एमनेस्टी: युद्ध में टिग्रे विद्रोहियों ने किया बलात्कार
१० नवम्बर २०२१
एमनेस्टी इंटरनेशनल ने बुधवार को कहा कि इथोपिया के अमहारा क्षेत्र के एक कस्बे पर हुए हमले के दौरान टिग्रेयन विद्रोहियों ने कई महिलाओं के साथ बलात्कार, लूटपाट और मारपीट की.
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एमनेस्टी की जांच निफास मेवचा शहर में यौन उत्पीड़न की शिकार 16 महिलाओं के साक्षात्कार पर आधारित है. जांच अधिकार समूह की एक पूर्व रिपोर्ट का अनुसरण करती है जिसने टिग्रे क्षेत्र में इथियोपियाई और इरीट्रियन सैनिकों द्वारा सैकड़ों महिलाओं और लड़कियों के बलात्कार का दस्तावेजीकरण किया था.
9 नवंबर को पेश की गई रिपोर्ट अगस्त में टिग्रे पीपल्स लिबरेशन फ्रंट द्वारा किए गए हमले के दौरान हुई हमलों पर केंद्रित है, जिसमें 16 में से 14 महिलाओं ने एमनेस्टी को साक्षात्कार में बताया कि विद्रोहियों द्वारा उनके साथ सामूहिक बलात्कार किया गया था. कुछ मामलों में बंदूक के बल पर उनके साथ बलात्कार की घटना को अंजाम दिया गया, वारदात को बच्चों के सामने अंजाम दिया गया.
एमनेस्टी की महासचिव एग्नेस कैलामार्ड ने कहा, "हमने जीवित बची महिलाओं की गवाही में टीपीएलएफ सैनिकों द्वारा किए गए घिनौने कृत्यों का वर्णन सुना है, जो युद्ध अपराध और संभावित रूप से मानवता के खिलाफ अपराध हैं." उन्होंने कहा, "वे नैतिकता या मानवता के किसी भी हिस्से की अवहेलना करते हैं."
रिपोर्ट में वर्णित कई भयानक घटनाओं में से एक में पीड़ित ग्बेयनेश (बदला हुआ नाम) ने बताया टीपीएलएफ सैनिकों ने उसके साथ सामूहिक बलात्कार किया, जबकि उसके नौ और 10 साल के बच्चे रो रहे थे. 30 साल की पीड़ित ने कहा, "उनमें से तीन ने मेरे साथ बलात्कार किया, जबकि मेरे बच्चे रो रहे थे." महिला ने बताया "उन्होंने मुझे थप्पड़ मारा और मुझे लात मारी. वे अपनी बंदूकें उठा रहे थे जैसे कि वे मुझे गोली मारने जा रहे हैं."
संकट में टिग्रे की महिलाएं
अमहारा में सरकारी अधिकारियों ने एमनेस्टी को बताया कि शहर पर टीपीएलएफ के नौ दिनों के शासन के दौरान निफास मेवचा में 70 से अधिक महिलाओं ने बलात्कार की सूचना दी. अधिकार ग्रुप ने कहा कि जिन महिलाओं का साक्षात्कार लिया गया उनमें से अधिकांश यौन उत्पीड़न के परिणामस्वरूप स्वास्थ्य समस्याओं से पीड़ित थीं, लेकिन टीपीएलएफ के हमले में निफास मेवचा अस्पताल के क्षतिग्रस्त होने के बाद उन्हें वह मदद नहीं मिल पा रही थी, जिसकी उन्हें जरूरत थी.
टिग्रे में सरकारी फौजों और टिग्रे पीपल्स लिबरेशन फ्रंट के बीच युद्ध पिछले साल नवंबर में शुरू हुआ. टिग्रे पीपल्स लिबरेशन फ्रंट ने तीन दशक तक इथियोपिया पर राज किया है और अब टिग्रे प्रांत पर उसका कब्जा है. इस लड़ाई के चलते बीस लाख से ज्यादा लोगों को अपने घर छोड़कर भागना पड़ा है. 50 हजार से ज्यादा लोग पड़ोसी देश सूडान में शरणार्थी के तौर पर रह रहे हैं.
जून में सरकार ने एकतरफा युद्ध विराम लागू कर दिया था ताकि किसान खेतों में बुआई कर सकें. लेकिन विद्रोही फ्रंट द्वारा राजधानी मेकेले पर कब्जा कर लेने के बाद अब सरकार लोगों से हथियार उठाने की अपील कर रही है.
