यूरोप का नया वेगा-सी रॉकेट फ्रेंच गुयाना के लॉन्च सेंटर से उड़ान भरने के थोड़ी ही देर बाद गायब हो गया. यह रॉकेट दो सेटेलाइटों को अंतरिक्ष में ले कर जा रहा था. इस घटना से यूरोपीय अंतरिक्ष कार्यक्रम को बड़ा धक्का लगा है.
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मंगलवार रात हुई रॉकेट लॉन्च की इस नाकामी ने वेगा-सी रॉकेट के भविष्य पर प्रश्नचिन्ह लगा दिया है. नतीजतन अब यूरोप को पृथ्वी की कक्षा में सेटेलाइट भेजने की देरी की मुश्किल से जूझना होगा. एक तराफ आरियाने-6 रॉकेट में देर लग रही है, तो दूसरी तरफ युक्रेन युद्ध के बाद रूस के साथ अंतरिक्ष में सहयोग बंद हो गया है.
अगर यह उड़ान सफल होती, तो यह वेगा-सी रॉकेट का पहला कारोबारी लॉन्च होता. वेगा-सी की पहली सफल उड़ान इसी साल 13 जुलाई को हुई थी. मंगलवार की रात स्थानीय समय के मुताबिक करीब 10:47 मिनट पर उड़ान भरने के कुछ ही मिनटों बाद रॉकेट अपने तय मार्ग से भटक गया और उसके साथ संपर्क खत्म हो गया. आरियानेस्पेस के मुख्य कार्यकारी अधिकारी स्टेफाने इस्रायल का कहना है, "अभियान खत्म हो गया है. फ्रेंच गुयाना के कोरू स्पेस सेंटर से इस रॉकेट को लॉन्च किया गया था.
अब तक मिली जानकारी के मुताबिक रॉकेट के दूसरे चरण के लॉन्चर में कोई गड़बड़ी हुई, जिसके कारण वेगा-सी मिशन खत्म हो गया. रॉकेट को अटलांटिक सागर के ऊपर से छोड़ा गया था. इसने 100 किलोमीटर की ऊंचाई हासिल कर ली थी और तब यह कोउरू के उत्तर में 900 किलोमीटर दूर था. इसके बाद इससे संपर्क टूट गया और फ्लाइट सेफ्टी ऑफिसर ने इसे खत्म करने का आदेश दिया. कंपनी के मुताबिक रॉकेट का मलबा अटलांटिक सागर में गिरा है.
विशेषज्ञ इस नाकामी के मूल कारण का पता लगाने में जुटे हैं. कंपनी का कहना है कि रॉकेट मोटर के जेफीरो 40 ठोस ईंधन के साथ कुछ समस्या हुई है. गुरुवार सुबह से ही विशेषज्ञों की एक स्वतंत्र टीम ने इस घटना की छानबीन शुरू कर दी है.
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यूरोपीय अंतरिक्ष कार्यक्रम को झटका
रॉकेट में एयरबस के दो अर्थ ऑबर्जवेशन सेटेलाइट थे, जिन्हें पृथ्वी की कक्षा में पहुंचाया जाना था. वेगा-सी रॉकेट के दर्जन भर लॉन्च की योजना बनाई गई थी. हालांकि अब यह पक्के तौर पर नहीं कहा जा सकता कि वेगा सी को फिर से लॉन्च की मंजूरी मिलेगी या नहीं. वेगा-सी रॉकेट कार्यक्रम यूरोपीय अंतरिक्ष एजेंसी की निगरानी में चल रहा था और इस कार्यक्रम की मुख्य कांट्रैक्ट्रर इटली की आवियो है. आरियानेस्पेस लॉन्च का कारोबारी हिस्सा संभालता है.
आगे कहां कहां जाने की तैयारी में है यूरोपियन स्पेस एजेंसी
अगले एक दशक में यूरोपीय अंतरिक्ष एजेंसी (ईएसए) अंतरिक्ष में अपने काम को भी नए आयाम देने की तैयारी में है. अब ईएसए जलवायु परिवर्तन और 5जी नेटवर्क में सुधार के तरीके भी पता लगाना चाहती है.
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दूर से धरती पर नजर
यूरोपीय स्पेस एजेंसी अब तक के अपने सबसे बड़े बजट के साथ नए दशक में प्रवेश कर रही है. इस बार इसकी योजना अंतरिक्ष में और बड़ी खोजें करने की है. इसमें पृथ्वी पर होने वाली गतिविधियों को समझने के लिए अंतरिक्ष का उपयोग होगा और उन चीजों को समझने में मदद मिलेगी जिन्हें पृथ्वी से नहीं समझा जा सकता है जैसे कि प्राकृतिक आपदाओं का प्रभाव, जंगल में आग का विस्तार इत्यादि.
