जर्मनी की एसपीडी पार्टी ने चांसलर अंगेला मैर्केल की पार्टी के साथ गठबंधन डील को मंजूरी दे दी है.
अगले दो हफ्ते में देश में नई सरकार बन सकेगी.
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जर्मनी में 24 सितंबर को चुनाव हुए थे. देश के इतिहास में यह पहला मौका है जब सरकार बनते बनते लगभग छह महीने लग गए हैं. रविवार सुबह आखिरकार अनिश्चितता तब खत्म हुई जब सोशल डेमोक्रेटिक पार्टी ने अंगेला मैर्केल की सीडीयू-सीएसयू के साथ गठबंधन डील को मंजूरी दे दी. एसपीडी के लगभग साढ़े चार लाख सदस्यों में से 66 प्रतिशत ने गठबंधन डील के हक में वोट दिया, जबकि 34 प्रतिशत इसके खिलाफ रहे. पार्टी के कार्यवाहक अध्यक्ष ओलाफ शॉल्त्स ने कहा, "यह एसपीडी के लिए आसान फैसला नहीं था."
इससे पहले सोमवार को मैर्केल की सीडीयू पार्टी ने गठबंधन डील को मंजूरी दी थी. हालांकि पार्टी में कई सदस्य इससे खुश नहीं दिखे. उनका मानना था कि मैर्केल ने डील में एसपीडी की बहुत सारी बातें मान ली हैं. दोनों पक्षों से मंजूरी मिल जाने के बाद डील पर अब मुहर लग सकती है और इसके बाद जर्मन संसद बुंडेसटाग मैर्केल को एक बार फिर चांसलर पद सौंपेगा. 14 मार्च को ऐसा होने की उम्मीद है.
इन मुद्दों पर गठबंधन में सहमति
जर्मनी में नई सरकार गठन को लेकर कई हफ्तों से माथापच्ची चल रही थी. लंबी गठबंधन वार्ताओं में चांसलर अंगेला मैर्केल की सीडीयू-सीएसयू और सोशल डेमोक्रैटिक पार्टियों के बीच इन मुख्य विवादास्पद मुद्दों पर सहमति हुई है.
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हथियारों की बिक्री
गठबंधन वार्ता में सहमति हुई कि हथियारों के निर्यात को सख्त बनाया जाएगा. खास कर उन देशों को हथियार नहीं बेचे जाएंगे जो यमन में जारी युद्ध में हिस्सा ले रहे हैं.
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आप्रवासी मुद्दा
परिवार से मिलन के आधार पर जर्मनी में आने वाले शरणार्थियों के पार्टनर और बच्चों की संख्या प्रति महीना एक हजार से ज्यादा नहीं होगी.
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यूरोप
गठबंधन वार्ता में कंपनियों, खासकर यूरोपीय संघ में गूगल, ऐपल, फेसबुक और अमेजन जैसी कंपनियों के लिए न्यायोचित कर व्यवस्था लागू करने पर सहमति बनी.
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जलवायु
जर्मनी दुनिया के बढ़ते तापमान को रोकने के लिए अंतरराष्ट्रीय स्तर पर तय किए गए लक्ष्यों पर प्रतिबद्ध रहेगा और इसके लिए 'कार्य योजना' तैयार की जाएगी.
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कृषि
सीडीयू-सीएसयू और एसपीडी की वार्ता में कृषि का मुद्दा भी अहम रहा और फैसला किया गया कि कीटनाशक ग्लिफोसेट और जीन संवर्धित फसलों पर प्रतिबंध लगाया जाएगा.
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स्कूल
जर्मनी में निवेश तंत्र को मजबूत करने के लिए 11 अरब यूरो के पैकेज के अलावा दोनों पक्ष उस तथाकथित सहयोग प्रतिबंध को हटाने के लिए तैयार हो रहे हैं जो संघीय सरकार को स्कूलों में निवेश करने से रोकता है.
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डिजिटाइजेशन
गठबंधन में इंटरनेट के दायरे को बढ़ाने के लिए एक अरब यूरो के प्रोग्राम पर भी सहमति हुई. जर्मनी इंडस्ट्री 4.0 पर जोर दे रहा है लेकिन अब भी ऐसे बहुत से ग्रामीण इलाके हैं जहां इंटरनेट नहीं पहुंचा है.
