरमच्छ
हर साल मारे गए लोगों की संख्या: लगभग 1,000. मगरमच्छ जितने डरावने दिखते हैं, उससे कहीं ज्यादा खतरनाक भी होते हैं. वे मांसाहारी होते हैं और कभी-कभी तो खुद से बड़े जीवों का भी शिकार करते हैं जैसे कि छोटे दरियाई घोड़े और जंगली भैंस. खारे पानी के मगरमच्छ तो शार्क को भी अपना शिकार बना लेते हैं.
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7. टेपवर्म
हर साल मारे गए लोगों की संख्या: लगभग 2,000. टेपवर्म परजीवी होते हैं जो कि व्हेल, चूहे और मनुष्य जैसे रीढ़धारी जीव-जंतुओं की पाचन नलियों में रहते हैं. वे आम तौर पर दूषित भोजन के माध्यम से अंडे या लार्वा के रूप में शरीर में प्रवेश करते हैं. इनके संक्रमण से शार्क की तुलना में 200 गुना ज्यादा मौतें होती हैं.
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6. एस्केरिस राउंडवर्म
हर साल मारे गए लोगों की संख्या: लगभग 2,500. एस्केरिस भी टेपवर्म जैसे ही परजीवी होते हैं और ठीक उन्हीं की तरह हमारे शरीर में प्रवेश करते हैं. लेकिन ये सिर्फ पाचन इलाकों तक सीमित नहीं रहते. दुनिया भर में लगभग एक अरब लोग एस्कारियासिस से प्रभावित हैं.
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5. घोंघा, असैसिन बग, सीसी मक्खी
हर साल मारे गए लोगों की संख्या: लगभग 10,000. इन मौतों के जिम्मेदार दरअसल ये जीव खुद नहीं होते, बल्कि इनमें पनाह लेने वाले परजीवी हैं. स्किस्टोसोमियासिस दूषित पानी पीने में रहने वाले घोंघे से फैलता है. वहीं चगास रोग और नींद की बीमारी असैसिन बग और सीसी मक्खी जैसे कीड़ों के काटने से.
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4. कुत्ता
हर साल मारे गए लोगों की संख्या: लगभग 25,000. रेबीज एक वायरल संक्रमण है जो कई जानवरों से फैल सकता है. मनुष्यों में यह ज्यादातर कुत्तों के काटने से फैलता है. रेबीज के लक्षण महीनों तक दिखाई नहीं देते लेकिन जब वे दिखाई पड़ते हैं, तो बीमारी लगभग जानलेवा हो चुकी होती है.
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3. सांप
हर साल मारे गए लोगों की संख्या: लगभग 50,000. सांपों की सभी प्रजातियां घातक नहीं होतीं. कुछ सांप तो जहरीले भी नहीं होते. पर फिर भी ऐसे काफी खतरनाक सांप हैं जो इन सरीसृपों को दुनिया का तीसरा सबसे बड़ा हत्यारा बनाने के लिए काफी हैं. इसलिए सांपों से दूरी बनाए रखें.
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2. इंसान
हर साल मारे गए लोगों की संख्या: लगभग 4,75,000. जी हां, हम भी इस खतरनाक सूची में शामिल हैं. आखिर इंसान एक-दूसरे की जान लेने के कितने ही अविश्वसनीय तरीके ढूंढ लेता है.
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1. मच्छर
हर साल मारे गए लोगों की संख्या: लगभग 7,25,000. मच्छरों द्वारा फैलने वाला मलेरिया अकेले सलाना छह लाख लोगों की जान लेता है. डेंगू बुखार, येलो फीवर और इंसेफेलाइटिस जैसी खतरनाक बीमारियां भी मच्छरों से फैलती हैं.
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न्यू साउथ वेल्स की सरकार ने शार्कों को तटों से दूर रखने के लिए टेक्नोलॉजी पर करोड़ों डॉलर खर्च किए हैं. बीचों पर 51 जाल लगाने के साथ-साथ शार्कों की आवाज सुनने वाले स्टेशन बनाए गए हैं. उन पर नजर रखने के लिए ड्रोनों का सहारा भी लिया जा रहा है. सैटेलाइट के जरिए भी व्हाइट शार्कों को ट्रैक किया जाता है और उनके दिखते ही अलर्ट भी भेजे जाते हैं.
