जर्मनी ने रूस के 40 राजनयिकों को अपने यहां आने से मना कर दिया है. यूक्रेन के बुचा में रूस द्वारा कथित तौर पर नरसंहार की प्रतिक्रिया में यह कार्रवाई की गई है.
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यूक्रेन के बुचा में रूस पर नरसंहार के आरोपों की प्रतिक्रिया में जर्मनी ने उसके राजनयिकों को देश छोड़ने का आदेश दे दिया है. जर्मन विदेश मंत्री अनालेना बेयरबॉक ने इस बात की घोषणा की. उन्होंने कहा, "सरकार ने फैसला किया है कि रूसी दूतावास के वे बहुत सारे लोग जो रोज यहां हमारी स्वतंत्रता और सामाजिक समरसता के विरुद्ध काम करते रहे हैं, हमारे यहां उनका स्वागत नहीं है. हम यह सब और नहीं सहेंगे.”
बेयरबॉक ने बताया कि जर्मन सरकार के फैसले के बारे में सूचित करने के लिए रूस के राजदूत सर्गई नेथायेव को विदेश मंत्रालय ने समन किया था. इस फैसले से प्रभावित लोगों के पास देश छोड़ने के लिए पांच दिन का वक्त है. माना जाता है कि ये सभी लोग रूसी जासूसी एजेंसी के लिए काम करते थे.
बुचा के जवाब में
जर्मन सरकार का यह फैसला यूक्रेन ने रूस पर उस आरोप के बाद आया है कि उसके सैनिकों ने बुचा में सैकड़ों मासूम नागरिकों को कत्ल कर दिया. रूस इन आरोपों का खंडन कर रहा है लेकिन बुचा से आ रहीं तस्वीरों पर पश्चिमी देशों में तीखी प्रतिक्रिया हुई है.
यूक्रेन का कहना है कि रूस ने बुचा में नरसंहार किया है. राजधानी कीव से 37 किलोमीटर दूर स्थित शहर बुचा से ऐसी तस्वीरें जारी हुई हैं जिनमें सड़कों पर जगह-जगह पड़े आम लोगों के क्षत-विक्षत शवों को देखा जा सकता है. विचलित करतीं इन तस्वीरों की पश्चिमी देशों में तीखी प्रतिक्रिया हुई और जर्मनी समेत कई देशों ने रूस पर प्रतिबंध और कड़े करने की बात कही है.
यूक्रेन में आम लोग भी कर रहे हैं सेना की मदद
यूक्रेन युद्ध अब अपने दूसरे महीने में प्रवेश कर चुका है. देश भर में कलाकार और दूसरे वालंटियर यूक्रेन की सेना की मदद करने के लिए बचाव और सुरक्षा का सामान भी बना रहे हैं. देखिए क्या क्या कर रहे हैं यूक्रेन के नागरिक.
तस्वीर: Pavlo Palamarchuk/REUTERS
मूर्तियों की जगह टैंक-रोधी उपकरण
शांति के समय कलाकार वोलोदिमिर कोलेस्निकोव हंगरी की सीमा के पास उजोरोड़ में अपनी कार्यशाला में धातुओं की मूर्तियां बनाते हैं. लेकिन आजकल वो इसी कार्यशाला में टैंक रोधी उपकरण बना रहे हैं. इन्हें 'चेक हेजहॉग' कहा जाता है और इन्हें बनाने में दूसरे कलाकार और श्रमिक कोलेस्निकोव की मदद कर रहे हैं.
तस्वीर: Hudak/Ukrinform/abaca/picture alliance
युद्ध क्षेत्र के लिए चूल्हे
धातुओं से सामान बनाने वाले यान पोत्रोहोश कुछ और लोगों के साथ मिल कर पोर्टेबल चूल्हे बना रहे हैं. इन चूल्हों का इस्तेमाल युद्ध क्षेत्र में और अन्य इलाकों में किया जा सकता है. यह तस्वीर धातु की उस पट्टी की है जिसका इस्तेमाल ये लोग अपनी बनाई कृतियों को चिन्हित करने के लिए करते हैं.
साश्को होरोन्दी की कंपनी युद्ध शुरू होने से पहले पीठ पर लटकाए जाने वाले बस्ते और उनकी एक्सेसरीज बनाया करती थी. लेकिन फरवरी में उन्होंने अपने उत्पाद बदल दिए और अब वो यूक्रेन के सैनिकों के लिए बुलेटप्रूफ जैकेट बनाते हैं.
तस्वीर: Pavlo Palamarchuk/REUTERS
ओडेसा में बन रहे हैं बैरिकेड
तटीय शहर ओडेसा में रहने वाले विक्टर एक वालंटियर बन गए हैं और अपने शहर के अन्य लोगों के साथ समुद्र तट पर बोरियों में रेत भरने का काम कर रहे हैं. इन बोरियों का इस्तेमाल संभावित रूसी हमले के खिलाफ बैरिकेड बनाने में किया जा रहा है.
