टिक टॉक ने अमेरिका में अपने कारोबार को बेचने को लेकर ओरेकल की बोली को मंजूर कर लिया है. अमेरिकी मीडिया में आई कई रिपोर्ट्स के मुताबिक टिक टॉक ने सॉफ्टवेयर कंपनी माइक्रोसॉफ्ट की बोली को ठुकरा दिया है.
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टिक टॉक की मालिक कंपनी बाइट डांस ने अमेरिका में अपने वीडियो शेयरिंग ऐप के कारोबार को मल्टीनेशनल टेक्नोलॉजी कंपनी ओरेकल को बेचने का फैसला किया है. कंपनी ने माइक्रोसॉफ्ट के प्रस्ताव के ठुकरा दिया था जिसके बाद ओरेकल अकेली कंपनी इस दौड़ में बची थी. इस डील से जुड़े एक सूत्र ने बताया कि टिक टॉक की मालिक कंपनी ने माइक्रोसॉफ्ट की बोली को खारिज करते हुए प्रतिद्वंद्वी कंपनी ओरेकल को चुना, जिससे उसका अमेरिका में परिचालन जारी रह सके.
रविवार को ही माइक्रोसॉफ्ट ने कहा था टिक टॉक के अमेरिका ऑपरेशंस को खरीदने की बोली को नामंजूर कर दिया गया था. अमेरिकी राष्ट्रपति डॉनल्ड ट्रंप ने टिक टॉक की मालिक कंपनी को देश में जासूसी की चिंताओं के मद्देनजर प्रतिबंध लगाने की धमकी दी थी. ट्रंप ने वादा किया था कि अगर अमेरिका में बाइट डांस अपना कारोबार नहीं बेचती है तो टिक टॉक पर 20 सितंबर तक प्रतिबंध लग जाएगा. ट्रंप ने बाइट डांस को 15 सितंबर तक की मोहलत टिक टॉक को किसी अमेरिकी कंपनी को बेचने के लिए दी थी. टिक टॉक अमेरिका में जासूसी के आरोपों से इनकार करता आया है साथ ही उसका कहना है कि वह देश की सुरक्षा के लिए खतरा नहीं है.
टिक टॉक और व्हाइट हाउस ने इस पर अभी तक कोई प्रतिक्रिया नहीं जाहिर की है. ओरेकल ने भी टिप्पणी से इनकार किया है. कुछ मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक प्रस्तावित बिक्री पूर्ण बिक्री नहीं होगी, लेकिन अमेरिका में इसके ऑपरेशन का पुनर्गठन होगा, जिसमें ओरेकल बाइट डांस के लिए तकनीकी भागीदार के रूप में काम करेगा और अमेरिका में यूजर्स डाटा को देखेगा. अब तक यह साफ नहीं हो पाया है कि ट्रंप इस सौदे को मंजूरी देंगे या नहीं.
राष्ट्रपति ट्रंप ने 6 अगस्त को एक कार्यकारी आदेश जारी किया था, जिसमें टिक टॉक को अमेरिकी कारोबार को किसी अन्य अमेरिकी कंपनी को बेचने के लिए मोहलत दी गई थी. ट्रंप ने अपने आदेश में था कि अगर ऐसा नहीं होता है तो उसे अपने कारोबार को अमेरिका में बंद करना पड़ेगा.
भारतीय सेना के जवानों को 89 ऐप्स डिलीट करने के आदेश दिए गए हैं. मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक सुरक्षा कारणों और सेना से जुड़ी जानकारी को लीक होने से रोकने के लिए जवानों का यह आदेश दिया गया है.
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फेसबुक
सेना ने जवानों और अफसरों से कहा है कि वह फेसबुक और इंस्टाग्राम समेत 89 ऐप्स को 15 जुलाई तक अपने स्मार्टफोन से डिलीट कर दें. मीडिया में आई रिपोर्ट के मुताबिक सेना के जवानों और अफसरों से ऐसा इसलिए कहा गया है ताकि अहम जानकारी के लीक होने की घटनाओं को रोका जा सके. सोशल नेटवर्किंग साइट फेसबुक भी इस सूची में शामिल है.
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इंस्टाग्राम
पिछले दिनों भारत सरकार ने टिक टॉक समेत 59 चीनी ऐप्स को बैन करने का आदेश दिया था. सेना ने जो सूची जारी की है उसमें कई विदेशी ऐप्स भी शामिल हैं जिनमें इंस्टाग्राम और डेटिंग ऐप्स भी हैं.
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टिक टॉक
सेना ने जिन 89 ऐप्स की सूची जारी की है उसमें कई चीनी ऐप्स भी शामिल हैं. इनमें टिक टॉक का भी जिक्र है. वीडियो होस्टिंग ऐप्स में लाइके, सामोसा और क्वाई जैसे ऐप शामिल हैं.
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वी चैट
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक सेना ने अपने आदेश में जिन ऐप्स को डिलीट करने को कहा है उनमें मैसेजिंग ऐप्स जैसे कि वी चैट, किक, वायबर, ईमो, टो टॉक और हाइक जैसे 14 ऐप्स शामिल हैं.
पबजी
जवानों को गेमिंग ऐप डिलीट करने को कहा गया है, जिनमें पबजी, क्लैश ऑफ किंग्स और मोबाइल लेजेंड्स जैसे पांच गेमिंग ऐप्स शामिल हैं.
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डेटिंग ऐप्स
सूची में कुछ डेटिंग ऐप्स का भी जिक्र है. मशहूर डेटिंग ऐप्स टिंडर, ओके क्यूपिड, बाडू और काउच सर्फिंग जैसे ऐप्स शामिल हैं. पिछले दिनों गलवान घाटी में चीन के साथ तनाव के बाद भारत ने 59 चीनी ऐप्स को बैन कर दिया था.
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जूम
सेना के जवानों और अफसरों को जिन ऐप्स डिलीट करने को कहा गया उनमें वीडियो और लाइव स्ट्रीमिंग ऐप्स भी हैं. बिग लाइव, जूम, वीमेट, विग वीडियो जैसे लाइव स्ट्रीमिंग ऐप्स हटाने को कहा गया है.
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ई-कॉमर्स
ई-कॉमर्स ऐप्स जिनमें क्लब फैक्ट्री, अली एक्सप्रेस, चाइना ब्रांड्स जैसे कुछ ऐप्स को भी स्मार्ट फोन से हटाने को कहा गया है. दरअसल इन ऐप्स के जरिए अहम जानकारियां चुराने का संदेह बना रहता है और इसी वजह से ऐसा कदम उठाया गया है.
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डेली हंट
न्यूज ब्राउजिंग ऐप्स न्यूज डॉग और डेली हंट जैसे ऐप को भी डिलीट करने का फरमान जारी किया गया है. 13 लाख जवानों वाली सेना के लिए डाटा सुरक्षा अहम मुद्दा बना रहता है.
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म्यूजिक ऐप
89 ऐप्स में म्यूजिक ऐप जैसे कि हंगामा और सॉन्ग डॉट पीके भी शामिल हैं. दरअसल सेना ने उन्हीं ऐप्स से दूरी बनाने का आदेश जारी किया है जिन पर कभी न कभी निजी डाटा चोरी होने के आरोप लगे हैं.