स्कूली छात्रों की 'घिनौनी हरकत' पर शर्मसार हुआ ऑस्ट्रेलिया
विवेक कुमार
७ मई २०२४
ऑस्ट्रेलिया के मेलबर्न में एक हाई स्कूल के लड़कों ने जो किया, उससे पूरा देश शर्मसार महसूस कर रहा है. विक्टोरिया राज्य की मुख्यमंत्री ने इस घटना को घिनौना और अपमानजनक बताया है.
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ऑस्ट्रेलिया के मेलबर्न शहर में एक निजी हाई स्कूल के कुछ लड़कों को इसलिए स्कूल से निलंबित कर दिया गया क्योंकि वे अपने साथ पढ़ रही लड़कियों की ‘स्प्रैडशीट पर रैंकिंग' कर रहे थे. विक्टोरिया राज्य की मुख्यमंत्री ने इस कृत्य को "अपमानजनक और घृणित" बताते हुए कहा है कि इससे उन्हें बहुत आघात लगा है.
मेलबर्न के रिंगवुड कस्बे में यारा वैली ग्रामर स्कूल के तीन छात्रों को स्कूल से निलंबित कर दिया गया है. उन्होंने एक स्प्रैडशीट बना रखी थी जिसमें साथ पढ़ने वाली लड़कियों की तस्वीरें लगाकर सामने टिप्पणियां की गई थीं.
मीडिया में आई खबरों के मुताबिक उन्होंने लड़कियों पर बेहद अभद्र टिप्पणियां लिखी थीं. ये टिप्णियां उनकी रैंकिंग के हिसाब से की गई थीं, जैसे "पत्नी बनाने लायक", "प्यारी", "ठीकठाक", "चीज", "दफा करो", "रेप लायक भी नहीं."
‘घिनौना कृत्य'
स्कूल के प्रिंसिपल मार्क मेरी ने कहा कि इस डॉक्युमेंट के स्क्रीनशॉट इंटरनेट पर शेयर किए गए थे और स्कूल के स्टाफ ने उन्हें देखा, जिसके बाद कार्रवाई की गई. उन्होंने कहा कि जिस तरह की टिप्पणियां की गई हैं उनसे वह ‘बेहद गुस्से और सदमे में हैं.‘
एबीसी न्यूज से बातचीत में मार्क मेरी ने कहा, "जब मुझे इसके बारे में बताया गया, तो मुझे यकीन ही नहीं हुआ कि कोई भी, एक तो लड़कियों को इस तरह ऑब्जेक्टिफाई कर सकता है, वो भी अपने साथ पढ़ने वाली लड़कियों को. और दूसरा कि कोई इतना क्रूर हो सकता है." उन्होंने कहा कि वह घटना की कड़ियों को जोड़ने की कोशिश कर रहे हैं.
किन देशों में महिला के बॉस बनने की संभावना सबसे ज्यादा
महिलाओं को निजी या सरकारी क्षेत्रों में नेतृत्व भूमिका नहीं मिलने को लेकर पूरी दुनिया में बहस जारी है. देखिए, वे देश जहां महिलाओं के बॉस बनने की संभावना सबसे ज्यादा है.
तस्वीर: wolterfoto/imago images
विकसित देशों में नहीं
2022 और 2023 के आंकड़े दिखाते हैं कि महिलाओं के किसी भी विभाग में बॉस बनने की संभावना जिन देशों में सबसे ज्यादा है उनमें एक भी विकसित देश नहीं है.
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सबसे ऊपर अफ्रीका
अंतरराष्ट्रीय श्रम संगठन के आंकड़े बताते हैं कि अफ्रीकी देशों बुरकीना फासो और नाइजीरिया में किसी महिला के बॉस होने की संभावना सबसे ज्यादा है. वहां मैनेजर पदों पर 67 से 70 फीसदी महिलाएं हैं.
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पुरुषों से ज्यादा महिलाएं
बुरीकीना फासो और नाइजीरिया के अलावा जमैका और बोट्सवाना ही ऐसे देश हैं जहां महिला मैनेजरों की संख्या पुरुषों से ज्यादा है. वहां 60 और 52 फीसदी महिलाएं मैनेजर की भूमिकाओं में हैं.
तस्वीर: DW
आधे से कम महिलाएं
सबसे ज्यादा महिला प्रबंधकों वाले दस देशों में पहले चार को छोड़कर बाकी सभी में पुरुष प्रबंधकों की संख्या महिलाओं से ज्यादा है. फिलीपींस सूची में पांचवें नंबर पर है, जहां आधे से कुछ कम, 48.6 फीसदी महिलाएं प्रबंधक की भूमिका में हैं.
तस्वीर: Eloisa Lopez/REUTERS
महिला-केंद्रित भूमिकाएं
जिन देशों में महिलाओं को अधिक भूमिकाएं मिली हैं, वहां भी वे उन्हीं पारंपरिक नौकरियों में सीमित हैं जिन्हें महिलाओं के हिसाब का माना जाता है. गैरपारंपरिक क्षेत्रों में आज भी पुरुषों की ही अधिकता है. छठे नंबर पर सेंट लूशिया है, जहां 47.7 फीसदी महिलाएं लीडरशिप रोल में हैं.