तस्वीर: /Nacho Doce/REUTERS
चर्च में कैमोफ्लाज जालियां
इवानो फ्रैंक्विसक शहर में वालंटियर एक चर्च में मिल कर सेना के लिए कैमोफ्लाज जालियां बना रहे हैं. इस तस्वीर में एक महिला कपड़ों को एक साथ बांधकर जाली का ढांचा बना रही है.
तस्वीर: Yuriy Rylchuk/REUTERS
साथ मिल कर मदद
लवीव पॉलिटेक्निक राष्ट्रीय विश्वविद्यालय यूक्रेन के सबसे पुराने और सबसे जाने माने शिक्षण संस्थानों में से है. वालंटियर यहां भी मिल कर सेना के लिए कैमोफ्लाज जालियां बना रहे हैं. (उलरीक शुल्ज)
तस्वीर: Pavlo Palamarchuk/REUTERS
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एक दिन पहले ही जर्मनी ने रूस पर नए प्रतिबंध लगाने की बात कही थी. जर्मन चांसलर ओलाफ शॉल्त्स ने कहा था कि पश्चिमी देश आने वाले दिनों में नए प्रतिबंधों पर सहमत होंगे. शॉल्त्स ने कहा, "पुतिन और उनके समर्थकों को परिणामों का अहसास होगा."
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यूरोपीय संघ में प्रतिक्रिया
बुचा की घटना को लेकर यूरोप और अमेरिका में तीखी प्रतिक्रिया हुई है. अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन ने युद्ध अपराधों के आरोपों की जांच और रूस पर और कड़े प्रतिबंधों की मांग की है. यूरोपीय संघ की प्रमुख उर्सुला फॉन डेय लाएन ने कहा कि जांचकर्ताओं का एक दल बुचा भेजा जाएगा जो संभावित युद्ध अपराधों की जांच करेगा.
बर्बाद हो गया लेकिन झुका नहीं मारियोपोल
युक्रेन पर रूस के हमले का दर्द शायद सबसे ज्यादा अब तक मारियोपोल ने झेला है. नागरिकों पर बढ़ते हमले और भारी तबाही के बाद भी शहरवासियों ने घुटने नहीं टेके हैं. यूक्रेन की सरकार ने भी मारियोपोल सौंपने से इनकार कर दिया है.
तस्वीर: Str/AA/picture alliance
मारियोपोल से पलायन
पिछले हफ्ते में तबाह हो चुके मारियोपोल से हर दिन दसियों हजार लोग अपनी जान बचाने के लिए भाग रहे हैं. जंग शुरू होने के बाद से ही रणनीतिक लिहाज से अहम दक्षिणी तटवर्ती शहर बमों और मिसाइलों की मार सह रहा है. बहुत से हमले आम नागरिकों पर हुए हैं. रूस की तरफ से जारी आंकड़े बता रहे हैं कि करीब 440,000 की आबादी वाले शहर के 130,000 लोग अब भी शहर में हैं.
तस्वीर: Str/AA/picture alliance
मलबा बन गया मारियोपोल
करीब चार हफ्ते से मिसाइलों और बमों की मार ने शहर को रहने लायक नहीं छोड़ा है. शहर प्रशासन के मुताबिक 80 फीसदी अपार्टमेंट ध्वस्त हो चुके हैं. शहर की जो तस्वीरें आ रही हैं उनमें हर तरफ ध्वस्त इमारतें ही नजर आ रही हैं जैसा कि ऊपर की तस्वीर में. हर तरफ टूटी इमारतों का मलबा ही दिखता है.
यूक्रेन के नागरिकों पर रूस के हमलों के बाद पश्चिमी देशों के कई राजनेता 'युद्ध अपराध' की बात कर रहे हैं. अंतरराष्ट्रीय अपराध अदालत के अभियोजकों ने भी जांच करने की बात कही है. जर्मन विदेश मंत्री अनालेना बेयरबॉक, यूरोपीय संघ के विदेश मामलों के राजदूत जोसेप बोरेल ने भी यह मुद्दा उठाया है. बोरेल का तो कहना है कि रूस जंग के नियमों की परवाह किए बगैर यूक्रेन को तबाह कर रहा है.
तस्वीर: REUTERS
रणनीतिक ठिकानों पर हमले का रूसी दावा
रूस का दावा है कि उसने केवल रणनीतिक और सैन्य ठिकानों को निशाना बनाया है. मारियोपोल थिएटर पर बमबारी के लिए भी उसने यूक्रेनी मिलिशिया अजोव बटालियन को जिम्मेदार ठहराया है. इस थियेटर के नीचे बने बंकर में हजारों लोग रूसी हवाई हमले से बचने के लिए छिपे हुए थे. तस्वीर में हमले के बाद ध्वस्त हुए थिएटर का मलबा नजर आ रहा है.
