बुचा में सड़कों पर बिखरे शवों ने पश्चिम में बढ़ाया गुस्सा
४ अप्रैल २०२२
यूक्रेन के शहर बुचा से आईं तस्वीरों ने दुनियाभर को विचलित कर दिया है. यूक्रेन ने रूस पर बुचा में नरसंहार का आरोप लगाया है, जिसे रूस ने नकारा है.
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यूक्रेन ने रूस पर आरोप लगाया है कि उसके सैनिकों ने बुचा में सैकड़ों मासूम नागरिकों को कत्ल कर दिया. रूस इन आरोपों का खंडन कर रहा है लेकिन बुचा से आ रहीं तस्वीरों पर पश्चिमी देशों में तीखी प्रतिक्रिया हुई है.
यूक्रेन का कहना है कि रूस ने बुचा में नरसंहार किया है. राजधानी कीव से 37 किलोमीटर दूर स्थित शहर बुचा से ऐसी तस्वीरें जारी हुई हैं जिनमें सड़कों पर जगह-जगह पड़े आम लोगों के क्षत-विक्षत शवों को देखा जा सकता है. विचलित करतीं इन तस्वीरों की पश्चिमी देशों में तीखी प्रतिक्रिया हुई और जर्मनी समेत कई देशों ने रूस पर प्रतिबंध और कड़े करने की बात कही है.
उधर, रूस ने नरसंहार के इन आरोपों का खंडन किया है. बुचा की तस्वीरों और वीडियो को उसने यूक्रेन की "एक और भड़काऊ कार्रवाई" बताया है. शनिवार को यूक्रेन ने दावा किया था कि उसने पूरे कीव राजधानी क्षेत्र को रूसी सेना से वापस छीन लियाहै. तभी बुचा की ये तस्वीरें जारी की गईं. यूक्रेन के विदेश मंत्री दमित्रो कुलेबा ने ट्विटर पर लिखा, "बुचा में जानबूझ कर नरसंहार किया गया."
पश्चिम में गुस्सा
इन तस्वीरों को अमेरिका के विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकेन ने 'पेट में घूंसा' बताया जबकि संयुक्त राष्ट्र महासचिव अंटोनियो गुटेरेश ने निष्पक्ष जांच की मांग की. जर्मनी की विदेश मंत्री अनालेना बेयरबॉक ने कहा कि रूस को "युद्ध अपराधोंकी" कीमत चुकानी होगी. ब्रिटिश प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन ने भी रूस पर प्रतिबंधों में और कड़ाई करने व यूक्रेन को मानवीय सहायता बढ़ाने की बात कही है.
जर्मनी ने रूस पर नए प्रतिबंध लगाने की बात कही है. जर्मन चांसलर ओलाफ शॉल्त्स ने कहा पश्चिमी देश आने वाले दिनों में नए प्रतिबंधों पर सहमत होंगे. शॉल्त्स ने कहा, "पुतिन और उनके समर्थकों को परिणामों का अहसास होगा."
युद्ध ने यूक्रेन का क्या हाल कर दिया
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जर्मन रक्षा मंत्री क्रिश्टीन लाम्बरेष्ट ने कहा कि यूरोपीय संघ को रूसी गैस पर प्रतिबंध पर बात करनी चाहिए. यह जर्मनी के अब तक के रुख के उलट है क्योंकि रूसी गैस पर बहुतायत में निर्भर जर्मनीसमेत कई यूरोपीय देशों ने रूसी गैस और तेल का आयात न सिर्फ जारी रखा है बल्कि अमेरिका और ब्रिटेन द्वारा प्रतिबंध लगाए जाने के बावजूद इससे परहेज नहीं किया है.
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रूस का इनकार
रूस का कहना है कि बुचा में ‘नरसंहार' को यूक्रेन के उग्रवादियों ने अंजाम दिया है. उसने सोमवार को संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद का विशेष सत्र बुलाने का अनुरोध किया है ताकि इस मुद्दे पर चर्चा की जा सके. रूस के रक्षा मंत्रालय ने बुचा से आ रहीं तस्वीरों और वीडियो को "नाटकीय प्रदर्शन" बताया.
