अंजलि का जन्म नेपाल के एक गरीब किसान परिवार में पांचवें बेटे के रूप में हुआ था. उन्होंने कभी सपने में भी नहीं सोचा था कि मॉडलिंग उनका पेशा बनेगा. लेकिन सबसे पहली चुनौती यह स्वीकार करना था कि वह अंदर से एक महिला हैं.
अंजलि ने बताया, "बचपन में ही मुझे पता चल गया था कि लड़का होना मुझे अच्छा नहीं लगता. लड़कों जैसे कपड़े पहनना मुझे पसंद नहीं था." लेकिन गांव में और लोगों को यह बात समझाना बहुत मुश्किल था. स्कूल में दूसरे लड़के उनका मजाक उड़ाते थे.
अब अंजलि कहती हैं, "मुझे बहुत दुविधा और तनाव होने लगा. हमेशा मेरा खुद से यही सवाल होता था कि मैं तो एक लड़का हूं फिर मुझे यह सब क्यों महसूस होता है? मैंने इसे बदलने की कोशिश की लेकिन यह खुद को मानसिक तनाव देने के सिवाय कुछ नहीं था."
भेदभाव के शिकार समलैंगिक
समलैंगिक और ट्रांसजेंडर लोग दुनिया भर में अभी भी किसी न किसी तरह के भेदभाव का शिकार हैं. वे अपनी लैंगिक पसंद और पहचान के कारण न सिर्फ कानूनी भेदभाव के शिकार होते हैं बल्कि हिंसा, उत्पीड़न और मौत का भी सामना करते हैं.
तस्वीर: C. Alvarez/Getty Imagesसंयुक्त राष्ट्र ने पहली बार 2011 में समलैंगिकों के मानवाधिकारों की स्थिति पर रिपोर्ट जारी की थी. महासचिव बान की मून का कहना है कि उनकी पीढ़ी में भी इसे संवेदनशील मुद्दा माना जाता था, लेकिन उन्होंने बोलना सीखा है क्योंकि लोगों की जानें दाव पर हैं.
तस्वीर: picture-alliance/Photoshotजर्मनी में समलैंगिक संबंध 1969 से ही कानूनी हैं. 2001 से समलैंगिक जोड़े पार्टनरशिप का रजिस्ट्रेशन करा सकते हैं. पिछले सालों में भेदभाव कम हुए हैं और लोग खुलकर सामने आए हैं. जर्मनी के पूर्व विदेश मंत्री गीडो वेस्टरवेले भी समलैंगिक हैं.
तस्वीर: picture-alliance/dpaप्राचीन भारत में समलैंगिक संबंधों के उदाहरण तो नहीं हैं लेकिन लिंगों के मेल के उदाहरण हैं. प्राचीन पुस्तकों में मोहिनी और अर्धनारीश्वर के रूप में ट्रांस सेक्सुअल चरित्रों का वर्णन भी मिलता है. कामसूत्र में समलैंगिक भावनाओं की चर्चा है.
तस्वीर: imago/Indiapictureरूस में 1993 से समलैंगिक संबंध कानूनी हैं लेकिन व्लादीमिर पुतिन की सरकार में उनके खिलाफ भेदभाव बढ़ा है. हाल ही में परिवहन सुरक्षा कानून में बदलाव कर समलैंगिकों और ट्रांसजेंडरों को ड्राइविंग लाइसेंस देने पर रोक लगा दी गई है.
तस्वीर: Getty Imagesअमेरिका में 32 प्रांतों में समलैंगिक विवाहों को कानूनी मान्यता है. 2014 में अमेरिका के सुप्रीम कोर्ट ने प्रतिबंधों को खत्म करने की निचली अदालत के एक फैसले पर अपील सुनने से इंकार कर दिया था और समलैंगिक विवाहों को कानूनी बनाने का रास्ता साफ कर दिया.
तस्वीर: Getty Imagesपिछले साल फीफा की सर्वोत्तम महिला फुटबॉल खिलाड़ी चुनी गई नदीन आंगेरर निजता की सुरक्षा पर खासा ध्यान देती हैं. उन्होंने विश्व फुटबॉलर 2013 के चुनाव के दौरान अपनी मित्र माग्दा का परिचय दुनिया से कराया. वे बाईसेक्सुअल हैं और माग्दा के साथ रहती हैं.
तस्वीर: picture-alliance/dpaप्रसिद्ध फिल्म निदेशक अलेखांद्रो अमीनाबार ने 2004 में पहली बार बताया कि वे समलैंगिक हैं. चिली के पिता और स्पेन की मां के बेटे अमीनाबार ने एक ऑस्कर, 8 स्पेनी फिल्म पुरस्कार (गोया) और एक यूरोपीय फिल्म पुरस्कार जीता है.
तस्वीर: C. Alvarez/Getty Images एक किशोर के तौर पर जब अंजलि काठमांडू पहुंचीं तो उन्हें वहां कोई नहीं जानता था. लेकिन वहां उन्हें अपने कई सवालों के जबाव मिलने शुरू हो गए थे. अंजलि बताती हैं, "मैं शहर में घूमती थी और सुंदर साड़ियों और ड्रेसों की दुकानों में जाती थी. मेरा मन करता था कि मैं भी इसी तरह सजूं. मैं भगवान से प्रार्थना करती कि वह मुझे लड़की बना दे."
