अमेरिका ने कहा, यूक्रेन में युद्ध कभी भी संभव
१८ फ़रवरी २०२२गुरुवार को यूक्रेन की फौज और रूस-समर्थक अलगाववादियों के बीच गोलीबारी हुई, जिसने पश्चिमी देशों की युद्ध की आशंका को और बढ़ा दिया. रूस-समर्थक ये अलगाववादी बरसों से यूक्रेन के साथ युद्धरत हैं और यहां युद्धविराम का अक्सर उल्लंघन होता है.
यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदीमीर जेलेंस्की ने कहा कि रूस-समर्थक विद्रोहियों ने एक नर्सरी स्कूल पर गोलाबारी की है जो "बहुत बड़ी भड़काऊ कार्रवाई है.” यूक्रेन ने एक वीडियो जारी किया है जिसमें एक कमरे की दीवार में छेद है, जबकि अंदर बच्चों के खिलौने बिखरे पड़े हैं.
किसी भी वक्त हमला
गोलाबारी की सूचना के बीच अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन ने कहा है कि रूस यूक्रेन पर संभावित हमले का बहाना खोज रहा है. उन्होंने कहा कि हमला अब किसी भी वक्त हो सकता है. हालांकि रूस का कहना है कि उसका यूक्रेन पर आक्रमण की कोई योजना नहीं है और उसकी कुछ फौज वापस अपने बेस पर लौट चुकी है.
बाइडेन-शॉल्त्स बातचीत: रूस 'असल कदम' उठाए
शीत युद्ध खत्म होने के बाद पैदा हुए सबसे अंतरराष्ट्रीय संकटों में से एक में पश्चिमी देश और रूस एक दूसरे पर आरोप-प्रत्यारोप लगा रहे हैं. रूस ने इस बात की गारंटी मांगी है कि यूक्रेन को कभी भी सैन्य संगठन नाटो की सदस्यता नहीं दी जाएगी. लेकिन पश्चिमी देश यह मांग मानने को तैयार नहीं हैं लेकिन हथियारों पर हदबंदी और अन्य राहतें देने की पेशकश कर रहे हैं.
बाइडेन ने व्हाइट हाउस में मीडिया से कहा, "हमारे पास ऐसा मानने की वजह हैं कि वे हमला करने का बहाना बनाने के लिए गोलीबारी कर रहे हैं. हमारे पास जो भी जानकारी है, वो इस बात का संकेत है कि वे यूक्रेन पर आक्रमण को तैयार हैं.”
बाइडेन ने अपने विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकेन ने यात्राएं रद्द करने और सुरक्षा परिषद में बोलने को कहा. एंटनी ने सुरक्षा परिषद को बताया कि रूस क्या क्या संभावित कदम उठा सकता है. उन्होंने कहा कि युद्ध का आधार बनाने के लिए रूस कई तरह की कार्रवाई कर सकता है.
ब्लिंकेन ने कहा, "यह रूस के भीतर एक रचा हुआ कथित आतंकवादी हमला हो सकता है. कोई सामूहिक कब्र मिल सकती है. नागरिकों पर कोई रचा हुआ ड्रोन हमला किया जा सकता है और फर्जी अथवा असली रसायनिक हमला भी हो सकता है. रूस इस घटना को नरसंहार तक कह सकता है.”
‘खतरनाक है अमेरिकी बयान'
इस बयान पर टिप्पणी करते हुए रूस के विदेश उप मंत्री सर्गई वेर्शीनिन ने कहा कि यह अफसोसनाक और खतरनाक है. इसके साथ ही रूस ने अमेरिका के उप मिशन-प्रमुख बार्ट गॉर्मन को देश से निकाल दिया है. गुरुवार को इसका ऐलान हुआ. हालांकि अमेरिकी विदेश मंत्रालय के एक वरिष्ठ अफसर ने बताया कि गॉर्मन पिछले हफ्ते ही रूस से जा चुके थे.
पुतिन से जर्मन चांसलर की मुलाकात से पहले रूस ने हटाए कुछ सैनिक
रूस ने वीजा-युद्ध का आरोप लगाते हुए कहा कि अमेरिका ने उसके एक वरिष्ठ अधिकारी को देश छोड़ने पर मजबूर किया जबकि उसकी जगह लेने वाला अधिकारी नहीं पहुंचा था. उधर अमेरिका ने कहा है कि रूस की कार्रवाई बिना किसी वजह के की गई है और इसका जवाब दिया जाएगा.
अमेरिकी विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता ने कहा कि रूस अमेरिकी राजनयिकों को कम समय दे रहा है और तीन साल से अमेरिका में तैनात रूसी राजनयिक को अमेरिका से जाना होगा.
वीके/एए (रॉयटर्स, एपी)