स्पेन: खिलाड़ी को चूमने वाले अधिकारी का इस्तीफे से इनकार
२५ अगस्त २०२३रॉयल स्पैनिश फुटबॉल फेडरेशन (आरएफईएफ) की आम सभा ने आज एक आपताकालीन बैठक बुलाई. खबरें आ रही थीं कि फेडरेशन के अध्यक्ष लुइस रुबिआलेस इस बैठक में इस्तीफा दे सकते हैं. लेकिन रुबिआलेसने इस्तीफा ना देकर उल्टा खुद को "फर्जी फेमिनिस्ट्स" का पीड़ित बताया. रुबिआलेस ने दावा किया कि वह "सामाजिक रूप से फंदे पर लटकाए" जाने जैसी स्थिति का सामना कर रहे हैं.
25 अगस्त को बुलाई गई इस बैठक में रुबिआलेस, स्पेन के क्षेत्रीय फुटबॉल संगठनों, क्लबों, खिलाड़ियों, कोचों और रेफरियों के आगे हाजिर हुए. स्थानीय मीडिया का कहना है कि वह पद छोड़ रहे हैं. उन्होंने अपनी मंशा स्पष्ट करते हुए कहा, "मैं इस्तीफा नहीं दूंगा. क्या किया है मैंने? क्या रजामंदी से किया गया छोटा सा चुंबन मुझे यहां से निकाले जाने की वजह है? मैं आखिर तक लड़ता रहूंगा."
रुबिआलेस ने अपना बचाव करते हुए कहा, "कुछ कहने का वक्त आ गया है. मैं गलत था और वो समय, उस तरह की हरकत के लिए नहीं था. क्या ये इतनी गंभीर चीज है कि मैं पद छोड़ दूं? मैं नहीं दूंगा इस्तीफा." रुबिआलेस बोले, "मैं तहेदिल से माफी मांगता हूं. मैंने नियंत्रण खोया. वो चूमना वैसा ही था, जैसा मैं अपने बच्चे के साथ करता."
हुआ क्या था?
यह घटनाक्रम 20 अगस्त को सिडनी में खेले गए महिला फुटबॉल वर्ल्ड कप फाइनल से जुड़ा है. मैच में स्पेन ने इंग्लैंड की टीम को 1-0 से हराया. मैच के बाद हुए पुरस्कार वितरण समारोह में रुबिआलेस ने सबके सामने स्पेन की एक महिला खिलाड़ी जेनिफर एरमोसो को दबोचकर उनके होंठ चूमे. इस अभद्रता के कारण रुबिआलेस की काफी आलोचना हुई.
फीफा पर भी सवाल उठे. लोगों ने रेखांकित किया कि रुबिआलेस ने फीफा अधिकारियों की मौजूदगी में इतने बड़े मंच पर यह हरकत की, लेकिन तब भी फीफा ने खुद से कोई कार्रवाई नहीं की. मुद्दे के तूल पकड़ने के बाद आखिरकार 24 अगस्त को फीफा ने इस मामले में कार्रवाई शुरू की. फीफा की अनुशासनात्मक समिति यह विचार कर रही है कि क्या रुबिआलेस ने "मर्यादित व्यवहार के बुनियादी नियमों" का उल्लंघन किया है और क्या उनके बर्ताव ने फुटबॉल और फीफा की प्रतिष्ठा को नुकसान पहुंचाया है.
प्रधानमंत्री ने भी की टिप्पणी
फीफा की इस कार्रवाई से पहले स्पेन के कार्यकारी प्रधानमंत्री पेद्रो सांचेज ने कहा था कि रुबिआलेस ने इस प्रकरण पर जिस तरह माफी मांगी है, वो संतुष्ट नहीं करती. सांचेज ने कहा कि जवाबदेही तय करने के लिए उन्हें आगे के कदम उठाने चाहिए. रुबिआलेस ने शुरुआत में आलोचनाओं को गंभीरता ने नहीं लिया था, बल्कि उन्होंने आलोचकों को "मूर्ख" बताया था.
स्पेन में खेलों के संचालन से जुड़े राष्ट्रीय संगठन ने कहा है कि वो रुबिआलेस के खिलााफ आई आधिकारिक शिकायतों पर जल्द विचार करेगा, ताकि यह फैसला किया जा सके कि क्या रुबिआलेस ने स्पेन के खेल कानून या संगठन के कोड ऑफ कंडक्ट को तोड़ा है. अगर वह दोषी पाए गए, तो स्पेन की खेल संबंधी प्राशासनिक अदालत रुबिआलेस को पद के लिए अयोग्य ठहरा सकती है.
एरमोसो ने क्या कहा?
जेनिफर एरमोसो को चूमने के अलावा फाइनल मैच के दिन रुबिआलेस ने जीत की खुशी में एक अभद्र इशारा भी किया था. उस वक्त स्पेन की रानी लेतिसिया और 16 साल की राजकुमारी सोफिया भी नजदीक खड़ी थीं. यह अभद्र संकेत और चूमने की घटना, दोनों को ही मैच देख रहे दुनियाभर के दर्शकों ने भी देखा. महिला खेल के इतने बड़े मंच पर ऐसी सेक्सिस्ट हरकत को स्पेन में कई लोग राष्ट्रीय शर्मिंदगी बता रहे हैं.
मैच के बाद सोशल मीडिया पर हो रही एक लाइव स्ट्रीम में जब जेनिफर एरमोसो से किसिंग पर उनकी प्रतिक्रिया पूछी गई, तो उन्होंने कहा, "मुझे अच्छा नहीं लगा, लेकिन मैं क्या कर सकती हूं?" हंगामा बढ़ने पर एरमोसो के नाम से एक बयान भी जारी हुआ, जिसमें उन्होंने मामले को उतना गंभीर नहीं माना था. बाद में स्थानीय मीडिया में खबरें आईं कि आरएफईएफ ने दबाव बनाकर यह बयान जारी करवाया था. हालांकि फेडरेशन ने इन आरोपों से इनकार किया है.
फिर 23 अगस्त को एरमोसो ने खिलाड़ियों के यूनियन के मार्फत एक और बयान जारी किया, जिसमें उन्होंने कहा कि उनकी बात को यूनियन ही सामने रखेगा. यूनियन ने कहा है कि वह सुनिश्चित करेगी कि चूमने की घटना पर सजा मिले.
एसएम/ओएसजे (एपी)