फिर अंजलि को नेपाल में समलैंगिक और ट्रांसजेंडर लोगों के लिए काम करने वाली ब्लू डायमंड सोसायटी के बारे में पता और यहीं से उनकी जिंदगी बदल गई. 2005 में उन्होंने अपने परिवार और दोस्तों को बता दिया कि वह एक ट्रांसजेंडर हैं. अंजिल का कहना है, "यह मेरे लिए पुर्जन्म की तरह था. मुझे याद है कि मैंने भगवान का आभार जताया और कहा कि शुक्र है, मैं दुनिया में अकेली नहीं हूं. मेरे जैसे और भी बहुत से लोग हैं."
इसके पांच साल बाद अंजलि ने सिकिल ब्रेस्ट इम्पलांट कराया और उसके बाद उन्हें फैशन इंडस्ट्री में करियर बनाने का ख्याल आया. नेपाल में ट्रांसजेंडर लोगों के बारे में एक पत्रिका ने एक विस्तृत लेख छापा और अंजिल को पत्रिका के कवर पर जगह मिली. अंजलि अपने लक्ष्य के करीब पहुंच रही थीं लेकिन वह उन्हें चकमा दिए जा रहा था. नेपाल में उन्होंने कई साल तक संघर्ष किया, लेकिन ज्यादा कामयाबी नहीं मिल पाई. फिर उन्होंने पड़ोसी देश भारत जाने के बारे में सोचा, जहां एक विशाल फैशन इंडस्ट्री है.
देखिए LGBTQ की ABC
भारत समेत कई देशों में समलैंगिक अपने अधिकारों की लड़ाई लड़ते रहे हैं. लेकिन जिन्हें हम एक शब्द "समलैंगिक" में समेट देते हैं, वे खुद को एलजीबीटीक्यू कम्यूनिटी कहते हैं. आखिर क्या है LGBTQ?
तस्वीर: Reuters/O. Teofilovskiलेस्बियन यानी वे महिलाएं जो महिलाओं की ओर आकर्षित होती हैं. 1996 में आई फिल्म फायर ने जब इस मुद्दे को उठाया तब काफी बवाल हुआ. आज 20 साल बाद भी यह मुद्दा उतना ही संवेदनशील है.
तस्वीर: Reutersगे यानी वे पुरुष जो पुरुषों की ओर आकर्षित होते हैं. दोस्ताना और कल हो ना हो जैसी फिल्मों में हंसी मजाक में समलैंगिक पुरुषों के मुद्दे को उठाया गया, तो हाल ही में आई अलीगढ़ में इसकी संजीदगी देखने को मिली.
तस्वीर: picture-alliance/dpaबायसेक्शुअल एक ऐसा व्यक्ति है जो महिला और पुरुष दोनों की ओर आकर्षित महसूस करे. ऐंजेलिना जोली और लेडी गागा खुल कर अपने बायसेक्शुअल होने की बात कह चुकी हैं.
तस्वीर: picture alliance/AP Photoएल, जी और बी से अलग ट्रांसजेंडर को उनके लैंगिक रुझान के अनुसार नहीं देखा जाता. भारत में जिन्हें हिजड़े या किन्नर कहा जाता है, वे भी ट्रांसजेंडर हैं और बॉलीवुड में जानेमाने बॉबी डार्लिंग जैसे वे लोग भी जो खुद अपना सेक्स बदलवाते हैं.
तस्वीर: picture-alliance/AP Photo/M. Muheisenइस शब्द का मतलब होता है अजीब. इसके जरिये हर उस व्यक्ति की बात की जा सकती है जो "सामान्य" नहीं है. चाहे जन्म से उस व्यक्ति में महिला और पुरुष दोनों के गुण हों और चाहे वह किसी की भी ओर आकर्षित हो.
तस्वीर: picture-alliance/dpa/C. Brunaयह सूची यहां खत्म नहीं होती. कई बार एलजीबीटीक्यू के आगे ए भी लगा दिखता है. इसका मतलब है एसेक्शुअल यानी ऐसा व्यक्ति जिसकी सेक्स में कोई रुचि ना हो. इनके अलावा क्रॉसड्रेसर भी होते हैं यानी वे लोग जो विपरीत लिंग की तरह कपड़े पहनना पसंद करते हैं.
तस्वीर: picture-alliance/dpa/M. Hitij वह कहती हैं, "मैंने सोचा कि कम से कम कोशिश तो करनी ही चाहिए." और दिसंबर 2016 में उनकी कोशिशें रंग लाईं. दो बार ऑडिशन में नाकाम रहने के बाद उन्हें आखिरकार लेक्मे फैशन वीक में रैंप पर चलने का मौका मिला. फोन पर खिलखिलाते हुए अंजलि कहती हैं, "मैं बहुत बहुत उत्साहित हूं. मैं बस इस पल का आनंद लेने की कोशिश कर रही हूं. यह मेरे लिए किसी सपने के सच होने जैसा है."
एके/वीके (एपी)