शोध: गर्मी के कारण होने वाली मौतों को कम कर सकते हैं पेड़
२ फ़रवरी २०२३
एक शोध में कहा गया है कि शहरी क्षेत्रों में अधिक पेड़ लगाने से सीधे तौर पर गर्म मौसम और गर्म थपेड़ों से जुड़ी मौतों को एक तिहाई तक कम किया जा सकता है.
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शोधकर्ताओं ने एक नए अध्ययन के आलोक में कहा है कि गर्मी के तापमान को कम करने में पेड़ों की भूमिका असाधारण हो सकती है. इस संबंध में किए गए एक प्रयोग में पाया गया कि किसी भी शहरी क्षेत्र में वृक्षारोपण में 30 प्रतिशत की वृद्धि से गर्मी के महीनों के दौरान स्थानीय तापमान औसतन 0.4 डिग्री सेल्सियस कम हो जाता है.
मृत्यु दर को कैसे कम करें?
विशेषज्ञों की यह शोध रिपोर्ट द लांसेट जर्नल में प्रकाशित हुई है. रिपोर्ट के निष्कर्षों के मुताबिक 2015 के दौरान 93 यूरोपीय शहरों में उच्च तापमान के कारण होने वाली 6,700 अकाल मौतों में से एक तिहाई को रोका जा सकता था. वर्तमान में यूरोप में केवल 15 प्रतिशत से कम शहरी क्षेत्र औसतन किसी प्रकार की वनस्पति से ढके हैं.
बार्सिलोना इंस्टीट्यूट फॉर ग्लोबल हेल्थ की एक शोधकर्ता और रिपोर्ट की प्रमुख लेखक तमारा लॉन्गमैन ने कहा कि अध्ययन शहरों में उच्च तापमान के कारण समय से पहले होने वाली मौतों की संख्या की मात्रा निर्धारित करने वाला पहला है. उन्होंने कहा कि यह शोध साबित करता है कि अतिरिक्त वृक्षों के आवरण से मृत्यु दर को रोका जा सकता है.
अधिक पेड़ लगाने से बच सकती है जान
उन्होंने एक बयान में कहा, "हम पहले से ही जानते हैं कि शहरी वातावरण में उच्च तापमान प्रतिकूल स्वास्थ्य परिणामों से जुड़ा हुआ है, जैसे कि श्वसन और हृदय गति रुकना, अस्पताल में भर्ती होना और समय से पहले मौत." लॉन्गमैन कहती हैं, "हमारा उद्देश्य स्थानीय नीति और निर्णयकर्ताओं को सूचित करना है. अधिक टिकाऊ, लचीले और स्वस्थ शहरी वातावरण को बढ़ावा देने के लिए शहरी नियोजन में हरित बुनियादी ढांचे को रणनीतिक रूप से एकीकृत करने का लाभ है."
केंद्रीय शहरों में आसपास के उपनगरों या ग्रामीण क्षेत्रों की तुलना में अधिक तापमान होता है और शहरों में अत्यधिक गर्मी मुख्य रूप से वनस्पति की कमी, एयर कंडीशनिंग सिस्टम से प्रदूषित हवा, साथ ही गहरे रंग के 'डामर' और निर्माण सामग्री के कारण होती है. जो गर्मी को रोके रखती है.
जलवायु परिवर्तन ने पहले ही इन समस्याओं को और बढ़ा दिया है. पिछले साल यूरोप में रिकॉर्ड तोड़ गर्मी की लहर थी और तापमान पहले से कहीं अधिक बढ़ गया था. यूरोप में साल 2022 में सबसे गर्म मौसम रहा और इसे अब तक के दूसरे सबसे गर्म वर्ष के रूप में स्थान दिया गया था.
एए/सीके (एएफपी)
भीषण गर्मी का कैसे सामना कर रहा है यूरोप
यूरोप में भीषण गर्मी ने पिछले सारे रिकॉर्ड तोड़ दिए हैं. आमतौर पर ठंडे रहने वाले इन देशों में लोगों को काफी मुश्किल पेश आ रही है क्योंकि उनके पास गर्मी से लड़ने के बहुत कम ही उपाय मौजूद हैं. जो हैं वो भी सबके लिए नहीं.
तस्वीर: Yves Herman/REUTERS
गर्मी में ट्रेनों का चलना रद्द
लंदन के किंग्स क्रॉस स्टेशन का ये प्लेटफॉर्म इसलिए खाली है क्योंकि गर्मी की वजह से ट्रेनें रद्द कर दी गईं और लोगों से कहा गया कि वो अपने घर में ही रहें. लंदन के इतिहास में पहली बार मंगलवार को पारा 40 डिग्री के पार गया.
