कोरोना वायरस के कारण अमेरिका में मची तबाही के बीच राष्ट्रपति डॉनल्ड ट्रंप ने कहा है कि वह अब देश को खोलने की तैयारी कर रहे हैं. ट्रंप के मुताबिक अमेरिका कोरोना से जंग में अगले चरण में पहुंच चुका है.
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कोरोना वायरस महामारी के बाद बनी टास्क फोर्स को व्हाइट हाउस बंद करने जा रहा है. व्हाइट हाउस का अगला ध्यान देश की ठप पड़ी अर्थव्यवस्था को दोबारा पटरी पर लौटाना है. अमेरिका में कोराना वायरस महामारी के कारण लॉकडाउन से अर्थव्यवस्था करीब-करीब ठप हो गई है. ट्रंप ने कोरोना वायरस टास्क फोर्स के बंद करने की योजना की पुष्टि करते हुए कहा, "माइक पेंस और टास्क फोर्स ने बहुत अच्छा काम किया है." कोरोना वायरस टास्क फोर्स का नेतृत्व उप राष्ट्रपति माइक पेंस कर रहे थे. ट्रंप के बयान के पहले माइक पेंस ने भी योजना के बारे में पत्रकारों से इस बारे में बात की थी.
ट्रंप ने मंगलवार को एरिजोना में मास्क फैक्ट्री का दौरा किया लेकिन उन्होंने खुद इस दौरान मास्क नहीं पहना. वॉशिंगटन के बाहर उन्होंने उस राज्य का असामान्य दौरा किया जिसे वह नवंबर महीने में होने वाले चुनाव में जीतना चाहते हैं. एरिजोना में एन95 मास्क बनाने वाली हनीवेल फैक्ट्री के दौरे के दौरान ट्रंप ने सुरक्षा के लिए चश्मा तो लगाया था लेकिन उन्होंने मास्क नहीं पहना. यह फैक्ट्री स्वास्थ्य कर्मचारियों के लिए मास्क बनाने का काम कर रही है. मास्क की कमी के बाद इस फैक्ट्री में कर्मचारियों के लिए सुरक्षा उपकरणों का उत्पादन शुरू हुआ था.
फैक्ट्री दौरे के दौरान ट्रंप ने साथ ही देश को दोबारा खोलने की बात कही, उन्होंने कहा, "हम अगले पांच साल के लिए देश को बंद नहीं कर सकते. क्या कुछ लोग प्रभावित होंगे? हां. क्या कुछ लोग बहुत बुरी तरह से प्रभावित होंगे? हां. लेकिन हमें देश को खोलना ही होगा." उन्होंने कहा कि वह अब अलग तरीके से देख रहे हैं जिसमें सुरक्षा के साथ देश को खोला जाएगा. उन्होंने इसके लिए दूसरे समूह का जिक्र किया, उन्होंने कहा कोरोना वायरस टास्क फोर्स की जगह अर्थव्यवस्था को दोबारा खोलने वाले समूह का गठन होगा. हाल के दिनों में व्हाइट हाउस की टास्क फोर्स कम ही नजर आ रही थी. टास्क फोर्स की बैठक पिछले सोमवार और शनिवार को नहीं हुई थी.
जब ट्रंप से पूछा गया कि क्या वे घोषणा कर रहे हैं कोरोना वायरस के खिलाफ लड़ाई में "मिशन पूरा हुआ", ट्रंप ने कहा, "नहीं, बिल्कुल नहीं. मिशन तभी पूरा होगा जब ये सब कुछ समाप्त होगा." कोरोना वायरस के कारण अमेरिका में 70,000 से अधिक लोगों की मौत हो चुकी है. कोविड-19 से मरने वालों का आंकड़ा दुनिया में सबसे अधिक अमेरिका में ही है.
कोरोना महामारी के कारण लंबी तालाबंदी के बाद दुनियाभर के कई देश धीरे-धीरे पाबंदियों में ढील दे रहे हैं. कई देशों में लंबी तालाबंदी के बाद जिंदगी सामान्य हो रही है. कई देशों में लॉकडाउन खत्म होने से लोग काम पर लौट रहे हैं.
