1. कंटेंट पर जाएं
  2. मेन्यू पर जाएं
  3. डीडब्ल्यू की अन्य साइट देखें
अपराधदक्षिण अफ्रीका

दक्षिण अफ्रीका: यूएई में गिरफ्तार हुए कारोबारी गुप्ता बंधु

७ जून २०२२

दक्षिण अफ्रीकी सरकार ने कहा कि है संयुक्त अरब अमीरात में कानून प्रवर्तन अधिकारियों ने भारतीय मूल के गुप्ता बंधुओं को गिरफ्तार किया है. गुप्ता बंधु, पूर्व राष्ट्रपति जुमा के शासन के दौरान भ्रष्टाचार के केंद्र में थे.

अतुल गुप्ता
अतुल गुप्तातस्वीर: Gallo Images/IMAGO

दक्षिण अफ्रीकी सरकार ने सोमवार को कहा कि संयुक्त अरब अमीरात (यूएई) के अधिकारियों ने राजेश गुप्ता और अतुल गुप्ता को गिरफ्तार किया है. गुप्ता परिवार के दक्षिण अफ्रीका के पूर्व राष्ट्रपति जैकब जुमा से करीबी रिश्ते बताए जाते हैं. गुप्ता बंधुओं पर जुमा सरकार के दौरान बड़े पैमाने पर भ्रष्टाचार के आरोप लगे थे. हालांकि तीसरे भाई अजय गुप्ता को क्यों नहीं गिरफ्तार किया गया है यह अभी तक साफ नहीं है.

दक्षिण अफ्रीका में उन पर आर्थिक रूप से लाभ कमाने और वरिष्ठ नियुक्तियों को प्रभावित करने के लिए जुमा के साथ अपने संबंधों का इस्तेमाल करने का आरोप है. हालांकि गुप्ता बंधुओं ने आरोपों का खंडन किया है.

गुप्ता बंधुओं से सांठगांठ के मामले में पेश होंगे दक्षिण अफ्रीका के पूर्व राष्ट्रपति जैकब जूमा

यूएई में गुप्ता बंधुओं को क्यों गिरफ्तार किया गया?

यूएई और दक्षिण अफ्रीका ने पिछले साल अप्रैल में एक प्रत्यर्पण संधि की पुष्टि की थी, जिससे दक्षिण अफ्रीका के राष्ट्रपति सिरिल रामाफोसा को उम्मीद थी कि गुप्ता बंधुओं की वापसी होगी. यह तुरंत स्पष्ट नहीं है कि गिरफ्तारी से उनकी दक्षिण अफ्रीका में वापसी संभव हो पाएगी या नहीं.

दक्षिण अफ्रीका के न्याय और सुधार सेवा मंत्रालय ने एक बयान जारी कर कहा, "न्याय एवं सुधार सेवा मंत्रालय पुष्टि करता है कि उन्हें यूएई के कानून प्रवर्तन अधिकारियों से सूचना मिली है कि भगोड़े राजेश और अतुल गुप्ता को सोमवार को गिरफ्तार कर लिया गया है."

मंत्रालय ने कहा कि वह यूएई में अधिकारियों के साथ सहयोग करना जारी रखेगा.

2018 में जुमा को बाहर किए जाने के बाद गुप्ता बंधुओं ने दक्षिण अफ्रीका छोड़ दिया था. जुमा के खिलाफ आरोपों की जांच के लिए 2018 में एक जांच समिति बनाई गई थी.

इंटरपोल ने जुलाई 2021 में उनकी गिरफ्तारी के लिए एक रेड नोटिस जारी किया था. इंटरपोल ने कहा था कि गुप्ता बंधुओं को उनसे जुड़ी एक कंपनी को दिए गए 2.5 करोड़ रैंड या 1.6 करोड़ डॉलर के ठेके के संबंध में धोखाधड़ी और मनी लॉन्ड्रिंग के लिए तलाश है.

दक्षिण अफ्रीका की सबसे बड़ी विपक्षी पार्टी डेमोक्रेटिक एलायंस ने गिरफ्तारी का स्वागत किया है. डेमोक्रेटिक एलायंस ने कहा, "हमें उम्मीद है कि यह वास्तव में उन लोगों की गिरफ्तारी और मुकदमा चलाने की शुरुआत है, जिन्होंने स्थानीय स्तर पर और विदेशों में हमारे देश को सालों तक लूटा और लाखों दक्षिण अफ्रीकी आज जिन कठिनाइयों का सामना कर रहे हैं उनके लिए सीधे तौर पर जिम्मेदार हैं."

अफ्रीकी अधिकारियों का कहना है कि 2018 में दक्षिण अफ्रीका में सरकार से संबद्ध संस्थानों में अरबों रैंड का घोटाला करने के बाद गुप्ता परिवार स्व-निर्वासन में दुबई चला गया था. उसी साल व्यापक विरोध प्रदर्शनों के कारण अफ्रीकी नेशनल कांग्रेस ने जूमा को राष्ट्रपति पद से हटाते हुए रामाफोसा को कार्यवाहक राष्ट्रपति नियुक्त किया था. रामाफोसा ने भ्रष्टाचार के खिलाफ सख्त कदम उठाने का वादा किया था.

एए/सीके (रॉयटर्स, एएफपी)

इस विषय पर और जानकारी को स्किप करें
डीडब्ल्यू की टॉप स्टोरी को स्किप करें

डीडब्ल्यू की टॉप स्टोरी

डीडब्ल्यू की और रिपोर्टें को स्किप करें