एक नजर दुनिया पर
२३ मई २०१६1. सीरिया में धमाकों में 120 की मौत
सीरियाई सरकारी मीडिया और मॉनिटर कर रहे संगठनों का कहना है कि सीरिया के तटीय शहर जाब्लेह और तारतौस में हुए बम धमाकों में कम से कम 120 लोगों की जान चली गई है. आईएस का कहना है कि उसने इन हमलों को अंजाम दिया है. सीरियाई सरकार के नियंत्रण वाले इन इलाकों में हुए इन अलग अलग धमाकों में कई लोग घायल हुए हैं. यहां रूसी सैन्य अड्डे भी हैं.
2. अमेरिका ने हटाया वियतनाम से हथियार बिक्री का प्रतिबंध
अमेरिका ने वियतनाम पर लगाया गया हथियार बिक्री प्रतिबंध हटा दिया है. कम्युनिस्ट देश वियतनाम के तीन दिन के दौरे पर गए अमेरिकी राष्ट्रपति बराक ओबामा ने सोमवार यह एलान किया. अमेरिका ने पिछले 50 साल से वियतनाम पर यह प्रतिबंध लगाया था. इसे दोनों देशों के रिश्तों के लिहाज से महत्वपूर्ण कदम माना जा रहा है. वियतनाम युद्ध के बाद से ओबामा इस देश की यात्रा करने वाले अमेरिका के तीसरे राष्ट्रपति हैं.
4. 'अल्टर्नेटिव फॉर जर्मनी' की मुस्लिम संगठन के साथ मीटिंग हुई रद्द
जर्मनी में शरणार्थियों के स्वागत का विरोध कर रही दक्षिणपंथी पार्टी 'अल्टर्नेटिव फॉर जर्मनी' (एएफडी) और जर्मनी के प्रतिनिधि मुस्लिम संगठन सेंट्रल काउंसिल ऑफ मुस्लिम्स (जेडडीएम) के बीच हो रही बातचीत रूखेपन के बीच खत्म हो गई है. मुस्लिम समुदाय के नेता आइमन माज्येक ने कहा है कि पूरे मुस्लिम समुदाय के खिलाफ अफवाह फैलाने वाली एएफडी ने बातचीत को खत्म कर दिया. वहीं एएफडी नेता फ्राउके पेट्री का कहना था कि उन्होंने मीटिंग इसलिए खत्म कर दी क्योंकि इस बहस का कुछ भी हासिल नहीं था.
5. नया नेता चुनने के लिए अफगान तालिबान की बैठक
अमेरिकी राष्ट्रपति बराक ओबामा की ओर से मुल्ला अख्तर मंसूर की मौत की पुष्टि करने के बाद अफगान तालिबान के वरिष्ठ नेताओं ने सोमवार को अपना नया नेता चुनने के लिए एक बैठक की. अमेरिका ने ड्रोन हमला पिछले हफ्ते किया था. हालांकि तालिबान की ओर से अब तक इसकी पुष्टि का कोई समाचार नहीं है. लेकिन वरिष्ठ नेताओं ने संभावित टूटन से बचने के लिए मंसूर का वारिस चुनने की बात कही है.
6. फलुजा के पास इराकी सेनाओं की आईएस से झड़प
इराकी सरकारी सेनाएं फलुजा के पास इस्लामिक स्टेट के लड़ाकों से मोर्चा ले रही हैं. सेना ने शहर के मुख्यालय पर बमबारी भी की है. फलुजा राजधानी बगदाद के करीब का शहर है जहां आईएस की मजबूत पकड़ है.
7. तीन पर्वतारोहियों की मौत के बाद एवरेस्ट की सुरक्षा पर नजर
43 साल के भारतीय पर्वतारोही की एवरेस्ट शिखर से लौटते समय हुई मौत के बाद एवरेस्ट की सुरक्षा को लेकर चर्चा शुरू हो गई है. पिछले साल हिमस्खलन की त्रासदी के बाद से शिखर को चढ़ाई के लिए फिर से खोले जाने के बाद से यह तीसरे पर्वतारोही की मौत है. हाइकिंग अधिकारियों और दिग्गजों का कहना है कि इन मौतों ने आयोजनकर्ता कंपनियों की तैयारियों और सुरक्षा इंतजामों पर सवाल उठाया है.