भैंस के आगे बीन बजाए, भैंस खड़ी खड़ी रंभाए. पता नहीं ऐसा होता है या नहीं क्योंकि भैंस के आगे बीन बजाने का वीडियो किसी ने यूट्यूब पर नहीं डाला है. और हो सकता है डाला भी हो तो वायरल नहीं हुआ है. लेकिन इस बात का सबूत मिल गया है कि गधे के आगे वायलिन बजाया जाए तो वह गाने लगता है. मतलब, हमें तो ढेंचू ढेंचू ही लगता है लेकिन अपने हिसाब से तो वह गा ही रहा होता है. यह वीडियो देखिए...
वीडियो में आप देख सकते हैं कि जैसे ही वायलिनवादक ने बजाना शुरू किया, गधा थोड़ा सा पीछे हटा और शुरू हो गया. संगीत की बात ही कुछ और है.
तस्वीरों में, इन गधों से भी मिलिए
केन्या के लामू द्वीप पर गधों के लिए खास जगह है. वे गाय बकरियों की तरह आम जनजीवन का अहम हिस्सा हैं.
तस्वीर: picture-alliance/dpaसामान्य तौर पर गधे अफ्रीका में दिखाई नहीं देते क्योंकि उन्हें शेरों, गैंडों और हाथियों की कड़ी टक्कर मिलती है. लेकिन केन्या के लामू द्वीप पर मामला कुछ अलग है.
तस्वीर: DWद्वीप की संकरी गलियों में कारों के लिए जगह नहीं, लेकिन गधे आसानी से जा सकते हैं. इसलिए बोझा तो उन पर लादा ही जाता है, बच्चे बूढ़े भी उन पर लद जाते हैं.
तस्वीर: DWयुवा लोग गधों को हांकने वाले की नौकरी कर सकते हैं. इससे काफी लाभ भी हैं. उन्हें बढ़िया पाला पोसा जाता है और गायों की तरह रखा जाता है.
तस्वीर: DWलामू द्वीप के सालाना समारोह में मुख्य है गधों की रेस. जीतने वाले को करीब आठ हजार रुपये का इनाम मिलता है. केन्या के लिए यह बड़ी रकम है.
तस्वीर: DWरेस से पहले मालिक गधों को हिंद महासागर में बढ़िया नहलाते हैं. सिर्फ गधों को ही बढ़िया से खिलाया पिलाया जाता है ताकि वे जीतें.
तस्वीर: DWअपने अधिकारों की लड़ाई के लिए गधों से बेहतर आवागमन का साधन क्या हो सकता है. जैसे यहां बंदरगाह बनाने के खिलाफ प्रदर्शन हो रहा है.
तस्वीर: Reutersस्थानीय लोग ही सिर्फ गधों के फैन नहीं हैं, बल्कि यहां आने वाले पर्यटकों को भी इसकी सवारी लेने का मौका मिलता है.
तस्वीर: DW/E. Pondaलामू अपने सुंदर तटों और ऐतिहासिक शहर के लिए मशहूर तो है ही, अपने गधों के लिए भी.
तस्वीर: picture-alliance/dpa