कैपिटल हिंसा के बाद डॉनल्ड ट्रंप ने एक वीडियो संदेश में "जघन्य" हमले की निंदा की है. हिंसा के बाद ट्विटर ने उनका अकाउंट 12 घंटों के लिए निलंबित कर दिया था. अब उन्होंने सत्ता के "व्यवस्थित" हस्तांतरण करने की बात कही है.
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गुरुवार को डॉनल्ड ट्रंप ने कैपिटल हिल हिंसा के बाद एक वीडियो संदेश जारी किया. ट्विटर पर जारी संदेश कैपिटल हिल हिंसा के बाद ट्रंप का पहला संदेश था. हिंसा के बाद ट्विटर ने उनके खाते को 12 घंटे के लिए निलंबित कर दिया था. ट्वीट किए गए वीडियो संदेश में उन्होंने हिंसा की निंदा की है. उन्होंने अपने बयान में कहा, "सभी अमेरीकियों की तरह मैं अराजकता, हिंसा और उत्पात से नाराज हूं." उन्होंने इस हमले को "जघन्य" बताया है. उन्होंने कहा कि दंगाइयों ने "लोकतंत्र की कुर्सी को दूषित किया." और कहा कि "कानून तोड़ने वालों को इसकी भरपाई करनी होगी."
उनका नया बयान एक दिन पूर्व दिए गए बयान के स्वर से बिल्कुल उलट था. बुधवार को उन्होंने हिंसा के पहले वाले बयान में मतदान में धोखाधड़ी के अपने निराधार दावों को दोहराया था. इस्तीफे के बढ़ते दबाव का सामना कर रहे और डेमोक्रेट्स द्वारा उन्हें पद से जल्द हटाने की कोशिशों के बीच ने ट्रंप ने जो बाइडेन प्रशासन को व्यवस्थित सत्ता हस्तांतरण को लेकर प्रतिबद्धता जाहिर की है. उन्होंने कहा, "अब कांग्रेस ने नतीजों को प्रमाणित कर दिया है. 20 जनवरी को एक नए प्रशासन का उदघाटन होगा. मेरा ध्यान अब सत्ता के सुचारू, व्यवस्थित और बिना बाधा के परिवर्तन को सुनिश्चित करने पर है." उन्होंने अपने भाषण के अंत में कहा, "आपके राष्ट्रपति के रूप में सेवा करना मेरे जीवन का सम्मान रहा है. हमारी अविश्वसनीय यात्रा की यह शुरुआत है."
हिंसा का भड़कना
ट्रंप ने बुधवार को अपने समर्थकों द्वारा हिंसा पर अपनी भूमिका को स्वीकार नहीं किया और ना ही कैपिटल हिल तक मार्च करने को लेकर प्रोत्साहन को स्वीकारा. दूसरी ओर ट्विटर ने कहा है कि अगर वे गलत सूचना और हिंसा भड़काने के नियमों का उल्लंघन करते हैं तो ट्रंप के अकाउंट पर स्थायी प्रतिबंध लगाया जा सकता है. फेसबुक और इंस्टाग्राम ने उनके अकाउंट्स को अनिश्चितकाल के लिए ब्लॉक कर दिया है.
20 जनवरी को बाइडेन प्रशासन के उदघाटन से पहले ट्रंप को पद से हटाने का दबाव बढ़ता जा रहा है. एक संभावना यह है कि उनको अमेरिकी संविधान के 25वें संशोधन की मदद से हटाया जा सकता है. इस संशोधन की मदद से राष्ट्रपति का अपना ही मंत्रिमंडल उन्हें पद से हटा सकता है, अगर वह अपने कर्तव्यों का निर्वहन करने में असमर्थ हैं. हालांकि इस तरह की कार्यवाही का नेतृत्व उप राष्ट्रपति को करना होगा. सीनेट के अल्पसंख्यक नेता चक शूमर और हाउस स्पीकर नैंसी पेलोसी ने उपराष्ट्रपति माइक पेंस से संशोधन के लिए अपील की है. कई मीडिया रिपोर्टों के मुताबिक पेंस ने ट्रंप को पद से हटाने के लिए संशोधन का इस्तेमाल करने का विरोध किया है.
दुनिया के सबसे पुराने लोकतंत्र को ट्रंप समर्थकों ने हिला डाला !
अमेरिकी राष्ट्रपति डॉनल्ड ट्रंप के समर्थकों ने बुधवार 6 जनवरी 2021 को एक मार्च के दौरान कैपिटल हिल पर धावा बोल दिया. सुरक्षाकर्मियों के साथ उनकी झड़प हुई और समर्थकों के पास से हथियार जब्त किए गए.
