पंजाब और हरियाणा हाई कोर्ट ने कहा है कि आवारा जानवरों के हमलों के पीड़ितों को मुआवजा देना "मुख्य रूप से राज्य की जिम्मेदारी" होगी.
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हाई कोर्ट ने आवारा कुत्तों के काटने को लेकर अहम आदेश जारी किया है. हाई कोर्ट ने पंजाब, हरियाणा और केंद्र शासित प्रदेश चंडीगढ़ को कुत्तों सहित आवारा जानवरों के कारण होने वाली दुर्घटनाओं या उनके हमलों के पीड़ितों को मुआवजे पर निर्णय लेने के लिए एक समिति गठित करने का आदेश दिया है.
आवारा जानवरों के हमले से जुड़ी 193 याचिकाओं पर सुनवाई करते हुए पंजाब और हरियाणा हाई कोर्ट ने यह आदेश सुनाया. हाई कोर्ट ने कहा कि कुत्तों और मवेशियों जैसे आवारा जानवरों के हमलों के मामलों में राज्य मुख्य रूप से मुआवजा देने के लिए जिम्मेदार होगा.
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कुत्ते के काटने पर मुआवजा
हाई कोर्ट ने अपने आदेश में कहा कि कुत्ते के काटने के मामले में प्रत्येक दांत के निशान के लिए कम से कम 10,000 रुपये और प्रत्येक 0.2 सेमी घाव या मांस निकलने पर 20,000 रुपये का मुआवजा दिया जाना चाहिए.
हाई कोर्ट ने कहा, "राज्य मुख्य रूप से मुआवजा देने के लिए उत्तरदायी होगा. राज्य को दोषी एजेंसियों, राज्य निकायों या निजी व्यक्ति (अगर कोई हो) से राशि वसूलने का अधिकार होगा."
कुत्तों के लिए ‘डिलीवरी-गर्ल’ रूबी
ब्राजील के साओ पाउलो में रहने वाली यह जोड़ी सोशल मीडिया स्टार है. रूबी और मिगेल मिलकर बेसहारा कुत्तों की मदद करते हैं और उन्हें खाना पहुंचाते हैं.
तस्वीर: Leonardo Benassatto/REUTERS
कुत्तों को खाना डिलीवर करने वाली जोड़ी
ये हैं मिगेल पेरेरा डिसूजा और उनका कुत्ता रूबी. दोनों को ब्राजील के साओ पाउलो की गलियों में खूब पहचाना जाता है. इन दोनों की पहचान है इनका खास तरह का काम. डिसूजा और रूबी कुत्तों के लिए खाना डिलीवर करते हैं.
तस्वीर: Leonardo Benassatto/REUTERS
कैसे हुई शुरुआत
डिसूजा बताते हैं कि पहली बार उन्होंने सात भूखे कुत्तों को खाना खिलाया था और उसके बाद उन्होंने जरूरतमंद कुत्तों को खाना पहुंचाना शुरू कर दिया.
तस्वीर: Leonardo Benassatto/REUTERS
सोशल मीडिया से मिली पहचान
डिसूजा ने अपने बारे में सोशल मीडिया पर लिखा तो उनके काम को पहचान मिली और लोग उन्हें मदद देने लगे. वह एक व्यक्ति से लगभग दो डॉलर लेते हैं जिसमें सात कुत्तों का खाना आ जाता है.
तस्वीर: Leonardo Benassatto/REUTERS
रूबी की मदद से
कई बार तो उन्हें 700 किलो तक खाना मिल जाता है और उनका कमरा डॉग फूड से भर जाता है, जिससे वह शहरभर के कुत्तों की मदद कर पाते हैं. इस काम में रूबी उनकी मदद करती है.
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खुद बेघर थी रूबी
रूबी उन्हें अपनी कार के नीचे मिली थी. वह घायल और बेघर थी. डिसूजा उसे घर ले आए. तब से दोनों जोड़ीदार हो गये हैं और जोड़ी के रूप में ही जाने जाते हैं.
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रूबी की भूमिका अहम
डिसूजा कहते हैं कि रूबी सिर्फ उनकी बाइक पर सैर करने वाली कुतिया नहीं है बल्कि वह बेसहारा कुत्तों की मदद के उनके अभियान का अहम हिस्सा है. उसकी वजह से लोग ज्यादा दान करते हैं.