एए/सीके (एएफपी)
इथियोपिया: टिग्रे संकट का एक साल
टिग्रे में सरकारी फौजों और टिग्रे पीपल्स लिबरेशन फ्रंट के बीच युद्ध को एक साल हो चुका है. संयुक्त राष्ट्र के विशेषज्ञों का कहना है टिग्रे प्रांत में लगभग साढ़े तीन लाख लोगों के सामने भुखमरी का संकट खड़ा हो गया है.
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जलता शहर
20 अक्टूबर को सरकारी बलों द्वारा किए गए हवाई हमले के बाद टिग्रे की राजधानी मेकेले के निवासी मलबे से बाहर निकलते हुए. सेना ने कहा कि वह टिग्रे पीपल्स लिबरेशन फ्रंट द्वारा संचालित एक हथियार निर्माण सुविधा को लक्षित कर रही थी, जिसे विद्रोही टिग्रे बलों ने इनकार किया है.
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युद्ध की धुंध
सैन्य हवाई हमले के बाद धुआं मेकेले की सड़कों से ऊपर उठता नजर आ रहा है. टिग्रे अलगाववादियों ने सरकार पर नागरिकों की हत्या का आरोप लगाया है, जबकि अदीस अबाबा का कहना है कि वह हथियारों के डिपो को निशाना बना रहा है. स्थानीय लोगों ने पुष्टि की है कि मेकेले में कम से कम एक प्रमुख औद्योगिक परिसर नष्ट हो गया है.
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बंधक बनाए गए सैनिक
टिग्रेयाई बलों द्वारा पकड़े गए इथियोपियाई सरकार के सैनिक पंक्तियों में बैठे हुए. उन्हें यहां से एक डिटेंशन केंद्र में ले जाया गया.
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मिलती मदद
एक इथियोपियाई रेड क्रॉस सोसाइटी (ईआरसीएस) वाहन सरकारी हवाई हमलों के बाद मेकेले से गुजरता हुआ. ईआरसीएस टिग्रे क्षेत्र में चिकित्सा उपचार प्रदान करने, बुनियादी आश्रय और स्वच्छता वस्तुओं को वितरित करने के लिए काम कर रहा है.
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महत्वपूर्ण सहायता एक दुर्लभ दृश्य
सहायता संगठन समैरिटन पर्स से संबंधित एक मालवाहक विमान मार्च में वापस मेकेले हवाई अड्डे पर आपूर्ति करता हुआ. टिग्रे में मानवीय सहायता का प्रवाह तब से गंभीर रूप से बाधित हो गया है जब से प्रमुख मार्गों पर बाधाओं के कारण काफिले को गुजरने से रोक दिया गया है.
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युद्ध के शिकार
तोगोगा हवाई हमले के पीड़ित का अस्पताल में इलाज चल रहा है. 22 जून को इथियोपियाई वायु सेना ने व्यस्त बाजार के दिन टोगोगा के टिग्रेयन शहर पर हवाई हमला किया, जिसमें 64 नागरिक मारे गए और 184 घायल हो गए. घटनास्थल तक पहुंचने का प्रयास करने वाली एंबुलेंस को शुरू में सैनिकों द्वारा अवरुद्ध कर दिया गया था.
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एक हताश अपील
मेकेले में संयुक्त राष्ट्र कार्यालय के बाहर स्वास्थ्य कर्मचारी भोजन और दवा की भारी कमी के कारण मरीजों की मौत की निंदा करते हुए विरोध प्रदर्शन किया. राजधानी में महत्वपूर्ण आपूर्ति का स्टॉक तेजी से घट रहा है, जिससे बच्चों में कुपोषण की दर तेजी से बढ़ रही है. संयुक्त राष्ट्र ने हाल ही में घोषणा की थी कि वह अपने आधे कर्मचारियों को देश से वापस बुलाएगा.
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अंतरराष्ट्रीय विरोध
दुनिया के दूसरी ओर 19 अक्टूबर को लंदन के व्हाइटहॉल में सैकड़ों लोगों ने हिंसा के विरोध में नारेबाजी की. उन्होंने टिग्रे में हिंसा और सहायता नाकाबंदी को समाप्त करने का आह्वान किया.