कौन चला रहा है कुत्तों के मांस का बाजार
१० जुलाई २०१७अंतरराष्ट्रीय आलोचना और विरोध के बावजूद दक्षिण चीन के गांव यूलिन में आज भी कुत्ते के मांस का सालाना महोत्सव मनाया जाता है. देखिए..
कुत्ते के मांस का चीनी पर्व
अंतरराष्ट्रीय आलोचना और विरोध के बावजूद दक्षिण चीन के गांव यूलिन में आज भी कुत्ते के मांस का सालाना महोत्सव मनाया जाता है. आयोजन में ज्यादातर चुराए गए, करीब 10,000 कुत्तों को काटा गया.
महोत्सव
गांव में हर साल होने वाले इस आयोजन के दौरान हजारों कुत्तों को काटा जाता है और खाया जाता है. इस साल भी ग्रीष्म संक्रांति के मौके पर इसका आयोजन किया गया. यहां रेस्तरां के बाहर लोग मारे गए कुत्तों के मांस से तैयार व्यंजन खा रहे हैं.
संस्कृति या व्यापार
स्थानीय निवासियों का कहना है कि कुत्ते का मांस खाना वैसे ही है जैसे सुअर या बकरे का मांस खाना है. यह उनके यहां गर्मियों में परंपरा का हिस्सा है. लेकिन पशु संरक्षक कहते हैं कि इसका परंपरा और संस्कृति से कोई लेना देना नहीं. यह सिर्फ उद्योग को ध्यान में रख कर विकसित किया गया आयोजन है. एपी न्यूज एजेंसी को स्थानीय रेस्तरां मालिकों ने बताया कि उनका बिजनेस इस आयोजन के समय बहुत बढ़ जाता है.
विरोध
वे कार्यकर्ता जो कहते हैं कि यह त्योहार क्रूरता की निशानी है, यहां प्रदर्शन करने पहुंचे. प्रदर्शनकारियों में हाथों में बैनर थे जिनपर लिखा था, "कुत्ते के मांस के गैरकानूनी व्यापार को बंद करो" और "कुत्तों के गैरकानूनी स्थानांतरण करने वालों को सजा दो." लेकिन कुछ ही देर में सादी पोशाक वाले कुछ अज्ञात लोगों ने आकर उनके हाथ से बैनर छीन लिए.
कुत्तों की रक्षा के लिए
कई बार कुत्तों को खाए जाने से बचाने के लिए कार्यकर्ता उन्हें खरीद लेते हैं. न्यूज वेबसाइट 163.com के मुताबिक कुत्तों से प्रेम करने वाले यांग जिआयूं उत्तर चीन में स्थित गांव तिआनयिन से यूलिन आईं जहां उन्होंने करीब 1150 डॉलर खर्च कर 100 कुत्तों को खरीद लिया ताकि उन्हें बचाया जा सके. खरीदे गए कुत्तों को अस्थायी शेल्टर में रखा गया है.
कानूनी
यूलिन की सरकार ने खुद को इस महोत्सव से अलग कर लिया और नए प्रतिबंधों का एलान किया. व्यापारी कुत्तों को खुलेआम नहीं काट सकते हैं. मृत जानवर प्रदर्शन के लिए नहीं रखने हैं और उससे तैयार खाना खुले में नहीं परोसना है. लेकिन चीन में कुत्ते का मांस खाने के खिलाफ कोई कानून नहीं है. यहां दुकानों पर कुत्ते का मांस बिकता है.
लाखों की तादाद में
अनुमान है कि चीन में हर साल खाने के लिए करीब एक करोड़ कुत्तों मारे जाते हैं. वॉशिंग्टन की ह्यूमेन सोसायटी के मुताबिक इनमें से करीब 10,000 यूलिन के पर्व में ही मारे गए. बहुत सारा मांस कानूनी फार्मों से आता है लेकिन कई बूचड़खाने छुपाकर भी चलाए जाते हैं ताकि उन्हें खाद्य सुरक्षा निरीक्षकों से बचाया जा सके.
कुत्तों को प्रताड़ित करने का पर्व?
इस साल भी इस पर्व की चीन में वेबसाइटों पर लोगों ने भारी निंदा की. साथ ही ब्रिटेन के हास्य कलाकार रिकी जरवेस ने ट्विटर पर #StopYuLin2015 के साथ इसके विरोध में कई संदेश पोस्ट किए. उन्होंने लिखा इसे कुत्तों को प्रताड़ित करने का पर्व कहा जाना चाहिए.
विचारों में बदलाव
चीन के कई हिस्सों में कुत्ते का मांस खाना आम है लेकिन यह यहां की आम डिश नहीं है. ह्यूमेन सोसायटी के मुताबिक इसके खिलाफ अंतरराष्ट्रीय मुहिम से असर पड़ रहा है. 2011 में चीनी प्रदर्शनकारियों के विरोध के चलते यीजांग के जिंघुआ इलाके में इस तरह का आयोजन बंद कर दिया गया. साथ ही कुत्तों के मांस से बने पकवान बेचने वाला एक 51 साल पुराना रेस्तरां भी बंद हो गया.
बड़ी समस्या
कुत्ते के मांस का खाया जाना सिर्फ चीन में ही बड़ी समस्या नहीं है. कई अन्य एशियाई देशों में भी कुत्ते का मांस शौक से खाया जाता है. पिछले कुछ सालों में एशिया में कुत्ते के मांस के लाखों डॉलर के व्यापार का विस्तार हुआ है.