इंटरनेशनल शार्क अटैक फाइल नाम की संस्था का कहना है कि 2021 में दुनिया भर में शार्कों के हमलों में कुल 11 लोग मारे गए. दुनिया भर में हर साल सबसे ज्यादा शार्कों के हमलों के मामले अमेरिका में सामने आते हैं जबकि ऐसे मामलों में सबसे ज्यादा लोगों के मरने की घटनाएं ऑस्ट्रेलिया में दर्ज होती हैं.
एके/एनआर (एएफपी, रॉयटर्स)
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खतरों से भरे समुद्र
पानी में आती जाती शार्क, ब्लेड जैसी पैनी चट्टानें और ऐसी बड़ी ऊंची लहरें कि छोटे मोटे जहाज चुटकी में पलट दें. समुद्र की ऐसी जगहों पर कुछ लोग पहुंचते हैं सर्फिंग करने.
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शार्कों के बीच सर्फिंग
जोखिम की बात हो तो इससे ज्यादा खतरनाक क्या होगा कि जिन लहरों के ऊपर आप सर्फिंग कर रहे हैं उसके नीचे शार्क तैर रही हों. दक्षिण अफ्रीका के सील द्वीप पर तो पूरी दुनिया की सबसे ज्यादा शार्क पायी जाती हैं.
हवाई की बंजाई पाइपलाइन को सर्फिंग करने के लिए दुनिया की सबसे खतरनाक जगह माना जाता है. यहां पानी बहुत ही उथला है और बहुत तेज धार वाली चट्टानें हैं. यहां 1980 से अब तक 7 लोगों की मौत सर्फिंग के दौरान हुई है.
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ताहिती की लहरें
दक्षिणी प्रशांत महासागर में स्थित ताहिती द्वीप की सर्फिंग की जगह भी कम चुनौती देने वाली नहीं हैं. यहां भी पानी में बस एक मीटर नीचे भयानक नुकीली चट्टानें हैं. लेकिन इन्हीं लहरों पर दुनिया के कुछ सबसे शानदार सर्फर तैयार हुए हैं.
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सबसे बड़े सर्फिंग मुकाबले
कैलिफोर्निया के उत्तर में स्थित हाफ मून बे में दुनिया के सबसे बड़े सर्फिंग मुकाबले होते हैं. लहरें यहां इतनी तेज हैं कि एक जेट स्की को सर्फर के साथ लहर के रास्ते में चलना पड़ता है
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सबसे ऊंची लहरें
पुर्तगाल का नजरे सर्फिंग की दुनिया में सबसे ऊंची लहरों के लिए मशहूर है. यहां अमेरिका के गैरैट मैकनमारा ने 78 फीट ऊंची लहरों पर सर्फिंग करने का विश्व रिकॉर्ड भी बनाया है.
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चट्टानें, ठंडा पानी और शार्क
ऑस्ट्रेलिया में शिपस्टर्न ब्लफ तो सर्फिंग करने वालों के लिए बड़ी चट्टान लेकर बैठा है. बस इतना ही नहीं, यहां पानी बहुत ठंडा है और कई शार्क भी हैं. ये जगह सिर्फ अनुभवी सर्फर के लिए ही है.
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60 फीट ऊंची लहरें
हवाई का वेमिया बे भी अपनी ऊंची लहरों के लिए जाना जाता है. यहां की लहरें 60 फीट की ऊंचाई तक छू लेती हैं. जब लहरें 25 फीट पर होती हैं तब यहां कई मुकाबले होते हैं.
तस्वीर: picture-alliance/AP Photo/E. Tanner
शार्क के हमले
ऑस्ट्रेलिया के बलीना में समुद्र के किनारे बड़े बड़े बोर्ड लगा दिए गए हैं क्योंकि शार्क के हमलों के बाद इन जगहों को बंद कर दिया गया है.