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अपराधजर्मनी

लाफिंग गैस से हो रहा जहरीला संक्रमण

३१ अगस्त २०२५

जर्मनी में ऐसे मामलों मे तेज उछाल आया है, जिसमें लोगों को लाफिंग गैस सूंघने के बाद जहरीला संक्रमण हो रहा है. लाफिंग गैस सूंघने के बाद कुछ लोगों में तो नर्वस सिस्टम को भी गंभीर खतरे के मामले सामने आए हैं.

एक फेस्टिवल के दौरान जर्मनी में एक पार्क में लाफिंग गैस का सेवन करती एक लड़की
जर्मनी में लाफिंग गैस को लेकर कानूनों को सख्त किए जाने की जरूरत महसूस की जा रही है तस्वीर: Yui Mok/empics/picture alliance

जर्मनी में लोगों के लाफिंग गैस सूंघने के बाद बीमार पड़ने के मामले तेजी से बढ़े हैं. नाइट्रस ऑक्साइड एक लीगल ड्रग है. इसे आमतौर पर लाफिंग गैस के नाम से जाना जाता है. जर्मनी में इसके इस्तेमाल से कई लोगों को जहरीला संक्रमण हो रहा है. ऐसे संक्रमण के मामलों से जर्मनी की आपातकालीन सेवाओं पर काफी दबाव है. 

बर्लिन के चैरिटे हॉस्पिटल में पॉइजन इमरजेंसी सर्विस के प्रमुख डाविड श्टाइंडल ने बताया कि नाइट्रस ऑक्साइड से होने वाले जहरीले संक्रमण के मामले साल 2023 की तुलना में 2024 में करीब दोगुने हो गए. सिर्फ बर्लिन और ब्रांडेनबुर्ग राज्यों में ऐसे मामले साल 2023 में 35 थे, जो 2024 में बढ़कर 56 हो गए. 

जर्मनी में कल्याणकारी नीतियों के लिए पैसा अब मुमकिन नहीं

दक्षिण-पश्चिमी जर्मन राज्य बाडेन-वुर्टेमबेर्ग के पॉइजन इंफॉर्मेशन सेंटर के पास साल 2023 में ऐसे सिर्फ 6 मामले आए थे, जो साल 2024 में 17 हो गए. जर्मन राज्यों लोअर सैक्सनी, ब्रेमेन, हैम्बर्ग और श्लेषविग-होल्श्टाइन में भी ऐसे मामलों में तेज उछाल आया है. 

लाफिंग गैस पॉइजनिंग से नर्वस सिस्टम को खतरा

जर्मनी की संघीय सरकार ने एक ऐसा कानून लाने की तैयारी शुरू कर दी है, जिसके तहत नाबालिगों के लिए लाफिंग गैस खरीदने और इसे रखने पर प्रतिबंध होगा. नाइट्रस ऑक्साइड पार्टी ड्रग के तौर पर टीनएजर्स और युवाओं के बीच बहुत ज्यादा लोकप्रिय है. यह छोटे से सिलेंडर में मिलती है और इसे गुब्बारे में भरकर सूंघा जा सकता है.

इसका प्रभाव आनंददायी होता है लेकिन इससे गंभीर खतरे भी जुड़े हैं. इससे चक्कर या बेहोशी आ सकती है. मतिभ्रम हो सकता है और नर्वस सिस्टम को हमेशा के लिए नुकसान भी पहुंच सकता है. जहरीले संक्रमण के विशेषज्ञ डॉक्टर श्टाइंडल कहते हैं कि इसके बावजूद इस पर पूरी तरह से प्रतिबंध लगाना दूरदर्शिता नहीं होगी. वो इस पर कुछ खास प्रतिबंधों की सिफारिश करते हैं. 

हैम्बर्ग में पहले ही इसे लेकर कैंपेन चलाया जा रहा है. हालांकि इसे शहर के स्वच्छता सेवा विभाग की ओर से शुरू किया गया था जिनका कहना था कि गलत तरीके से फेंक दिए गए नाइट्रस ऑक्साइड के गुब्बारे कचरे को जलाने वाली जगहों पर विस्फोट कर सकते हैं.

ऑनलाइन बिक्री पर लगे रोक

इसकी स्पष्ट जानकारी अभी नहीं है कि जर्मनी में नाइट्रस ऑक्साइड का इस्तेमाल कितना आम है. हां, ये जरूर है कि इसके रंग-बिरंगे कार्टरिज कई बार तंबाकू की दुकानों पर भी मिल जाते हैं. लाफिंग गैस को लेकर प्रस्तावित एक कानून इस साल से प्रभाव में आने की संभावना है. इस कानून के तहत इसे ऑनलाइन या वेंडिंग मशीनों के जरिए बेचे जाने को प्रतिबंधित कर दिया जाएगा. 

ब्रिटेन में साल 2023 के अंत से ही इसे रखने पर प्रतिबंध है. नीदरलैंड्स और डेनमार्क में भी लाफिंग गैस को लेकर सख्त कानून हैं. 

लाफिंग गैस सूंघने के बाद हुआ एक्सीडेंट

यूरोपीय संघ की ड्रग एजेंसी ने बताया कि खतरनाक जहरीले संक्रमण के अलावा इस गैस के चलते गंभीर दुर्घटना का खतरा भी होता है. नीदरलैंड्स में साल 2019 से 2021 के बीच नाइट्रस ऑक्साइड लेने के बाद होने वाली दुर्घटनाओं के मामलों में 80 फीसदी का उछाल आया था. इन दो वर्षों के बीच ऐसी दुर्घटनाओं की संख्या 2,652 से बढ़कर 4,860 हो गई थी. 

फ्रैंकफर्ट में 23 साल के एक लड़के ने जुलाई की शुरुआत में नाइट्रस ऑक्साइड लेने के बाद अपनी कार से ई-स्कूटर चला रहे एक समूह को रौंद दिया था. इस दुर्घटना में दो युवाओं की मौत हो गई थी. 

स्कूली बच्चे भी बन रहे निशाना

विष विशेषज्ञ काटरीन रोमानेक बताती हैं कि इससे संक्रमित हुए ज्यादातर लोग युवा हैं. बहुत सारे टीनएजर जो न्यूरोलॉजिकल समस्याओं के साथ अस्पताल आ रहे हैं. उनमें नाइट्रस ऑक्साइड के इस्तेमाल से ऐसा होने का शक रहता है. काटरीन रोमानेक कहती हैं, "इसके लिए पर्याप्त सबूत मौजूद नहीं हैं. इससे पक्के तौर पर ऐसा दावा करना संभव नहीं है." 

मैक्लेनबुर्ग-वेस्टर्न पोमेरानिया, सैक्सनी, सैक्सनी-अनहाल्ट और थुरिंजिया राज्यों में भी लाफिंग गैस से हुए जहरीले संक्रमण के मामले सामने आए हैं. हालांकि इनकी संख्या अभी कम है. जॉइंट पॉइजन इंफॉर्मेशन सेंटर की विष विशेषज्ञ डागमार प्रासा ने बताया कि लाफिंग गैस से जहरीले संक्रमण के इन मामलों में एक बच्चा ऐसा भी था, जिसकी उम्र 13 से कम थी. 

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