नीदरलैंड्स के शेवेनिंगेन बीच का यह नजारा 19 जुलाई का है जब गर्मी से बचने के लिए बड़ी संख्या में लोग सागर तट पर पहुंच गए. जिन लोगों के घर में गर्मी ज्यादा थी उनके पास इस तरह की जगहों पर जाने के सिवा और कोई रास्ता नहीं था.
तस्वीर: AFP
आइसक्रीम का सहारा
तेज गर्मी में ठंडक पाने के लिए बहुत से लोगों ने आइसक्रीम खाकर भी काम चलाया. बर्लिन में एक दूसरे की कप से आइसक्रीम का स्वाद चखतीं मां-बेटी.
तस्वीर: Adam Berry/Getty Images
पानी का सहारा
गर्मी से बचने में लोगों को सबसे ज्यादा मदद पानी के ठिकानों से ही मिल रही है. नदी, नहर, तालाब, स्विमिंग पुल या समंदर जिसे जो मिला उसने उसमें छलांग लगा दी. पानी की शीतलता कुछ देर के लिए तो गर्मी भुला ही देती है.
तस्वीर: Jens Büttner/dpa/picture alliance
रेल की पटरियों पर सफेद रंग
अत्यधिक गर्मी के कारण रेल की पटरियां गर्म हो कर टेढ़ी ना हो जाएं इस डर से लंदन में उन्हें सफेद रंग से रंग दिया गया. सफेद रंग रोशनी को परावर्तित कर देता है इसलिए वह काली या भूरी पटरियों की तुलना में कम गर्मी सोखता है.
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हाथियों को नहलाया
गर्मी से बचाने के लिए जानवरों के लिए भी पानी का ही सहारा था. यह तस्वीर ब्रांडेनबुर्ग के चिड़ियाघर की है जहां हाथी को ठंडे पानी से नहला कर उसकी गर्मी भगाई जा रही है.
तस्वीर: Patrick Pleul/dpa/picture alliance
पानी के फव्वारे
जो लोग नदी या तालाबों तक नहं पहुंच सके उन्होंने फव्वारों से ही काम चलाया. बुडापेस्ट में ठंडे पानी के फव्वारों से गर्मी भगाने की कोशिश करते लोग.
तस्वीर: Attila Volgyi/XinHua/dpa/picture alliance
पानी पानी
बेल्जियम में इस लड़के ने गर्मी से बचने के लिए पानी के फव्वारे में खुद को भरपूर गीला कर लिया. फौरी तौर पर राहत पाने का शायद यही एक उपाय बचा था.
तस्वीर: Yves Herman/REUTERS
बच्चों की मौज
छुट्टियों का मौसम और भारी गर्मी ने बच्चों को मौज करने का खूब मौका दिया है. हर दिन वो पानी के फव्वारों या फिर स्विमिंग पूल में जा कर मस्ती कर रहे हैं. इस बच्चे को तो अकेले खेलने का मौका मिल गया है लेकिन ज्यादातर को भारी भीड़ मिल रही है.
तस्वीर: Peter Kneffel/dpa/picture alliance
सागर किनारे
जर्मनी में सागर तट कम है लेकिन जितने हैं वहां लोगों का भारी हुजूम मंगलवार को नजर आया. ऐसा लग रहा था मानो पूरा शहर उठ कर सागर किनारे पहुंच गया हो. देर शाम तक लोग यहीं डटे हुए थे.
तस्वीर: Stefan Sauer/dpa/picture alliance
हाथ के पंखे
गर्मी की मार ज्यादा है और राहत मिलने के उपाय कम. यूरोप के घर और दफ्तर आमतौर पर सर्दियों से बचाने के लिए बने होते हैं गर्मी से नहीं. ज्यादातर घरों या दफ्तरों में ना तो पंखा है, ना कूलर और ना ही एसी. इस हाल में बस हाथ पंखों का ही सहारा है.
तस्वीर: Andrea Comas/AP Photo/picture alliance
फलों का स्वाद और गर्मी से राहत
रोम के चिड़ियाघर में इन नन्हें जीवों को ठंडे खरबूज दिये गए ताकि वो गर्मी में खुद को ठंडा रख सकें. यूरोप की इस गर्मी में सभी बेहाल हैं और राहत देने वाली चीजें बहुत कम.
तस्वीर: Yara Nardi/REUTERS
पेड़ों का भी बुरा हाल
गर्मी की वजह से पेड़ पौधों की भी दुर्दशा हो गई है. बहुत से फूलों के पौधे पानी डालने के बावजूद झुलस गये है. बड़े पेड़ों ने खुद को किसी तरह संभाल रखा है लेकिन उन्हें जल्दी जल्दी पानी दे कर बचाया जा रहा है.