तस्वीर: Win McNamee/Getty Images
ट्रंप समर्थकों का बवाल
हाल के कई सालों में अमेरिका से इस तरह की तस्वीरें सामने नहीं आई हैं. सत्ता हस्तांतरण से पहले हिंसा और बवाल ने दुनिया के सबसे बड़े लोकतंत्र को हिला कर रख दिया. आरोप ट्रंप समर्थकों पर लगा कि उन्होंने कैपिटल हिल में घुसकर तोड़फोड़ की और उस पर कब्जे की कोशिश की.
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चार की मौत
पुलिस और सुरक्षाबलों के साथ झड़प में अब तक चार लोगों की मौत हुई और 52 लोगों को गिरफ्तार कर लिया गया है. दरअसल कैपिटल बिल्डिंग में कांग्रेस के दोनों सदनों में चर्चा हो रही थी और नव निर्वाचित राष्ट्रपति जो बाइडेन की जीत की पुष्टि की जानी थी. इसी दौरान वहां हजारों लोग परिसर में घुस आए और बवाल काटा.
तस्वीर: Win McNamee/Getty Images
हथियार, डंडे और झंडे से लैस
वॉशिंगटन डीसी के पुलिस प्रमुख रॉबर्ट कॉन्टे के मुताबिक अब तक 52 में से 47 लोगों को रात का कर्फ्यू के उल्लंघन के आरोप में गिरफ्तार किया गया है. कई और लोगों को गैरकानूनी रूप से हथियार रखने या प्रतिबंधित हथियार के साथ चलने के आरोप में गिरफ्तार किया गया है. कुछ समर्थकों ने स्प्रे का इस्तेमाल सुरक्षाकर्मियों पर हमला करने के लिए किया.
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सुरक्षाकर्मियों के साथ झड़प
ट्रंप समर्थकों के बवाल के दौरान 14 पुलिस अफसर घायल हो गए और दो अफसर अभी भी अस्पताल में दाखिल हैं. वॉशिंगटन की मेयर म्यूरियल बॉउसर ने शहर में 15 दिन के इमरजेंसी का ऐलान कर दिया है. यह इमरजेंसी 21 जनवरी तक लागू रहेगी. बॉउसर ने कहा है कि पुलिस जनता से दंगा करने वालों की पहचान करने की मदद मांगने का इरादा कर रही है.
तस्वीर: Win McNamee/Getty Images
संघर्ष
कैपिटल हिल परिसर में तैनात सुरक्षाकर्मियों को ट्रंप समर्थकों से निपटने में खासी मशक्कत करनी पड़ी. हिंसा की तस्वीरें और वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हुए. पुलिस से ट्रंप समर्थकों का भिड़ना और कुछ समर्थकों का संसद के भीतर दाखिल होने का वीडियो पूरी दुनिया ने देखा.
तस्वीर: Tasos Katopodis/Getty Images
मार्च के बहाने कैपिटल हिल पर हमला!
बुधवार 6 जनवरी को कैपिटल हिल बिल्डिंग में अमेरिकी कांग्रेस जो बाइडेन की जीत की पुष्टि के लिए बैठी तभी हजारों ट्रंप समर्थकों ने वॉशिंगटन में मार्च निकाला और कैपिटल हिल पर धावा बोल दिया. ट्रंप समर्थकों के मार्च को लेकर सुरक्षा बढ़ाई गई लेकिन देखते ही देखते वे बिल्डिंग की ओर बढ़ गए. उन्हें रोकने के लिए आंसू गैस के गोले भी दागे गए.
तस्वीर: Tasos Katopodis/Getty Images
हिंसा की निंदा
हंगामे और हिंसा की निंदा पूर्व राष्ट्रपति बराक ओबामा समेत कई नेताओं ने की है. उनके अलावा नव निर्वाचित राष्ट्रपति जो बाइडेन ने ट्रंप से देश से माफी मांगने की सलाह दी है. उन्होंने ट्रंप को अपने समर्थकों को समझाने के लिए कहा है.
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हार नहीं मानेंगे ट्रंप!
राष्ट्रपति डॉनल्ड ट्रंप ने संसद का सत्र शुरू होने से ठीक पहले कहा था कि वह चुनाव में हार को स्वीकार नहीं करेंगे. उन्होंने आरोप लगाया कि इसमें धांधली हुई और यह धांधली उनके प्रतिद्वंद्वी जो बाइडेन के लिए की गई थी.