बर्बाद हो गया लेकिन झुका नहीं मारियोपोल
युक्रेन पर रूस के हमले का दर्द शायद सबसे ज्यादा अब तक मारियोपोल ने झेला है. नागरिकों पर बढ़ते हमले और भारी तबाही के बाद भी शहरवासियों ने घुटने नहीं टेके हैं. यूक्रेन की सरकार ने भी मारियोपोल सौंपने से इनकार कर दिया है.
तस्वीर: Str/AA/picture alliance
मारियोपोल से पलायन
पिछले हफ्ते में तबाह हो चुके मारियोपोल से हर दिन दसियों हजार लोग अपनी जान बचाने के लिए भाग रहे हैं. जंग शुरू होने के बाद से ही रणनीतिक लिहाज से अहम दक्षिणी तटवर्ती शहर बमों और मिसाइलों की मार सह रहा है. बहुत से हमले आम नागरिकों पर हुए हैं. रूस की तरफ से जारी आंकड़े बता रहे हैं कि करीब 440,000 की आबादी वाले शहर के 130,000 लोग अब भी शहर में हैं.
तस्वीर: Str/AA/picture alliance
मलबा बन गया मारियोपोल
करीब चार हफ्ते से मिसाइलों और बमों की मार ने शहर को रहने लायक नहीं छोड़ा है. शहर प्रशासन के मुताबिक 80 फीसदी अपार्टमेंट ध्वस्त हो चुके हैं. शहर की जो तस्वीरें आ रही हैं उनमें हर तरफ ध्वस्त इमारतें ही नजर आ रही हैं जैसा कि ऊपर की तस्वीर में. हर तरफ टूटी इमारतों का मलबा ही दिखता है.
यूक्रेन के नागरिकों पर रूस के हमलों के बाद पश्चिमी देशों के कई राजनेता 'युद्ध अपराध' की बात कर रहे हैं. अंतरराष्ट्रीय अपराध अदालत के अभियोजकों ने भी जांच करने की बात कही है. जर्मन विदेश मंत्री अनालेना बेयरबॉक, यूरोपीय संघ के विदेश मामलों के राजदूत जोसेप बोरेल ने भी यह मुद्दा उठाया है. बोरेल का तो कहना है कि रूस जंग के नियमों की परवाह किए बगैर यूक्रेन को तबाह कर रहा है.
तस्वीर: REUTERS
रणनीतिक ठिकानों पर हमले का रूसी दावा
रूस का दावा है कि उसने केवल रणनीतिक और सैन्य ठिकानों को निशाना बनाया है. मारियोपोल थिएटर पर बमबारी के लिए भी उसने यूक्रेनी मिलिशिया अजोव बटालियन को जिम्मेदार ठहराया है. इस थियेटर के नीचे बने बंकर में हजारों लोग रूसी हवाई हमले से बचने के लिए छिपे हुए थे. तस्वीर में हमले के बाद ध्वस्त हुए थिएटर का मलबा नजर आ रहा है.
तस्वीर: Azov Battalion/AP/dpa/picture alliance
भागने के रास्तों पर रूसी नियंत्रण
पूर्वी यूक्रेन के दोनेत्स्क और आस पास के इलाकों पर रूस समर्थित अलगाववादियों का नियंत्रण है और यही लोग मारियोपोल से भागने के रास्तों पर भी निगरानी रख रहे हैं. शहर पर कई हफ्तों से रूसी सैनिकों की घेराबंदी है और केवल निहत्थे नागरिकों को ही यहां से बाहर निकलने दिया जा रहा है.
तस्वीर: Str/AA/picture alliance
दुश्मन देश में भाग कर पहुंचे
यह तस्वीर रूस की सरकारी समाचार एजेंसी तास ने जारी की है. इसमें दावा किया गया है कि ये वो लोग हैं जो मारियोपोल से भाग कर रूसी कब्जे वाले दोनेत्स्क के अस्थायी शिविरों में पहुंचे हैं. रूस का कहना है कि वह यूक्रेनी शरणार्थियों को सुरक्षा देना चाहता है. मारियोपोल की नगर परिषद का कहना है कि अलगाववादी हजारों यूक्रेनी लोगों को बंधक बना कर रूस ले जा रहे हैं और रूस ऐसा होने दे रहा है.
