तमिलनाडु में एक किसान केंचुओं से कुदरती खाद बनाकर कायमाब उद्यमी बन गई हैं. उन्होंने के एक पारंपरिक तरीके को ना केवल फिर से प्रचलित किया, बल्कि स्थानीय महिला किसानों को प्रशिक्षण देकर एक ऐसी शृंखला बनाई, जिससे खेतों की सेहत भी सुधर रही है, पैदावार भी बढ़ी है और महिला किसानों को अतिरिक्त आमदनी का जरिया भी मिला है.