तस्वीर: Azov Battalion/AP/dpa/picture alliance
भागने के रास्तों पर रूसी नियंत्रण
पूर्वी यूक्रेन के दोनेत्स्क और आस पास के इलाकों पर रूस समर्थित अलगाववादियों का नियंत्रण है और यही लोग मारियोपोल से भागने के रास्तों पर भी निगरानी रख रहे हैं. शहर पर कई हफ्तों से रूसी सैनिकों की घेराबंदी है और केवल निहत्थे नागरिकों को ही यहां से बाहर निकलने दिया जा रहा है.
तस्वीर: Str/AA/picture alliance
दुश्मन देश में भाग कर पहुंचे
यह तस्वीर रूस की सरकारी समाचार एजेंसी तास ने जारी की है. इसमें दावा किया गया है कि ये वो लोग हैं जो मारियोपोल से भाग कर रूसी कब्जे वाले दोनेत्स्क के अस्थायी शिविरों में पहुंचे हैं. रूस का कहना है कि वह यूक्रेनी शरणार्थियों को सुरक्षा देना चाहता है. मारियोपोल की नगर परिषद का कहना है कि अलगाववादी हजारों यूक्रेनी लोगों को बंधक बना कर रूस ले जा रहे हैं और रूस ऐसा होने दे रहा है.
मारियोपोल से भाग कर आए बहुत से लोगों का इलाज जापोरिझिया में हो रहा है. मारियोपोल में अस्पतालों पर हुए बमबारी के बाद आपातकालीन इलाज की सेवा लगभग असंभव हो गई है. दो हफ्ते पहले जापोरिझिया में यूरोप के सबसे बड़े परमाणु बिजली घर के पास मिसाइल हमले ने दुनिया को चिंता में डाल दिया था. हालांकि इसे अगर छोड़ दें तो 7.5 लाख की आबादी वाला यह शहर लड़ाई से मोटे तौर पर दूर ही है.
तस्वीर: Stringer/AA/picture alliance
अपनों तक सुरक्षित पहुंचने की कोशिश
मारियोपोल से भाग कर पश्चिमी यूक्रेन के लवीव में अपनी मां की बांहों तक पहुंची किशोरी. रूसी सेना लवीव पर भी हमले कर रही है. मारियोपोल से भाग कर आने वाले बहुत से शरणार्थियों के लिए यूक्रेन के पड़ोसी देशों तक पहुंचने से पहले लवीव आखिरी पड़ाव बन गया है.
तस्वीर: picture alliance / ASSOCIATED PRESS
कई शहरों से में जल रही है इमारतें
मारियोपोल अकेला शहर नहीं है जो रूसी हमले के बाद धूल में मिल गया है. उत्तरी और पूर्वी यूक्रेन में रॉकेट और टैंकों के गोले लगातार सुमी, खारकीव और राजधानी कीव जैसे प्रमुख शहरों को निशाना बना रहे हैं. यह तस्वीर कीव के शॉपिंग मॉल की है जो रूसी हमले का निशाना बना है.
तस्वीर: Daniel Ceng Shou-Yi/ZUMAPRESS/picture alliance
मारियोपोल को सौंपने से इनकार
रविवार को रूस ने यूक्रेन को चेतावनी दी थी कि वह सोमवार दोपहर से पहले मारियोपोल को उसके हवाले कर दे. यूक्रेन ने यह मांग मानने से इनकार कर दिया. हजारों आम लोग एक बार फिर शहर छोड़ कर चल दिए. यूक्रेन का कहना है कि इन लोगों के बाहर जाने और शहर तक सहायता पहुंचाने के रास्तों पर भी लगातार हमले हो रहे हैं. रूसी अलगाववादी नेता डेनिश पुश्लिन का कहना है कि मारियोपोल की लड़ाई अभी कई हफ्ते और चल सकती है.
तस्वीर: Evgeniy Maloletka/AP/dpa/picture alliance
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यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमीर जेलेंस्की सोमवार को बुचा गए थे जहां उन्होंने इन हत्याओं को नरसंहार करार दिया. यूक्रेन के प्रॉसीक्यूटर जनरल ईरीना वेनेडिक्टोवा ने कहा है कि कीव के आसपास के जिन इलाकों को रूस से वापस लिया गया है वहां से आम नागरिकों के 410 शव बरामद किए गए हैं. बुचा के मेयर अनतोली फेदरूक का कहना है कि सामूहिक कब्रों में 280 शव दफ्न किए गए थे.
रूस इन हत्याओं में शामिल होने से इनकार करता है. रूसी अधिकारियों ने बुचा से आ रही तस्वीरों को यूक्रेन के उग्रवादियों द्वारा तैयार फर्जी तस्वीरें बताया. रूसी सरकार के प्रवक्ता दमित्री पेश्कोव ने कहा, "हम सभी आरोपों को सिरे से खारिज करते हैं.”