1. कंटेंट पर जाएं
  2. मेन्यू पर जाएं
  3. डीडब्ल्यू की अन्य साइट देखें

बीजिंग की बाढ़ में लाखों घरों को भारी नुकसान

९ अगस्त २०२३

चीन की राजधानी बीजिंग में हाल ही में आई बाढ़ से मरने वालों की संख्या बढ़कर 33 हो गयी है. देश का उत्तरी भाग भारी बारिश की मार झेल रहा है, जिससे खतरा बना हुआ है.

चीन के कई और हिस्से भी भारी बाढ़ की मार झेल रहे हैं.
चीन के कई और हिस्से भी भारी बाढ़ की मार झेल रहे हैं.तस्वीर: Yang Shiyao/ Xinhua News Agency/picture alliance

स्थानीय अधिकारियों ने बुधवार को कहा कि मरने वाले लोगों में पांच बचावकर्मियों के अलावा 18 दूसरे लोग भी शामिल हैं. लगातार हो रही भारी बारिश की वजह से शहर में अभी तक करीब 59,000 घर ढह गए हैं. वहीं लगभग 150,000 अन्य घरों को क्षति पहुंची है. नगर प्रशासन के मुताबिक 37,000 एकड़ से ज्यादा खेती की जमीन बाढ़ की चपेट में आई है. बीजिंग के वाइस मेयर जिया लिनमाओ ने बुधवार को एक समाचार सम्मेलन में कहा कि 100 से अधिक पुलों सहित सैकड़ों सड़कें क्षतिग्रस्त हो गई हैं. उन्होंने कहा कि राहत और बचाव की कोशिशें जारी हैं. क्षति के स्तर को देख जिया बोलें कि स्थिति को पूरी तरह सामान्य करने में तीन साल तक का समय लग सकता है. बाढ़ प्रभावित इलाकों में मेंटौगौ और फैनशान के जिले शामिल हैं. यह दोनों शहर के केंद्र से कुछ ही किलोमीटर दूर हैं, जहां देश के कई बड़े नेताओं के घर हैं. 

चीन के दूसरे इलाके भी झेल रहे हैं बाढ़  

चीन के कई और हिस्से भी भारी बाढ़ की मार झेल रहे हैं. आंशिक रूप से इसकी वजह सप्ताहांत में आए तूफान डोक्सुरी का प्रभाव है. डोक्सुरी के कारण दर्जनों लोगों की मौत हुई या वो लापता हैं. सबसे भीषण बाढ़ का असर बीजिंग के ठीक बाहर हेबेई प्रांत के क्षेत्र में दिखा. शनिवार को बीजिंग के दक्षिण-पश्चिम में झुओझु में बाढ़ के पानी का उतरना शुरू हो गया. बाढ़ की वजह से वहां रहने वाले करीब 125,000 लोगों को अपने घर छोड़ कर जाने पर मजबूर होना पड़ा था. उनमें से कुछ लोग अब वापस घर आ गए हैं. सरकारी न्यूज एजेंसी शिन्हुआ के अनुसार दक्षिण-पश्चिमी प्रांत सिचुआन के एक रिसॉर्ट में लगभग एक दर्जन पर्यटक तेज पानी में बह गए थे.

बाढ़ प्रभावित इलाकों में मेंटौगौ और फैनशान के जिले शामिल हैं. यह दोनों शहर के केंद्र से कुछ ही किलोमीटर दूर हैं, तस्वीर: Ju Huanzong/Xinhua/AP Photo/picture alliance

कहीं धूप कहीं बारिश

उत्तरी चीन जुलाई के आखिर से ही भारी बारिश की मार झेल रहा है जिससे लाखों लोगों का जीवन अस्त-व्यस्त हो गया है. दूसरी ओर कई इलाके चिलचिलाती गर्मी और सूखे से जूझ रहे हैं. इससे लोगों के स्वास्थ्य को तो खतरा है ही, साथ ही ऐसे हालात शरद ऋतु की फसल के लिए भी नुकसानदेह हैं. इससे पहले जिलिन के उत्तरपूर्वी प्रांत के शुलान शहर में छह लोगों की मौत हो गई थी और चार लापता हो गए थे. इस प्रांत में पांच दिन लगातार बारिश हुई जिसकी वजह से सड़कें नदियों में बदल गईं और हजारों की संख्या में लोगों को वहां से निकलना पड़ा.

उत्तर में हेइलोंगजियांग प्रांत में भी नदियां अपने किनारों को तोड़ कर बह रही हैं. चीन के इतिहास में सबसे घातक और विनाशकारी बाढ़ 1998 की थी जिसमें 4,150 लोग मारे गए थे. जिनमें से अधिकांश यांग्त्जी नदी के किनारे थे. इसी तरह 2021 में हेनान के मध्य प्रांत में 300 से अधिक लोगों की मौत बाढ़ की वजह से हुई थी. 

एचवी/एनआर (एपी)

चीन के भव्य बंगलों में सन्नाटा क्यों है

03:09

This browser does not support the video element.

 

डीडब्ल्यू की टॉप स्टोरी को स्किप करें

डीडब्ल्यू की टॉप स्टोरी

डीडब्ल्यू की और रिपोर्टें को स्किप करें

डीडब्ल्यू की और रिपोर्टें