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5जी नेटवर्क का स्पेस कनेक्शन
5G नेटवर्क के साथ स्पेस का क्या लेना देना है? ईएसए की योजना ऐसा सैटेलाइट सिस्टम बनाने की है जिसका इस्तेमाल 5जी नेटवर्क के साथ किया जा सकेगा. यानि फाइबर जैसा नेटवर्क आकाश में स्थापित करने की योजना. ईएसए का कहना है कि यह वायरलेस संचार की नई पीढ़ी होगी, जिससे लोग हर समय, हर जगह जुड़े रहेंगे.
1957 में अंतरिक्ष यात्रा की शुरुआत के समय से अब तक अंतरिक्ष में मलबा काफी तेजी से बढ़ा है. ईएसए का दावा है कि वह के अंतरिक्ष मलबे को हटाने के लिए एक सक्रिय मिशन चलाएगा और इस समस्या को निपटाएगा. इस समय पृथ्वी की कक्षा में 10 सेमी (4 इंच) से बड़ी 34,000 से अधिक वस्तुएं हैं, जिन्हें किसी भी तरह वहां से हटाया जाना चाहिए.
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अंतरिक्ष में एक बेस तैयार करना
चंद्रमा की परिक्रमा करने वाला एक स्पेस स्टेशन, जिसे गेटवे कहा जाता है, 2020 के दशक में बनाया जाना है. वहां से न केवल चंद्रमा की अधिक बारीकी से जांच की जाएगी, बल्कि यह स्टेशन अधिक दूर तक अंतरिक्ष में उड़ानों के लिए एक बेस के रूप में भी काम करेगा. इस तरह के एक और खोजी अभियान जूस पर काम चल रहा है जो 2022 में बृहस्पति की यात्रा पर रवाना होगा.
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क्षुद्रग्रह से बचाने का प्रयास
पृथ्वी को क्षुद्रग्रह से बचाने के लिए क्या करना है, इसके लिए नासा और ईएसए एक मिशन की योजना बना रहे हैं. एक क्षुद्रग्रह डिडीमॉस पर खास नजर है, जिसके चांद का नाम है डिडीमून. सबसे पहले नासा अपने खोजी डार्ट को 6 किलोमीटर प्रति सेकेंड की रफ्तार से चांद पर ले जाएगा. ईएसए का एचईआरए मिशन इस टक्कर के प्रभाव की समीक्षा करेगा.
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नए कैरियर एयरक्राफ्ट और स्पेसक्राफ्ट
2020 के अंत तक एरियने 6 अंतरिक्ष में कार्गो लाने वाला नया यूरोपीय सिस्टम होगा. लॉन्च वाहन के साथ यूरोपीय संघ अंतरिक्ष के लिए अपनी स्वतंत्र पहुंच को सुरक्षित करना चाहता है. ईएसए स्पेस राइडर पर भी काम कर रहा है, जो एक स्वतंत्र और फिर से इस्तेमाल किया जाने वाला स्पेस लैब होगा जो एक मिशन पूरा होने के बाद पृथ्वी पर वापस आ जाएगा.
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मंगल ग्रह पर जाने की योजना
ईएसए अगले दशक में इतना आगे जाना चाहता है जितना पहले कभी नहीं गया. इसके सभी अंतरिक्ष यात्री दूसरी बार अंतरिक्ष में जाएंगे और मथियास माउरर जैसे यूरोपीय अंतरिक्ष यात्री पहली बार चांद पर उड़ान भरेंगे. वे नासा के साथ मंगल ग्रह पर भी जाएंगे और उनकी योजना पृथ्वी पर मंगल ग्रह के कुछ नमूने लाने की है. (रिपोर्ट: सोफिया वागनर, चार्ली शील्ड)
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वेगा-सी पहले के वेगा रॉकेट का नया संस्करण है. वेगा रॉकेट 2012 से ही हल्के उपग्रहों को अंतरिक्ष में ले जाते रहे हैं. नए रॉकेट को पुराने से किफायती माना जा रहा था क्योंकि यह ज्यादा वजन ले जाने में सक्षम है. यूरोपीय अंतरिक्ष एजेंसी के अधिकारियों को उम्मीद है कि अगले साल आरियाने-6 रॉकेट के लॉन्च के बाद यूरोपीय अंतरिक्ष यात्रा ज्यादा सुगम होगी. हालांकि इसका लॉन्च कई बार टाला गया है. अब इसके अगले साल होने की उम्मीद जताई जा रही है. आरियानेस्पेस के प्रमुख स्टेफाने इस्रायल का कहना है कि आरियाने-5 या आरियाने-6 मिशन पर वेगा सी की नाकामी का कोई असर नहीं होगा.