सोशल मीडिया पर समय बिताने के कारण कई लोग अब किताबें पढ़ना कम कर चुके हैं. परेशान प्रकाशकों ने सोचा कि क्यों ना डिजिटल दुनिया के सितारों के नाम पर ही कुछ किताबें बेची जाएं और अब वे यूट्यूब स्टार्स की किताबें छापने में खूब दिलचस्पी दिखाने लगे हैं. ऐसे ही एक स्टार हैं पेटर स्मिट्स. स्मिट्स की कमाई यू-ट्यूब वीडियो से होती है. पिछले चार साल से वे कंप्यूटर गेम्स के दौरान फिल्म बनाते हैं. वे तथाकथित लेट अस प्लेयर हैं. चार दोस्तों के साथ उन्होंने पीट स्मीट कलेक्टिव बनाया है. हर दिन वे चार से पांच क्लिप यूट्यूब पर पोस्ट करते हैं.
उनके 20 लाख सब्सक्राइबर हैं. और इसके साथ ही वे जर्मनी के सबसे कामयाब यूट्यूबरों में शामिल हो गए हैं. ये पांच दोस्त इसके अलावा दो और वीडियो चैनल चलाते हैं और खुद अपना फैन आर्टिकल बेचते हैं. अब वे एक लेखक के साथ मिलकर अपनी पहली किताब ला रहे हैं. किताब के बारे में पूछने पर स्मिट्स कहते हैं, "मैं थोड़ा झिझक रहा था, जब मुझसे कहा गया कि किताब क्यों नहीं लिखते. मैंने सोचा, हम भी तो नहीं पढ़ते, फिर किताब क्यों लिखी जाए? लेकिन फिर ये सवाल उठा कि अगर तुम्हारे ऊपर किताब लिखी जाती है तो कैसा महसूस होगा? मजेदार होगा."
तस्वीरों में: जिसने बदल दी 21वीं सदी
21वीं सदी का जिक्र आते ही अत्याधुनिक तकनीक से लैस दुनिया नजर आती है. इस सदी के दूसरे ही दशक में तकनीक ने ऐसी चीजें ईजाद की हैं जिनसे हमारी जिंदगी और आदतें बदल गई हैं. देखिए इन तस्वीरों में.
तस्वीर: vladgrin - Fotolia.com2001 में पहली बार एक कृत्रिम हृदय को सफलता पूर्वक मानव हृदय की जगह इस्तेमाल किया गया. यह बिना किसी बाहरी संपर्क के खुद-ब-खुद काम करने वाला पहला कृत्रिम हृदय था.
तस्वीर: Getty Images4 फरवरी 2004 को लॉन्च की गई इस सोशल नेटवर्किंग साइट ने दुनिया भर में लोगों की जिंदगी और आदतें बदल डाली हैं. यूजर फ्रेंडली होने के चलते इसने दूसरी वेबसाइट्स को बहुत पीछे छोड़ दिया.
तस्वीर: picture-alliance/dpa/P. Da Silvaयू ट्यूब भी एक ऐसी वेबसाइट है जिसके ऑनलाइन वीडियो प्लेटफॉर्म पर आप कुछ भी तलाश सकते हैं. पेपॉल कंपनी के तीन भूतपूर्व कर्मचारियों ने 2005 में ये वेबसाइट शुरू की जिसे बाद में गूगल ने खरीद लिया.
तस्वीर: picture-alliance/dpaसिंगापुर की वैज्ञानिक नादिया थाल्मन ने ऐसा रोबोट तैयार किया है जो हूबहू इंसानों से मेल खाता है. नदीन नाम के इस रोबोट का सॉफ्टवेयर उसे कई तरह के मनोभावों को जाहिर करने और पिछली बातचीत को याद करने में मदद करता है.
तस्वीर: Reuters/E. Suएप्पल ने 2007 में अपने मशहूर आईफोन की शुरूआत की. स्मार्ट फोन की दुनिया में अपना लोहा मनवा चुके आईफोन के अब तक कई मॉडल आ चुके हैं और दुनियाभर में इसके तकरीबन 90 करोड़ से अधिक हैंडसेट बिक चुके हैं.
तस्वीर: picture alliance/dpa/L. W. Smith2008 में आए गूगल के ऑपरेटिंग सिस्टम एंड्रॉयड ने स्मार्ट फोन की दुनिया बदल दी. 2007 में आईफोन के आईओएस की धूम के बीच दूसरी कंपनियों को एंड्रॉयड ने सहारा दिया, जिसे गूगल ने मोबाइल ओएस एक रूप में विकसित किया था.
