जब से रिकॉर्ड रखा जा रहा है, तब से कभी इतने लोग आत्मघाती हमलों में नहीं मारे गए, जितने 2016 में मारे गए हैं. पिछले साल दुनिया भर में कुल 5,650 लोग आत्मघाती हमलों का शिकार बने.
विज्ञापन
इस्राएली इंस्टिट्यूट फॉर नेशनल सिक्योरिटी स्टडीज ने आत्मघाती हमलों में मारे जाने वाले लोगों का आंकड़ा जमा किया है. इसके मुताबिक 28 देशों में लगभग 800 लोगों ने 469 आत्मघाती हमलों को अंजाम दिया. इनमें से 44 हमले महिलाओं ने किए.
2016 में 70 फीसदी आत्मघाती हमले ऐसे थे जिनके साथ आतंकवादी संगठन इस्लामिक स्टेट प्रत्यक्ष या अप्रत्यक्ष रूप से जुड़ा था. पिछले साल के दौरान होने वाले हमलों में से ज्यादातर मध्य पूर्व में हुए. अकेले इराक ने 146 आत्मघाती हमले झेले.
यह भी देखिए, सबसे असुरक्षित एयरलाइंस
सबसे सुरक्षित और असुरक्षित एयरलाइंस
दुनिया की 60 एयरलाइंसों में सबसे सुरक्षित कौन सी है? 2016 के डाटा के आधार पर जर्मनी के जेएसीडीईसी संस्थान ने सबसे सुरक्षित और असुरक्षित एयरलाइंसों की एक सूची तैयार की है.
तस्वीर: Reuters/E. Su
चाइना एयरलाइंस से बचना
2016 में लगभग 3.7 अरब लोगों ने विमान से यात्री की. जिन लोगों ने चाइना एयरलाइंस को चुना, उनकी पसंद सबसे जोखिम भरी थी. ताइवान की इस एयरलाइन को जेएसीडीईसी की 60 एयरलाइनों की सूची में सबसे नीचे रखा गया और इसे सबसे असुरक्षित एयरलाइन माना गया है.
तस्वीर: picture-alliance/dpa/X. Qintao
दूसरी सबसे खराब एयरलाइन
यह रैकिंग पिछले 30 साल की राष्ट्रीय हवाई सुरक्षा रिपोर्टों के आधार पर तैयार की गई है. इनमें यात्रियों की संख्या और हवाई सफर में तय की गई दूरी के मुकाबले विमान हादसों और उनमें मारे गए लोगों की संख्या के आधार पर रैंकिंग तय की गई है. कोलंबिया की एवियाना को दुनिया की दूसरी सबसे खराब एयरलाइंस बताया गया है.
तस्वीर: AFP/Getty Images
गुरुडा में भी खतरा
सबसे खराब एयरलाइंस की फेहरिस्त में इंडोनेशिया की गरुडा तीसरे स्थान पर आती है. इसमें सफर करने से भी बचने की सलाह दी जाती है. 1950 में शुरू होने वाली इस एयरलाइन के रिकॉर्ड में 47 हादसे दर्ज हैं. इनमें से 22 हादसों में कुल 583 लोग मारे गए हैं.
तस्वीर: A.Berry/AFP/GettyImages
रैकिंग संतुलित नहीं?
जेएसीडीईसी रैंकिंग की यह कह आलोचना भी हो रही है कि इसमें तकनीकी खामियों, इंसानी गलतियों, मौसम की परिस्थितियों, आतंकवादी हमलों को अलग करके नहीं देखा गया है. मिसाल के तौर पर आतंकवाद एयरलाइन की नहीं, बल्कि एयरपोर्ट सुरक्षा की जिम्मेदारी है. यह 10 फीसदी हादसों की वजह बना है.
तस्वीर: AP
खराब मौसम
ताजा आंकड़े दिखाते हैं कि 10 प्रतिशत विमान हादसे बर्फबारी, कोहरे और तूफानों की वजह से होते हैं. हालांकि बिजली का गिरना उतना खतरनाक नहीं है जितना माना जाता है.
तस्वीर: dapd
तकनीकी खामियां
आधुनिक विमान मॉडर्न टेक्नॉलजी से लैस होते हैं. लेकिन 20 प्रतिशत विमान हादसों के लिए तकनीकी खामियां जिम्मेदार होती हैं.
तस्वीर: Getty Images/AFP/J. Eisele
इंसानी भूल
आजकल जितने भी विमान हादसे होते हैं उनमें से आधे हादसों के लिए पायलट ही जिम्मेदार पाए जाते हैं. मशीनें और इंसानों के बीच कई बार संपर्क में गलतियां होती हैं और ऐसी गलतियों के लिए इंसान जिम्मेदार माने जाते हैं.
तस्वीर: picture alliance/ROPI
करामात
लेकिन कई बार पायलटों ने चमत्कार जैसे कारनामे भी कर दिखाए हैं. यह तस्वीर 2009 की है जब पायलट चेल्सी सुलेनबर्गर ने अमेरिका की हडसन नदी में विमान को उताकर 155 लोगों की जान बचाई थी.