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कुत्तों के अलावा, कोर्ट ने सूची में गाय, बैल, गधे, भैंस और पालतू जानवरों को भी शामिल किया. कोर्ट ने मुआवजा निर्धारित करने के लिए जिला उपायुक्त की अध्यक्षता में एक समिति गठित करने का आदेश दिया, जिसमें पुलिस अधीक्षक, संबंधित क्षेत्र के एसडीएम, जिला परिवहन अधिकारी और मुख्य चिकित्सा अधिकारी शामिल होंगे.
यह आदेश भारत में आवारा कुत्तों के खतरे पर चल रही बहस के बीच आया है. पिछले महीने जाने-माने उद्योगपति और वाघ बकरी ग्रुप के निदेशक 49 वर्षीय पराग देसाई की मौत ने बहस का एक नया दौर शुरू कर दिया था. देसाई जब सुबह टहलने निकले थे तो उनपर आवार कुत्तों ने हमला कर दिया था और वे सड़क पर गिर गए और घायल हो गए. अस्पताल में इलाज के दौरान उनकी मौत हो गई.
इस घटना के तुरंत बाद आवारा कुत्तों की समस्या से निपटने के लिए तत्काल कदम उठाने की मांग तेज हो गई. लोगों ने सोशल मीडिया पर कई ऐसे वीडियो पोस्ट किए जो जानवरों के हमले से जुड़े थे.
स्वास्थ्य समस्या है कुत्तों का हमला
जानवरों का काटना दुनिया भर में एक प्रमुख सार्वजनिक स्वास्थ्य समस्या है. विश्व स्वास्थ्य संगठन के मुताबिक हर साल 55,000 लोग रेबीज से मरते हैं, जिनमें से 36 फीसदी भारत में होते हैं.
संसद में पेश की गई एक रिपोर्ट के मुताबिक 2019 से 2022 के बीच देश में आवारा कुत्तों के काटने के करीब 1.6 करोड़ मामले दर्ज किए गए यानी प्रतिदिन औसतन 10,000 मामले.
हालांकि, असल संख्या इससे कहीं अधिक हो सकती है. 2022 में भारत में कुत्तों के काटने से 307 लोगों की मौत हुई, जिनमें सबसे ज्यादा 48 मामले दिल्ली में दर्ज किए गए थे.
दुनिया के सबसे बदसूरत कुत्ते
कैलिफॉर्निया में दुनिया का सबसे बदसूरत कुत्ता चुनने के लिए प्रतियोगिता हुई जिसमें सैकड़ों लोगों ने अपने अपने पालतू कुत्तों के साथ हिस्सा लिया. देखिए, कैसे-कैसे कुत्ते आए.
तस्वीर: Carlos Baria/REUTERS
सबसे बदसूरत कुत्ता
चाइनीज क्रेस्टेड नस्ल के सात साल के एक कुत्ते को दुनिया का सबसे बदसूरत कुत्ते का खिताब मिला है. इस कुत्ते का नाम है स्कूटर.
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बदसूरत कुत्तों की प्रतियोगिता
अमेरिका के सैन फ्रांसिस्को में कैलिफॉर्निया के पेटालुमा में दुनिया के सबसे बदसूरत कुत्तों की प्रतियोगिता हुई, जिसमें स्कूटर ने बाकी सबको पीछे छोड़ दिया.
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हेरल्ड तीसरे नंबर पर
पेकिंगीज नस्ल का 7 साल का वाइल्ड थैंग दूसरे नंबर पर रहा जबकि 17 साल का चिउवावा हेरल्ड तीसरे नंबर पर रहा, जो एक स्थानीय प्राणी प्रेमी सबरीना को पार्क में घूमता मिला था.
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देख सुन नहीं सकता हेरल्ड
सबरीना ने बताया कि हेरल्ड को उसके मालिकों ने छोड़ दिया था. वह ना सुन सकता है और ना देख सकता है.
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प्राणी प्रेमियों का मेला
कैलिफॉर्निया की इस सालाना प्रतियोगिता में सैकड़ों प्राणी प्रेमी और पालतू जानवर जमा हुए. उनमें बहुत से लोग तो पहली बार आए थे.
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बदसूरती का दर्द
बहुत सारे कुत्ता-प्रेमी बताते हैं कि बदसूरत कुत्तों को उनके मालिक छोड़ देते हैं क्योंकि ज्यादातर लोग सिर्फ सुंदर दिखने वाले पालतू जानवर ही चाहते हैं.