तस्वीर: picture-alliance/dpa/C. Kerkmann2007 में एमेजन कंपनी की ओर से आए ईबुक रीडर किंडल ने लोगों की पढ़ने की आदत पर खासा असर डाला है. लोग अब किताबों के पन्ने ईबुक रीडर पर पलटने लगे हैं. उसका ईबुक रीडर के 80 प्रतिशत बाजार पर कब्जा है.
तस्वीर: picture-alliance/dpa/Jens Kalaene2012 में गूगल ने प्रयोग के बतौर कैलिफार्निया में बिना ड्राइवर के खुद से ही चलने वाली कार लॉन्च की. उम्मीद की जा रही है कि आने वाले समय में गूगल की ये नई तकनीक दुनियाभर में यातायात का नजारा बदल सकती है.
तस्वीर: picture-alliance/dpa/Googleगूगल ग्लास एक ऐसा चश्मा है जिसकी मदद से आप बिना कोई मशक्कत किए सारी मनचाही जानकारी अपनी आंखों के आगे तैरती पा सकते हैं. हालांकि अभी यह डिवाइस इतनी आम नहीं हुई है कि हर कोई इसे पहन सके.
दुनिया के सबसे मशहूर लेट अस प्लेयर स्वीडन के पिउडीपाई ने 2015 में एक किताब लिखी. सिर्फ एक हफ्ते में जर्मनी में ही 10 हजार से ज्यादा कॉपियां बिकीं. इससे भी बड़ी कामयाबी व्लॉगर जोई सग को मिली. उनके पहले उपन्यास की पहले ही हफ्ते में 80 हजार प्रतियां बिक गईं. जर्मन यूट्यूबर भी किताब के मामले में सफल हैं. योनास एम्स और कॉमेडियन वाई-टिटी की किताबें प्रमुख पत्रिका डेअ श्पीगेल की बेस्टसेलर लिस्ट में पहुंचीं.
यान ड्रीस का कहना है कि स्टार फैक्सटर का फायदा हता है. एक जर्मन रेडियो चैनल में साहित्य एक्सपर्ट याम ड्रीस नए लेखकों को आलोचनात्मक नजरिए से देखते हैं. वह कहते हैं, "हर वो चीज जिसकी जिल्द और पन्ने होते हैं हमारे लिए किताब नहीं होती जो किसी भी प्रकार से प्रासंगिक हो. लेकिन इसका मतलब यह नहीं है कि जब कोई यूट्यूब स्टार एक अच्छी किताब लिखता है तो हम उत्सुक नहीं होते. यूट्यूब स्टार होने का मतलब यह नहीं होता कि आप लिख नहीं सकते."
कौन यूट्यूबर कितना लिख रहा है यह हर मामले में अलग है. लेकिन मजेदार बात यह है कि ज्यादातर किताबें व्यंग्यात्मक रूप से जिंदगी में मदद देने वाले मुद्दों पर होती हैं. अक्सर टेक्स्ट लिखने का काम छद्म लेखक करते हैं. लेकिन वे कहानी को पिरोने के लिए यूट्यूब फैक्टर का सहारा लेते हैं. अपनी किताब में टोटल गैम्बल्ड में पीटस्मिट ने लेटअस प्लेयर से जुड़े माहौल की तस्वीर दी है. किताब लिखने के बावजूद पेटर ने किताबें पढ़ना शुरू नहीं किया है. पढ़ते भी हैं तो सिर्फ स्मार्टफोन पर.
जानिए, कितने लोग ऑनलाइन
इंटरनेट दुनिया के 47% लोगों तक पहुंच चुका है. मैजरिंग द इन्फॉर्मेशन सोसाइटी की रिपोर्ट कि यूरोप के 79.1% लोग इंटरनेट इस्तेमाल कर रहे हैं और एशिया के 41.6 फीसदी. देखिए किस देश के लोगों की पहुंच इंटरनेट तक सबसे ज्यादा है.
तस्वीर: DW/J. Jeffreyतस्वीर: picture alliance/blickwinkel/McPHOTO/S. Wolf-Feix तस्वीर: picture alliance/IP3 PRESS/MAXPPP तस्वीर: picture-alliance/dpa/Scanpix/Statoil Hydro तस्वीर: Getty Images/A.Redington तस्वीर: Getty Images/C. Mason तस्वीर: picture-alliance/dpa तस्वीर: Getty Images/S. Gallup