तस्वीर: Gueipeur Denis Sassou/AFP
पूर्वी यूरोप में ज्यादा महिलाएं
महिला मैनेजरों में पूर्वी यूरोप की स्थिति बाकी दुनिया से बेहतर है. वहां 42 फीसदी महिलाएं नेतृत्व कर रही हैं. उत्तर अमेरिका में 40 फीसदी और दक्षिण-पूर्व एशिया में 39 फीसदी महिलाएं मैनेजर की भूमिका में हैं.
तस्वीर: Tetiana Kyryliuk/DW
मध्य-पूर्व में सबसे खराब
मिडल-ईस्ट एंड नॉर्दर्न अफ्रीका (MENA) क्षेत्र में नेतृत्व की भूमिका में महिलाओं की संख्या पूरी दुनिया में सबसे कम (15 फीसदी) है. हालांकि इसी क्षेत्र का देश जॉर्डन सूची में सातवें नंबर पर है, जहां 47.5 फीसदी महिलाएं मैनेजर हैं.
तस्वीर: Sandra Jelly
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विक्टोरिया की मुख्यमंत्री जसिंटा ऐलन ने मीडिया से बातचीत में कहा कि जब देश में महिलाओं के खिलाफ हो रही हिंसा के बारे में इतनी बहस हो रही है, तब ऐसा होना बेहद शर्मनाक है. ऐलन ने कहा, "रिंगवुड के स्कूल में व्यवहार के बारे में जो खबरें आई हैं, वे शर्मनाक, घिनौनी और किसी भी सूरत में स्वीकार्य नहीं हैं.”
उन्होंने कहा कि जिन लड़कियों को उस डॉक्युमेंट में निशाना बनाया गया है, उससे उन्हें ‘बहुत बड़ा आघात‘ पहुंचा है. उन्होंने कहा, "यह सोचना कि आप जिस क्लास में बैठी हैं, वहां आपके सहपाठी आपके बारे में ना सिर्फ ऐसा सोचते हैं बल्कि उसे लिखकर दूसरों के साथ बांटते हैं. यह कोई मजाक नहीं है. महिलाओं का सम्मान हर क्लास, हर घर और हमारे समाज के हर हिस्से की प्राथमिकता होनी चाहिए क्योंकि बहुत बड़ी संख्या में महिलाएं हिंसा का शिकार हो रही हैं, बहुत बड़ी संख्या में महिलाएं अपनी जान गंवा रही हैं."
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महिलाओं के खिलाफ हिंसा का संकट
इसी महीने ऑस्ट्रेलिया के बड़े शहरों में हजारों लोगों ने महिलाओं के खिलाफ हो रही हिंसा के खिलाफ प्रदर्शन किया था. इसके बाद देश के प्रधानमंत्री एंथनी अल्बानीजी ने कहा था यह "राष्ट्रीय संकट” बन चुका है.
2.7 करोड़ की आबादी वाले ऑस्ट्रेलिया में इस साल यानी चार महीनों में 28 महिलाओं की हत्याएं हो चुकी हैं और यह सिलसिला साल दर साल बढ़ता चला जा रहा है.
दुनिया की 10 सबसे धनी महिलाओं में एक भारतीय
फोर्ब्स पत्रिका के मुताबिक दुनिया की दस सबसे धनी महिलाओं के पास कुल मिलाकर लगभग 18 खरब डॉलर की संपत्ति है. इनमें एक भारतीय भी है.
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एबिगेल जॉनसन
29 अरब डॉलर की संपत्ति की मालिक एबिगेल जॉनसन 2014 से फिडेलिटी इन्वेस्टमेंट्स की अध्यक्ष हैं, जो उनके दादा ने 1946 में शुरू की थी. उनके पास कंपनी की 28.5 फीसदी हिस्सेदारी है.
तस्वीर: Drew Angerer/Getty Images
जीना राइनहार्ट
70 साल की ऑस्ट्रेलियाई नागरिक जीना राइनहार्ट माइनिंग कंपनी हैंकॉक प्रोस्पेक्टिंग ग्रुप की मालकिन हैं, जो उनके पिता ने शुरू की थी. एक साल में उनकी संपत्ति 14 फीसदी बढ़ी है और अब वह 30.8 अरब डॉलर के साथ दुनिया की नौवीं सबसे धनी महिला हैं.
तस्वीर: Chris Putnam/Zuma/IMAGO
मिरियम अडेलसन
अमेरिका के लास वेगस में आधे से ज्यादा कसीनो चलाने वालीं मिरियम अडेलसन के पास 32 अरब डॉलर हैं. उन्होंने मेडिकल रिसर्च के लिए लगभग एक अरब डॉलर का दान दिया है.