तस्वीर: DW/R. Sharma
इटली
9 हफ्ते बाद लोगों को तालाबंदी में थोड़ी ढील मिली है. देश के नागरिकों को बाहर घूमने और रिश्तेदारों के यहां जाने की इजाजत है. 40 लाख लोग निर्माण कार्य और फैक्ट्रियां में काम पर लौट गए हैं. हालांकि आइसक्रीम पार्लर और बार अभी खोलने की इजाजत नहीं है. लोगों के लिए मास्क का इस्तेमाल अनिवार्य है.
तस्वीर: Reuters/R. Casilli
जर्मनी
जर्मनी भी हालात सामान्य करने में जुट गया है. देश के कुछ स्कूल और व्यापारिक केंद्र 4 मई से खुल गए हैं. नाई की दुकानें करीब दो महीने बाद खुल गई हैं. सरकार ने कोरोना वायरस के संक्रमण को रोकने के लिए सख्त पाबंदी लगाई थी. रविवार को लोग नदी किनारे टहलते नजर आए.
तस्वीर: DW/R. Sharma
स्पेन
स्पेन ने भी लॉकडाउन में ढील दे दी है. यहां सोमवार 4 मई से पब्लिक ट्रांसपोर्ट में फेस मास्क अनिवार्य कर दिया गया है. 48 दिनों के लॉकडाउन के बाद शनिवार को लोग घरों से बाहर निकले और कसरत की. स्पेन के स्वास्थ्य मंत्रालय के मुताबिक 18 मार्च के बाद पहली बार देश में कोविड-19 से सबसे कम मौत हुई है.
तस्वीर: Reuters/J. Medina
हंगरी
स्लोवेनिया, पोलैंड और हंगरी में सार्वजनिक स्थलों और व्यवसायों को आंशिक रूप से दोबारा खोलने की इजाजत दी गई है. हंगरी में सोशल डिस्टेंसिंग और फेस मास्क अनिवार्य है. लेकिन कई पाबंदियां 4 मई से हटा ली गई हैं.
तस्वीर: Getty Images/AFP/A. Kisbenedek
भारत
भारत में लॉकडाउन का तीसरा चरण 4 मई से लागू हो गया है. सरकार ने कुछ गतिविधियों को शुरू करने की इजाजत दी है और कुछ गतिविधियां अब भी बंद हैं. देश की राजधानी दिल्ली में सरकारी और निजी दफ्तर खुल गए हैं. निजी दफ्तरों में 33 फीसदी अधिकतम कर्मचारी होंगे.
तस्वीर: Deepalaya
ईरान
ईरान के राष्ट्रपति हसन रोहानी ने बीते दिनों ऐलान कर दिया था कि 4 मई से देश के बड़े हिस्सों में मस्जिदें दोबारा खोल दी जाएंगी. ईरान में कोरोना वायरस से मरने वालों की संख्या में गिरावट दर्ज की गई है.
तस्वीर: IBNA
मलेशिया
मलेशिया में कई व्यापारिक केंद्र खुल गए हैं. मलेशिया सरकार ने कोरोना वायरस के कारण प्रभावित अर्थव्यवस्था को पटरी पर लाने के लिए कुछ बिजनेस केंद्रों का खोलने का फैसला किया है. हालांकि इस कदम के बाद से सार्वजनिक रुख बंट गया है. लोगों का कहना है कि इस तरह से बिजनेस केंद्र खोलने से वायरस तेजी से फैल सकता है.
तस्वीर: Reuters/Lim Huey Teng
वियतनाम
वियतनाम में 4 मई को छात्र तीन महीने बाद स्कूल लौटे. स्कूल आने पर उनके शरीर का तापमान मापा गया और फिर उसके बाद उन्हें स्कूल में दाखिल होने दिया गया. एक छात्र ने कहा, "मुझे बहुत खुशी हो रही है. घर पर रहना बहुत उबाऊ है."
तस्वीर: picture-alliance/dpa/H. Dinh
दक्षिण कोरिया
दक्षिण कोरिया की राजधानी सियोल में भी लोग घरों से बाहर निकले और बाजार और रेस्तरां में जाकर मन पसंद काम किया. हालांकि लोग एहतियात बरतने के लिए मास्क पहनना और अन्य जरूरी सावधानी बरत रहे हैं.