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यूपी: गोमांस की तस्करी के शक में बेरहमी से पिटाई

आमिर अंसारी
२२ मार्च २०२२

मथुरा में गोमांस की तस्करी के शक में तीन लोगों की बुरी तरह से पिटाई की गई. ये लोग मृत जानवरों के अवशेष निस्तारण के काम के लिए जा रहे थे. पुलिस ने गोमांस की तस्करी के आरोपों से इनकार किया है.

फाइल तस्वीर
फाइल तस्वीरतस्वीर: Deepak Gupta/Hindustan Times/imago images

उत्तर प्रदेश के मथुरा में एक वाहन के पलट जाने के बाद उसमें से जानवरों के अवशेष सड़क पर बिखर गए, जिसके बाद ग्रामीणों ने जमकर हंगामा किया और गाड़ी के ड्राइवर और उसमें सवार दो अन्य लोगों के साथ मारपीट शुरू कर दी और बाद में तीनों को बंधक बना लिया.

रविवार, 20 मार्च की हुई इस घटना का वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है. इस वीडियो में ड्राइवर आमिर की बेरहमी से पिटाई करते हुए कुछ लोग दिखाई पड़ रहे हैं. पीड़ित पर आरोपी बेल्ट और अन्य चीजों से बार-बार हमले करते दिख रहे हैं. ड्राइवर आमिर वीडियो में हाथ जोड़कर रहम की भीख मांगता नजर आ रहा है, लेकिन उसकी वहां कोई नहीं सुनता. एक व्यक्ति ड्राइवर को बचाने की कोशिश भी करता दिख रहा है लेकिन उसे गुस्साए लोग पीछे धकेल देते हैं.

रविवार की रात मथुरा के थाना जैंत क्षेत्र के राल गांव में जानवरों के अवशेष और खाल से भरी गाड़ी पलटी थी. जिसके बाद जानवरों की हड्डी और खाल सड़क पर बिखर गए. जानवरों के अवशेष देख ग्रामीण भड़क गए और गोवंश के मांस की आशंका पर पीड़ितों की पिटाई की. पुलिस को जब इसकी सूचना मिली तो वह मौके पर पहुंची और किसी तरह से पीड़ितों को गुस्साई भीड़ से बचाकर, इलाज के लिए अस्पताल पहुंचाया.

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"गाड़ी में नहीं था गोवंश या गोमांस"

मथुरा के एसपी सिटी मार्तंड प्रकाश सिंह ने एक बयान में कहा, "जांच में प्रथम दृष्टया यह तथ्य सामने आया कि रामेश्वर वाल्मीकि जो कि गोवर्धन के रहने वाले हैं, उन्हें ग्रामीण स्वच्छता मिशन के तहत जिला पंचायत से मृत पशुओं के अवशेष निस्तारण करने के लिए लाइसेंस दिया गया है. उनके द्वारा ही जानवरों के ये अवशेष भेजे जा रहे थे."

सिंह ने आगे कहा, "राल इलाके में गोवंश या गोमांस होने की सूचना पर यह घटना घटित हुई. प्राथमिक जांच में यह भी सामने आया कि उस गाड़ी में कोई भी गोवंश या गोमांस नहीं पाया गया है. घायल लोगों की शिकायत पर मुकदमा दर्ज किया गया है. मौके पर अब शांति व्यवस्था बनी हुई है. इस पर हमारी नजर बनी हुई है."

पुलिस का यह भी कहना है कि गाड़ी में किस जानवर के अवशेष हैं उसके बारे में पता लगाने की कोशिश की जा रही है. मीडिया रिपोर्टों में कहा जा रहा है कि दक्षिणपंथी समूहों के कुछ सदस्यों को मिलाकर 16 लोगों के खिलाफ नामजद प्राथमिकी दर्ज की गई है. हालांकि, पुलिस ने अब तक पिटाई करने वालों में से किसी को भी गिरफ्तार नहीं किया है.

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