डॉनल्ड ट्रंप यौन दुर्व्यवहार के मामले में दोषी करार
१० मई २०२३पूर्व अमेरिकी राष्ट्रपति डॉनल्ड ट्रंप यौन दुर्व्यवहार के एक मामले में दोषी पाए गए हैं. न्यू यॉर्क की एक अदालत में जूरी ने उन्हें लेखिका ई जीन कैरल के साथ एक दुकान में यौन दुर्व्यवहार करने और उसके बाद उन्हें झूठा बताकर बदनाम करने का दोषी पाया और उन पर 50 लाख अमेरिकी डॉलर का हर्जाना लगाया.
मुकदमे के बाद कैरल ने कहा, "आज आखिरकार दुनिया को सच्चाई पता चली. यह सिर्फ मेरी नहीं बल्कि उस महिला की जीत है जिसकी बात पर यकीन नहीं किया गया.”
2024 के राष्ट्रपति चुनाव में रिपब्लिकन पार्टी की तरफ से दोबारा उम्मीदवार बनने के लिए अभियान चला रहे डॉनल्ड ट्रंप इस फैसले के खिलाफ ऊपरी अदालत में अपील करेंगे. उनके वकील जोसेफ टैकोपीना ने मैनहटन फेडरल कोर्ट के बाहर मीडिया से बातचीत में यह बात कही.
1995 या 1996 का मामला
79 वर्ष की कैरल ने मुकदमे के दौरान 76 वर्षीय ट्रंप के खिलाफ गवाही देते हुए कहा था कि ट्रंप ने 1995 या 1996 में मैनहटन में बर्गडोर्फ गुडमन डिपार्टमेंट स्टोर के कपड़े बदलने वाले कमरे में बलात्कार किया था. उन्होंने कहा था कि उसके बाद अक्तूबर 2022 में जब उन्होंने यह बात सार्वजनिक की तो ट्रंप ने ट्रुथ सोशल नामक सोशल मीडिया प्लैटफॉर्म पर पोस्ट में उन्हें ‘पूरी ठग', ‘अफवाह' और "झूठी” बताते हुए उनकी मानहानि की.
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25 अप्रैल को शुरू हुई सुनवाई में ट्रंप शामिल नहीं हुए. लेकिन फैसले पर उन्होंने तीखी प्रतिक्रिया दी है. ट्रूथ सोशल प्लैटफॉर्म पर एक पोस्ट में उन्होंने फैसले को शर्मनाक बताया. उन्होंने लिखा, "मुझे कतई नहीं पता है कि यह महिला कौन है.”
चूंकि यह एक अपराधिक मुकदमा नहीं था इसलिए ट्रंप पर अपराधिक मामलों का खतरा नहीं है और उन्हें जेल जैसी सजा का खतरा भी नहीं था. इस मामले में जूरी को सर्वसम्मति से ही फैसला करना था. सुनवाई पूरी होने के बाद जूरी ने 3 घंटे तक आपस में चर्चा के बाद फैसला कर लिया. छह पुरुषों और तीन महिलाओं वाली जूरी ने कैरल को मुआवजे में 50 लाख डॉलर अदा किये. हालांकि ट्रंप अगर फैसले के खिलाफ अपील करते हैं तो उन्हें यह रकम नहीं देनी होगी.
राजनीतिक असर
अप्रैल में ट्रंप ने चुनाव अधिकारियों को अपनी संपत्ति का जो ब्यौरा दिया था, उसके मुताबिक उन्होंने करीब एक दर्जन संपत्तियों में से हरेक की कीमत 50 मिलियन डॉलर से ऊपर बताई थी. 2017 से 2021 तक अमेरिका के राष्ट्रपति रह चुके डॉनल्ड ट्रंप 2024 में फिर से चुनाव लड़ने की दावेदारी कर चुके हैं और फिलहाल वह रिपब्लिकन पार्टी के दावेदारों में सर्वेक्षणों के आधार पर सबसे आगे चल रहे हैं.
बहुत से विशेषज्ञों का मानना है कि बेहद ध्रुवीकृत मतदाताओं की राय पर इस फैसले का ज्यादा कोई असर नहीं पड़ेगा और ट्रंप के समर्थक उनके खिलाफ हो रही कानूनी कार्रवाइयों से हताश नहीं होंगे क्योंकि वे इन्हें अपने नेता के खिलाफ की जा रहीं साजिशों के रूप में देखते हैं.
पेनसिल्वेनिया में रिपब्लकिन नीतिकार चार्ली जेरो ने कहा, "जो लोग ट्रंप के विरोधी हैं, वे विरोधी ही रहेंगे. जो ट्रंप के कट्टर समर्थक हैं वे भी नहीं बदलेंगे. और जो किसी तरफ नहीं हैं, मुझे नहीं लगता कि उन्हें इस तरह की चीज से कोई फर्क पड़ेगा.” जेरो ने कहा कि इस फैसले का नकारात्मक असर शहरी महिलाओं और उदारवादी रिपब्लिकन सदस्यों तक ही सीमित रहेगा.
वीके/एए (रॉयटर्स, एपी)