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वायरल वीडियो: भाई को जिताने के लिए हार गया

विवेक कुमार२० सितम्बर २०१६

ब्राउनली ने जो किया है, उसे देखकर आंखें भीग जाती हैं, दिल मोहब्बत से भर जाता है और रिश्तों पर आपका भरोसा अगर डगमगाया हुआ है तो जम जाता है. ब्राउनली ने अपना मेडल दांव पर लगाकर अपने भाई को जिताने में मदद की.

Rio Momente 18 08 2016 Olympische Spiele Triathlon Brownlee
तस्वीर: Reuters/T. Melville

ब्रिटेन के ऐलिस्टेयर ब्राउनली की इस हरकत ने उन्हें बाजीगर बना दिया है. बाजीगर इसलिए क्योंकि हार कर जीतने वाले को बाजीगर कहते हैं. ब्राउनली ने जो किया है, उसे देखकर आंखें नम हो जाती हैं और रिश्तों पर डगमगाया भरोसा वापस लौट आता है. ब्राउनली ने अपना मेडल दांव पर लगाकर अपने भाई को जिताने में मदद की. उनके भाई जॉनी भी उसी आईटीयू ट्राइथलन में प्रतिभागी थे. रविवार को मेक्सिको में हो रही इस रेस में फिनिशिंग लाइन से कुछ सौ मीटर पहले जॉनी का दम टूट गया और वह गिर गए. रियो ओलंपिक में सिल्वर मेडल जीतने वाले जॉनी तब जीत के करीब थे और उनका मेडल जीतना पक्का दिख रहा था. लेकिन गर्मी ने उनका दम तोड़ दिया और वह लड़खड़ा गए. तब पीछे से आए उनके भाई ऐलिस्टेयर चाहत तो आगे दौड़ना जारी रखकर गोल्ड जीत सकते थे. लेकिन ऐसा नहीं हुआ. ऐलिस्टेयर ने अपने भाई को सहारा दिया और उनके साथ दौड़े. देखिए, यह अद्भुत वीडियो.

ऐलिस्टेयर और जॉनी साथ दौड़े और दूसरे और तीसरे नंबर पर रहे. जॉनी ने सिल्वर जीता जबकि ऐलिस्टेयर तीसरे नंबर पर कांसा पा सके. 28 साल के ऐलिस्टेयर ने रियो में गोल्ड जीता था. 26 साल के जॉनी अगर मेक्सिको में गोल्ड जीत पाते तो यह उनका दूसरा वर्ल्ड टाइटल होता. लेकिन उनके लड़खड़ाने का फायदा दक्षिण अफ्रीका के हेनरी शूमन ने उठाया और वह जॉनी से आगे निकलकर गोल्ड मेडल हासिल कर गए. लेकिन पूरी दनिया की निगाह में इस रेस के असली विजेता तो तीसरे नंबर पर आए ऐलिस्टेयर ही रहे. रेस के बाद ऐलिस्टेयर ने कहा कि उनके भाई की जगह कोई और खिलाड़ी भी होता, तो भी वह ऐसा ही करते.

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