तस्वीर: BRYAN STEFFY/Getty Images/AFP
अपोंट-डियामोंट
दुनिया की सबसे बड़ी शिपिंग कंपनी एमएससी में अपने पति के साथ आधे-आधे हिस्से की मालकिन अपोंटे-डियामांट के पास 33.1 अरब डॉलर की संपत्ति है. वह कंपनी के एमएससी क्रूज में साज-सज्जा का काम देखती हैं. 1970 में उन्होंने अपने पति के साथ दो लाख डॉलर का लोन लेकर एक जहाज खरीदा और यह कंपनी शुरू की.
तस्वीर: Markus Scholz/dpa/picture alliance
सावित्री जिंदल
भारत के जिंदल समूह की मालकिन 74 साल की सावित्री जिंदल देश की सबसे धनी महिला हैं. दुनिया के सबसे धनी परिवारों में भी उनका नाम शामिल है. उनके पास 33.5 अरब डॉलर की दौलत आंकी गई है.
तस्वीर: Hindustan Times/IMAGO
मैकिंजी स्कॉट
एमेजॉन के मालिक जेफ बेजोस की पूर्व पत्नी 53 साल की मैकिंजी स्कॉट के पास 35.6 अरब डॉलर की संपत्ति है. दुनिया की पांचवीं सबसे धनी महिला स्कॉट को 2019 में जेफ बेजोस के तलाक के बाद कंपनी में 4 फीसदी की हिस्सेदारी मिली थी.
अमेरिका की जैकलीन मार्स 84 वर्ष की हैं. दुनिया की चौथी सबसे धनी महिला मार्स के पास 38.5 अरब डॉलर की दौलत है, जो उनके दादा द्वारा 1911 स्थापित कंपनी से कमाई गई है.
तस्वीर: PAUL MORIGI/Getty Images/AFP
जूलिया कोख
स्वर्गीय डेविड कोख की पत्नी जूलिया कोख पिछले साल दूसरे नंबर पर थीं लेकिन इस साल वह तीसरे नंबर पर आ गई हैं. कोख समूह ऑयल रिफानरी से लेकर पेपर टावल तक तमाम तरह के उद्योगों में सक्रिय है और जूलिया कोख वह उनके बच्चों के पास कंपनी की 42 फीसदी हिस्सेदारी है.
तस्वीर: MediaPunch/IMAGO
एलिस वॉल्टन
अमेरिका की सबसे धनी महिला हैं एलिस वॉल्टन, जिनके पास 72.3 अरब डॉलर की संपत्ति है. पिछले एक साल में उनकी संपत्ति में 34 फीसदी का इजाफा हुआ है. वॉलमार्ट के संस्थापक सैम वॉल्टन की बेटी उद्योग में नहीं बल्कि कला जगत में सक्रिय हैं.
तस्वीर: Rick T. Wilking/Getty Images
सबसे धनी महिला, फ्रांस्वा बेटेनकोर्ट मायर्स
लॉरियाल के संस्थापक की पोती फ्रांस्वा बेटेनकोर्ट मायर्स लगातार चौथे साल दुनिया की सबसे धनी महिला बनी हैं. उनकी अधिकतर दौलत कॉस्मैटिक कंपनी लॉरियाल में उनकी 35 फीसदी हिस्सेदारी से आती है. 70 साल की फ्रांसीसी नागरिक बेटेनकोर्ट मायर्स की कुल संपत्ति है 99.5 अरब डॉलर.
तस्वीर: Ian Langsdon/AFP/Getty Images
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ऑस्ट्रेलिया में महिलाओं के खिलाफ उनके जीवनसाथी द्वारा हिंसा के मामले पिछले कई साल से चिंता का विषय बने हुए हैं. सालाना औसत बताती है कि हर 11 दिन में एक महिला की हत्या हो जाती है. लेकिन हत्या के अलावा भी हिंसा का संकट बहुत बड़ा हो चुका है.
देश के सांख्यिकी ब्यूरो (ऑस्ट्रेलियन ब्यूरो ऑफ स्टैटिस्टिक्स) के आंकड़ों के मुताबिक 2013 से 2023 के बीच पुरुषों द्वारा हत्या के मामलों में तो 16 फीसदी की कमी देखी गई लेकिन घायल करने की दर 20 फीसदी बढ़ गई. इसी तरह यौन हिंसा के मामलों में 50 फीसदी की वृद्धि हुई. शोषण और अपहरण के मामले 18 फीसदी बढ़े.
इस माहौल में मेलबर्न के स्कूल की घटना को बहुत से विशेषज्ञ एक सामाजिक समस्या के रूप में देख रहे हैं. देश के शिक्षा मंत्री जेसन क्लेयर ने कहा, "यह घटना दिखाती है कि अभी बहुत सा काम करना बाकी है. यह काम सिर्फ स्कूलों का नहीं है बल्कि माता-पिता और मेरे जैसे राजनेताओं का भी है."