तस्वीर: picture-alliance/AP Photo/S. Day
विजेता
हांगकांग की कैथे पैसेफिक को 2016 की सबसे सुरक्षित एयरलाइन चुना गया है. इस मामले में दूसरे स्थान पर एयर न्यूजीलैंड और तीसरे स्थान पर चीन की हाइनान एयरलाइंस है. जर्मनी की एयरलाइन लुफ्तहांसा को 12वें स्थान पर रखा गया है. 2016 उन सालों में से एक है जब सबसे कम विमान हादसे हुए.
तस्वीर: picture-alliance/dpa
सुरक्षित लेकिन खतरनाक भी
जेएसीडीईसी के अनुसार 2016 में विमान हादसों में 321 लोग मारे गए. हालांकि एविएशन सेफ्टी नेटवर्क इससे चार मौतें ज्यादा बताता है. 2016 में सबसे खतरनाक हादसा बोलिविया में हुआ जब लामिया एयरलाइन का विमान मेलेडिन इलाके में हादसे का शिकार हो गया. इस हादसे में सभी 71 लोग मारे गए. मरने वालों में ब्राजील की एक क्लब फुटबॉल टीम के सदस्य भी थे.
तस्वीर: Reuters/F. Builes
10 तस्वीरें1 | 10
इससे पहले, 2015 के दौरान दुनिया भर में होने वाले आत्मघाती हमलों की संख्या 452 रही जिनमें कुल 4,330 लोग मारे गए. तेल अवीव स्थित इस्राएली इंस्टिट्यूट फॉर नेशनल सिक्योरिटी स्टडीज ने एक बयान में कहा है, "ऐसा लगता है कि इस्लामिक स्टेट के लिए आत्मघाती हमले एक अहम हथियार बने रहेंगे. उसे लगता है कि इनके जरिए वह अपने दुश्मनों को परेशान कर सकता है और यह संदेश दे सकता है कि उस पर विजय नहीं पाई जा सकती. आत्मघाती हमलों को अंतरराष्ट्रीय गतिविधियों का बदला देने के लिए भी इस्तेमाल किया जा रहा है."
यह संस्थान उन्हीं हमलों को दर्ज करता है जिनकी पुष्टि कम से कम दो सूत्रों से हुई. ऐसे कई हमले हुए हैं जिनकी जिम्मेदारी इस्लामिक स्टेट ने कबूली लेकिन अन्य सूत्रों से पुष्टि न होने की वजह से उन्हें नहीं गिना गया. 2016 में सबसे ज्यादा आत्मघाती हमले करने के मामले में इस्लामिक स्टेट के बाद अफ्रीका में सक्रिय बोको हराम का नंबर आता है. उसने 53 आत्मघाती हमले कराए. इसके बाद टॉप 5 में तालिबान, अल शबाब और अल कायदा का नंबर आता है.
जानिए, 2016 में गूगल पर कौन सी एक्ट्रेस सबसे ज्यादा खोजी गईं
2016: गूगल पर खोजी गईं एक्ट्रेस
गूगल पर 2016 में सबसे ज्यादा सर्च की गईं भारतीय एक्ट्रेस का नाम जानकर आप हैरान रह जाएंगे. आप जो सोच रहे हैं, शायद एक भी नाम इस लिस्ट में ना हो. देखिए...
तस्वीर: Getty Images/AFP/P. Paranjpe
नंबर 10. सैयामी खेर
तस्वीर: Getty Images/BFI/S. C. Wilson
नंबर 9. कायरा आडवाणी
तस्वीर: Getty Images/AFP/STR
नंबर 8. नूरा फतेही
तस्वीर: Getty Images/AFP/STRDEL
नंबर 7. वाणी कपूर
तस्वीर: Getty Images/DIFF/N. Barnard
नंबर 6. निमरत कौर
तस्वीर: Getty Images/AFP/J. Tallis
नंबर 5. उर्मिला मातोंडकर
तस्वीर: Getty Images/AFP/STR
नंबर 4. मंदना करीमी
तस्वीर: Getty Images/AFP/STR
नंबर 3. पूजा हेगेड़े
तस्वीर: Getty Images/AFP/P. Paranjpe
नंबर 2. उर्वशी रौतेला
तस्वीर: Getty Images/AFP/STR
नंबर 1. दिशा पटनी
तस्वीर: Getty Images/AFP
10 तस्वीरें1 | 10
मध्य पूर्व में होने वाले आत्मघाती हमलों की तादाद में एक साल के भीतर 45 प्रतिशत का इजाफा हुआ. वहां 2015 में 207 आत्मघाती हमले हुए जिनकी संख्या 2016 में बढ़कर 298 हो गई. इनमें मरने वालों का तादाद भी 2,294 से बढ़कर 3,915 हो गई. युद्ध से तबाह सीरिया में भी आत्मघाती हमलों में 38 फीसदी की वृद्धि हुई. सीरिया में 2016 में 55 आत्मघाती हमले हुए जबकि 2015 में इनकी तादाद 40 थी.