मारियोपोल से भाग कर आए बहुत से लोगों का इलाज जापोरिझिया में हो रहा है. मारियोपोल में अस्पतालों पर हुए बमबारी के बाद आपातकालीन इलाज की सेवा लगभग असंभव हो गई है. दो हफ्ते पहले जापोरिझिया में यूरोप के सबसे बड़े परमाणु बिजली घर के पास मिसाइल हमले ने दुनिया को चिंता में डाल दिया था. हालांकि इसे अगर छोड़ दें तो 7.5 लाख की आबादी वाला यह शहर लड़ाई से मोटे तौर पर दूर ही है.
तस्वीर: Stringer/AA/picture alliance
अपनों तक सुरक्षित पहुंचने की कोशिश
मारियोपोल से भाग कर पश्चिमी यूक्रेन के लवीव में अपनी मां की बांहों तक पहुंची किशोरी. रूसी सेना लवीव पर भी हमले कर रही है. मारियोपोल से भाग कर आने वाले बहुत से शरणार्थियों के लिए यूक्रेन के पड़ोसी देशों तक पहुंचने से पहले लवीव आखिरी पड़ाव बन गया है.
तस्वीर: picture alliance / ASSOCIATED PRESS
कई शहरों से में जल रही है इमारतें
मारियोपोल अकेला शहर नहीं है जो रूसी हमले के बाद धूल में मिल गया है. उत्तरी और पूर्वी यूक्रेन में रॉकेट और टैंकों के गोले लगातार सुमी, खारकीव और राजधानी कीव जैसे प्रमुख शहरों को निशाना बना रहे हैं. यह तस्वीर कीव के शॉपिंग मॉल की है जो रूसी हमले का निशाना बना है.
तस्वीर: Daniel Ceng Shou-Yi/ZUMAPRESS/picture alliance
मारियोपोल को सौंपने से इनकार
रविवार को रूस ने यूक्रेन को चेतावनी दी थी कि वह सोमवार दोपहर से पहले मारियोपोल को उसके हवाले कर दे. यूक्रेन ने यह मांग मानने से इनकार कर दिया. हजारों आम लोग एक बार फिर शहर छोड़ कर चल दिए. यूक्रेन का कहना है कि इन लोगों के बाहर जाने और शहर तक सहायता पहुंचाने के रास्तों पर भी लगातार हमले हो रहे हैं. रूसी अलगाववादी नेता डेनिश पुश्लिन का कहना है कि मारियोपोल की लड़ाई अभी कई हफ्ते और चल सकती है.
तस्वीर: Evgeniy Maloletka/AP/dpa/picture alliance
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पहले भी रूस इन आरोपों को नकारता रहा है कि उसकी सेनाएं आम नागरिकों और नागरिक ठिकानों पर हमले कर रही हैं. यूक्रेन पर हमले को उसने "यूक्रेन के विसैन्यीकरण और नात्सियों के सफाये" के लिए चलाया विशेष सैन्य अभियान कहा है. यूक्रेन का कहना है कि उस पर बिना किसी उकसावे के हमला किया गया है.
शनिवार को रॉयटर्स जैसी समाचार एजेंसियों के पत्रकारों ने सड़कों पर इधर-उधर पड़े और एक सामूहिक कब्र में पड़े शव देखे थे. रविवार को बुचा के मेयर अनातोली फेदरूक ने पत्रकारों को दो ऐसे शव दिखाए जिनके हाथों को बांध दिया गया था. इनमें से एक के मुंह में गोली मारी गई थी. फेदरूक ने बताया कि रूस के शहर पर लगभग एक महीने तक रहे कब्जे के दौरान तीन सौ नागरिक मारे गए.