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हाउसिंग
जर्मनी में घरों के किराये लगातार बढ़ रहे हैं. लोगों को किफायती मकान उपलब्ध कराने के मुद्दे पर एसपीडी ने जीत का दावा किया है. पार्टी बढ़ते किरायों को नियंत्रित करने और बेघरों को घर मुहैया कराने पर जोर दे रही है.
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अंगेला मैर्केल लगातार चौथी बार देश की चांसलर का पद संभालेंगी. सीडीयू पार्टी पहले ही नई कैबिनेट के मंत्रियों की घोषणा कर चुकी है. एसपीडी अब आने वाले दिनों में छह नामों की घोषणा करेगी. इनमें कौन कौन शामिल होगा, इसकी तो शॉल्त्स ने घोषणा नहीं की लेकिन उन्होंने यह बताया कि छह में से तीन महिला और तीन पुरुष मंत्री होंगे. साथ ही उन्होंने कहा कि कैबिनेट में दोनों नए और पुराने चहरे देखने को मिलेंगे.
सितंबर में हुए चुनाव में मैर्केल की सीडीयू पार्टी भले ही सबसे बड़े दल के रूप में उभरी लेकिन उसे पिछले आम चुनाव की तुलना में करीब सात प्रतिशत कम वोट मिले. वहीं अति दक्षिणपंथी पार्टी अल्टरवेटिव फॉर जर्मनी (एएफडी) को चुनाव में इसका फायदा मिला. अब गठबंधन की घोषणा के बाद एएफडी ने इस फैसले को एसपीडी के लिए "विनाशकारी" बताया है. रविवार सुबह एएफडी ने अंगेला मैर्केल और एसपीडी की अध्यक्ष आंद्रेया नालेस के कार्टून के साथ ट्वीट किया, "हद से हद 2021 तक इसकी कीमत सामने आ जाएगी. तब तक हम जर्मनी की सबसे सशक्त विपक्षी पार्टी के रूप में नागरिकों के हित में काम करते रहेंगे." पार्टी ने इस कार्टून को शीर्षक दिया है, "जर्मनी के लिए और चार डरावने साल."
गठबंधन को लेकर अन्य पार्टियों ने भी निराशा जताई. हालांकि उनकी प्रतिक्रिआएं एएफडी के विपरीत सम्मानजनक रहीं. एफडीपी की निकोला बेयर ने ट्वीट किया, "एसपीडी ने वैसे ही वोट किया जैसी उम्मीद थी. उन्हें मैर्केल के साथ एक और गठबंधन में रह कर हाशिए पर चले जाने से ज्यादा डर नए चुनाव से था. मैर्केल की चिंताएं अब खत्म हुईं. वह अब भी चांसलर कार्यालय में बनी रह सकती हैं." वहीं वामपंथी दल की कात्या किपलिंग ने लिखा कि एसपीडी और सीडीयू एक बार फिर सरकार तो बना रहे हैं लेकिन इस बार वे कमजोर हो कर लौट रहे हैं.
जर्मनी के इतिहास में हमेशा गठबंधन सरकारें ही बनती रही हैं. पिछली सरकार में भी सीडीयू और एसपीडी सहयोगी थे. लेकिन चुनाव आते आते दोनों दलों में मतभेद साफ दिखने लगे थे. एसपीडी ने सीडीयू के साथ ना रह कर, उसके खिलाफ खड़े होने का फैसला किया था. चुनाव के बाद मैर्केल की सीडीयू पार्टी की अन्य दलों के साथ गठबंधन बनाने की कोशिशें नाकाम रहीं. अगर इस बार एसपीडी साथ नहीं देती, तो संभवतः देश में नए चुनाव एकमात्र विकल्प रहता. अंगेला मैर्केल साल 2005 से चांसलर के पद पर बनी हुई हैं. माना जा रहा है कि यह उनका आखिरी कार्यकाल होगा.
जेफरसन चेस/आईबी
जर्मनी की संभावित कैबिनेट
जर्मनी में सीडीयू-सीएसयू और एसपीडी के बीच गठबंधन समझौता हो गया है. एसपीडी प्रमुख मार्टिन शुल्त्स ने विदेश मंत्री बनने की बात कही है. और कौन कौन से हैं नई सरकार के संभावित मंत्री.