बिगड़ रही है जर्मनी के गावों की हालत
१ नवम्बर २०१७किसी भी नये देश में आ कर कुछ झटके तो लगते ही हैं. अगर आप भी काम के सिलसिले में जर्मनी आने की सोच रहे हैं, तो जानिये जर्मनी के ऑफिस कल्चर के बारे में ताकि जोर का झटका आपको धीरे से लगे.
ऐसे होते हैं जर्मनी के ऑफिस
किसी भी नये देश में आ कर कुछ झटके तो लगते ही हैं. अगर आप भी काम के सिलसिले में जर्मनी आने की सोच रहे हैं, तो जानिये जर्मनी के ऑफिस कल्चर के बारे में ताकि जोर का झटका आपको धीरे से लगे.
समय पर आयें
जर्मन लोग वक्त के पाबंद होते हैं और यह बात यहां के दफ्तरों में साफ देखने को मिलती है. ऑफिस में पांच मिनट देर से पहुंचने की जगह पांच मिनट पहले पहुंचना अच्छा माना जाता है. मीटिंग जितने बजे तय की जाती है, ठीक उसी वक्त शुरू होती है, ना एक मिनट पहले और ना एक मिनट बाद.
हैलो, बाय बाय!
लिफ्ट में घुसते वक्त "हालो" यानि हैलो बोलें और बाहर निकलते वक्त "च्यूस" यानि बाय. इससे कोई फर्क नहीं पड़ता कि आप सामने वाले व्यक्ति को जानते हैं या नहीं. जिनके दफ्तर ऊंची इमारतों में होते हैं उनके लिए यह थोड़ा उबाऊ हो सकता है.
कॉफी से दोस्ती
जर्मन लोग बीयर पीने के लिए जाने जाते हैं लेकिन ये इतनी ही कॉफी भी पीते हैं. दफ्तर के पहले दिन जब आपका सहकर्मियों से परिचय कराया जायेगा, तब साथ ही कॉफी मशीन से भी आपका परिचय होगा.
भाषा पर ध्यान दें
हिन्दी के "तुम" और "आप" की ही तरह जर्मन भाषा में भी "डू" और "जी" होता है. बॉस से हमेशा "जी" कह कर ही बात करें और बाकियों से भी तभी "डू" कहना शुरू करें, जब वे खुद आपसे ऐसा कहें.
दोस्त नहीं हैं सहकर्मी
जर्मन लोग प्रोफेशनल और प्राइवेट जिंदगी को अलग अलग रखना पसंद करते हैं. दफ्तर के लोग मिल कर कभी कभी एक साथ बीयर पीने चले जाते हैं लेकिन निजी जिंदगी में वे अपने सहकर्मियों से दूर ही रहते हैं.
कागजी काम का अंत नहीं
जर्मन दफ्तरों में हर काम के लिए एक फॉर्म होता है. भले ही छुट्टी लेनी हो या फिर नया पेन चाहिये हो, हर चीज के लिए फॉर्म है. यही वजह है कि यहां प्रति व्यक्ति कागज की खपत सालाना 250 किलो है.
छोटा लंच ब्रेक
जर्मन अपनी कार्यक्षमता के लिए जाने जाते हैं. काम के वक्त वे केवल काम करते हैं. आपको वे दफ्तर में गप लड़ाते कभी नहीं दिखेंगे. गप्पे लंच ब्रेक में होती हैं और यह भी आधे घंटे से लंबा नहीं होता.
केक तो जरूरी है
जर्मनी में रहना है, तो केक जरूर खाना है. नयी नौकरी शुरू करने पर लोग पहले दिन केक ले कर आते हैं. इस तरह उनकी नये लोगों से मुलाकात भी हो जाती है. नौकरी छोड़ते समय भी केक खिला कर ही पार्टी की जाती है. जन्मदिन पर भी लोग अपना केक खुद ही बना कर लाते हैं.
दफ्तर में शैम्पेन
खुशी का कोई अवसर हो तो दफ्तर में शैम्पेन की बोतल खोली जाती है. ऐसा किसी भी वक्त किया जा सकता है. कोई बड़ी मीटिंग सफल रही तो शैम्पेन पीना तो बनता है.
नॉक नॉक
बॉस अक्सर दरवाजा बंद कर के बैठते हैं. अगर आपने उनसे मिलने के लिए वक्त लिया हुआ है, तो आपको दरवाजा खुलने का इंतजार नहीं करना है और ना ही खटखटाने के बाद अनुमति का इंतजार करना है. बस नॉक करें और अंदर आ जाएं.
शुक्रवार को जल्दी छुट्टी
जर्मन लोगों का वीकेंड जल्दी शुरू हो जाता है. शुक्रवार को वे दो बजे ही घर निकल जाते हैं. लेकिन इसका मतलब यह नहीं है कि वे पार्टी करने निकल जाते हैं. वे दफ्तर से घर ही जाते हैं और हफ्ते भर की थकान उतारते हैं.