पूर्व अमेरिकी राष्ट्रपति डॉनल्ड ट्रंप झूठे कारोबारी रिकॉर्ड तैयार करने के मामले में दोषी करार दिए गए हैं. यह पहला मौका है जब किसी पूर्व अमेरिकी राष्ट्रपति को आपराधिक मामले में दोषी करार दिया गया है.
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अदालत के फैसले के बाद कोर्ट रूम से बाहर आते हुए ट्रंप ने फैसले को खारिज किया. उन्होंने कहा, "यह धांधली वाला मुकदमा था. यह बेकार है." अमेरिकी राष्ट्रपति चुनाव की तरफ इशारा करते हुए उन्होंने कहा, "असली फैसला लोग देने जा रहे हैं 5 नवंबर को."
डॉनल्ड ट्रंप को सभी 34 आरोपों में दोषी करार दिया गया. उन पर एक पोर्न स्टार स्टॉर्मी डेनिएल्स को अपना मुंह बंद रखने के लिए दिए पैसे को छिपाने के लिए झूठे बिजनेस रिकॉर्ड तैयार करने के आरोप थे. यह मामला उनके पहली बार अमेरिका का राष्ट्रपति चुने जाने से पहले 2016 का है.
दोषी करार दिए जाने पर ट्रंप को अब चार साल तक की जेल हो सकती है. उम्मीद है कि ट्रंप इस फैसले के खिलाफ अपील करेंगे. दोषी करार दिए जाने के बाद भी ट्रंप चुनाव लड़ सकते हैं. उनका मुकाबला राष्ट्रपति जो बाइडेन से है.
दूसरी तरफ, बाइडेन की चुनाव प्रचार मुहिम की तरफ से ट्रंप को 'दोषी अपराधी' बताते हुए कहा गया है कि गुरुवार के फैसले से साफ हो गया है कि 'कोई भी कानून से ऊपर नहीं है'. बाइडेन की प्रचार मुहिम के कम्युनिकेशन डायरेक्टर माइकल टेलर ने कहा, "डॉनल्ड ट्रंप को ओवल ऑफिस से बाहर रखने का अभी एक और रास्ता है : बैलेट बॉक्स."
ट्रंप को दोषी करार दिए जाने के बाद इस मामले में कितनी सजा मिलेगी, इसकी घोषणा 11 जुलाई को होगी. यानी रिपब्लिकन पार्टी के अधिवेशन से ठीक पहले. इसी अधिवेशन में ट्रंप को राष्ट्रपति चुनाव के लिए उम्मीदवार घोषित किए जाने की उम्मीद है.
एके/एमजे (एपी)
2024 में दुनिया का भविष्य तय करने वाले पांच चुनाव
अगले साल दुनिया में लगभग 30 देशों में चुनाव होने हैं. लेकिन पांच चुनाव ऐसे हैं जिन पर पूरी दुनिया की नजर होगी. इन चुनावों के नतीजे दुनिया का भविष्य तय कर सकते हैं.
तस्वीर: Raquel Cunha/REUTERS
अमेरिकी राष्ट्रपति का चुनाव
कुछ सर्वेक्षण कहते हैं कि डॉनल्ड ट्रंप 2024 में एक बार फिर अमेरिका के राष्ट्रपति बन सकते हैं. 5 नवंबर को अमेरिकी अपना 60 राष्ट्रपति चुनने के लिए मतदान करेंगे. 82 वर्षीय जो बाइडेन के सामने सबसे मजबूत दावेदारी 77 वर्षीय डॉनल्ड ट्रंप की होगी.
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रूस में पुतिन की परीक्षा
व्लादिमीर पुतिन पिछले 23 साल से रूस की राजनीति पर कायम हैं. 2020 में उन्होंने संविधान में बदलाव किया जिससे उनकी 2036 तक सत्ता में बने रहने की संभावना कायम हो गई. अगले साल जब चुनाव होंगे तो उनके सामने किसी मजबूत दावेदार के होने की गुंजाइश कम ही है.
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2024 में भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी लगातार तीसरे कार्यकाल के लिए चुनावों में उतरेंगे. अप्रैल-मई में संभावित इन चुनावों पर पूरी दुनिया की नजर होगी क्योंकि एक तरफ भारत की आर्थिक तरक्की है तो दूसरी तरफ बीजेपी सरकार पर मानवाधिकार उल्लंघन के आरोप हैं.
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यूरोपीय संघ का चुनाव
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मेक्सिको में वाम बनाम दक्षिण
जून 2024 में होने वाले मेक्सिको के आम चुनावों में मेक्सिको सिटी की पूर्व मेयर और वामपंथी नेता क्लाउडिया शाइनबाउम के सामने उद्योगपति शोशिट्ल गैलवेज होंगी. दोनों में से किसी की भी जीत ऐतिहासिक होगी क्योंकि मेक्सिको को पहली महिला राष्ट्रपति मिलेगी.