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मानवाधिकारअफगानिस्तान

नागरिकों के देश छोड़ने पर तालिबान की रोक

१ मार्च २०२२

तालिबान ने अफगान नागरिकों की देश से निकासी पर प्रतिबंध लगा दिया है. इसको लेकर अफगान सुरक्षा बलों ने एक राष्ट्रव्यापी अभियान शुरू किया है. अमेरिका और ब्रिटेन जैसे देशों ने यात्रा प्रतिबंध पर चिंता जाहिर की है.

तस्वीर: KARIM SAHIB/AFP/Getty Images

तालिबान सरकार के मुताबिक किसी भी अफगान को देश छोड़ने की इजाजत नहीं होगी. वहीं, अफगान बलों ने सोमवार 28 फरवरी से घर-घर जाकर एक अभियान शुरू किया है ताकि यह सुनिश्चित किया जा सके कि अफगान नागरिक देश को छोड़कर विदेश न जाएं. तालिबान के प्रवक्ता जबीउल्लाह मुजाहिद ने रविवार देर शाम इन प्रतिबंधों की घोषणा की.

तालिबान के प्रवक्ता ने कहा कि प्रतिबंध का उद्देश्य अफगानों को विदेशों में कठिनाइयों से बचाना है.

मुजाहिद के मुताबिक राष्ट्रों या गैर-सरकारी संगठनों द्वारा आयोजित निकासी पर प्रतिबंध लगा दिया गया है, जबकि यहां तक ​​कि खुद से देश छोड़ने का प्रयास करने वाले परिवारों को अब "कारण" बताना होगा या उन्हें इमिग्रेशन द्वारा रोक दिया जाएगा.

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मुजाहिद ने संवाददाता सम्मेलन को संबोधित करते हुए, "मैं यह स्पष्ट करना चाहता हूं कि जो लोग अपने परिवार के साथ देश छोड़कर जाते हैं और उनके पास इस निकासी का कोई कारण नहीं है. हम उन्हें देश छोड़ने की अनुमति नहीं देंगे और उन्हें रोका जाएगा."

प्रतिबंध सभी पर लागू

तालिबान सरकार द्वारा घोषित प्रतिबंध और अफगान बलों के अभियान का असर सभी अफगानों पर पड़ेगा. महिलाएं भी विदेश नहीं जा सकतीं जब तक कि उनके साथ कोई पुरुष रिश्तेदार न हो. नया प्रतिबंध पिछले साल शुरू किए गए प्रतिबंधों की एक श्रृंखला का हिस्सा है, लेकिन उस समय शहरों और कस्बों के बीच अकेली महिलाओं की यात्रा पर प्रतिबंध लगाया गया था. 

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मुजाहिद ने अपने बयान में कहा, "जो महिलाएं विदेश यात्रा करना चाहती हैं, उनके साथ एक पुरुष सदस्य होना चाहिए. यह शरिया का नियम है.'' तालिबान की ओर से यह घोषणा ऐसे समय में की गई है जब अफगानिस्तान में अपहरणकर्ताओं, चोरों और लुटेरों की तलाश के लिए पिछले सप्ताहांत में अभियान चलाया गया था. यात्रा प्रतिबंध उन हजारों अफगानों के लिए एक झटका है, जिन्होंने अमेरिकी नेतृत्व वाली विदेशी ताकतों या अन्य पश्चिमी संगठनों के साथ काम किया था और उन्हें निकालने का वादा विदेशी सरकारों और संगठनों ने किया था.

हजारों लोग अभी भी अफगानिस्तान में हैं, लेकिन वे बाहर निकलने के लिए बेताब हैं और ऐसी आशंका है कि तालिबान उन्हें "विदेशी तत्वों के भागीदार या सूत्रधार" के रूप में निशाना बना सकता है. यूरोप और अन्य देश जाने के लिए लोग ईरान पहुंच रहे थे.

एए/सीके (एएफपी, रॉयटर्स)

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