विवादरवांडाजनसंहार के दौरान और उसके बाद रवांडा में क्या हुआ04:03This browser does not support the video element.विवादरवांडा09.04.2024९ अप्रैल २०२४30 साल पहले जब पड़ोसी एक दूसरे के दुश्मन हो गए और क्रूरता की हदें पार करने लगे, तो शंताल ने भागकर जाकर जान बचाई. तीन दिन बाद जब वे गांव के चर्च में लौटीं तो वहां 5,000 से ज्यादा शव थे. लिंक कॉपी करेंविज्ञापन