इस सील मछली की जान पर बन आई. लेकिन उसने समझदारी दिखाई और नाव पर चढ़कर जान बचा ली. इन्सान भी तो एकदम ऐसा ही करता है ना!
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इस सील मछली के पीछे एक खतरनाक विशाल कातिल व्हेल मछली पड़ी थी. दोनों के बीच रेस लगी थी. सील मछली अपनी जान बचाने के लिए भाग (तैर) रही थी. चारों तरफ पानी था, जान बचाने का कोई जरिया नहीं था. आखिर सामने एक नाव नजर आई. सील को सांस में सांस अभी आई नहीं थी. उसने स्पीड बढ़ाई. नाव पर खड़े लोगों को पता चल गया कि नन्ही सी सील उनकी ओर ही आ रही है. उन्होंने जगह बनाकर दी. सील ने फौरन कूदी मारी और नाव पर चढ़ गई. जान बची सो लाखों पाए. देखिए, वीडियो...
यह नाटकीय वीडियो कनाडा के ब्रिटिश कोलंबिया में कैंपबेल नदी का है. टूअर गाइड निक टेंपलमैन ने बताया कि वहां 30 व्हेल मछलियों का एक झुंड खेल रहा था. अचानक वे शिकार करने के मूड में आ गए. और तब इस सील मछली की जान पर बन आई. लेकिन उसने समझदारी दिखाई और नाव पर चढ़कर जान बचा ली. इन्सान भी तो एकदम ऐसा ही करता है ना!
इन तस्वीरों में देखिए, समुद्री दुनिया के 10 अजूबे
समुद्री दुनिया के 10 अजूबे
दुनिया में करीब मछलियों के करीब 30,000 प्रकारों की पहचान हो चुकी है - जिसमें से कुछ किस्में काफी असाधारण हैं. इलेक्ट्रिक ईल के अलावा मछलियों की दुनिया के कुछ और अजूबे सदस्यों से मिलिए.
तस्वीर: picture-alliance/dpa/MAXPPP
इलेक्ट्रिक ईल
इसका नाम भले ही इलेक्ट्रिक ईल हो लेकिन असल में यह मछली ईल नहीं बल्कि नाइफफिश नस्ल की है. अपने शिकार को यह 600 वोल्ट तक का बिजली का झटका दे सकती है. शोधकर्ताओं ने पाया है कि यह अपनी हाई वोल्टेज ऊर्जा का इस्तेमाल एक ट्रैकिंग डिवाइस के तौर पर भी करती है, बिल्कुल वैसे ही जैसे चमगादड़ का ईको-लोकेशन फॉर्मूला.
तस्वीर: imago/Olaf Wagner
बैंडेड आर्चरफिश
खारे पानी में रहने वाली यह मछली अपने शिकार पकड़ने के लिए एक अनोखा तरीका अपनाती है. बैंडेड आर्चरफिश पानी की सतह पर आकर वहां से हवा में कीड़ों पर निशाना साधती है. इसके लिए वह अपने मुंह से पानी की एक फुहार हवा में फेंकती है और कीड़े उसमें फंस कर नीचे आ जाते हैं. बड़ी मछली तो करीब 3 मीटर दूर स्थित कीड़ों को भी निशाना बना लेती है.
यह मछली खुद को बालू में धंसा लेती है और फिर किसी शिकार के अपने पास से गुजरने का इंतजार करती है. जैसे ही शिकार करीब से निकलता है वह उछल कर उसे अपना भोजन बना लेती है. इसकी आंखें और मुंह और मछलियों की तरह बगल में नहीं बल्कि सामने की ओर होते हैं. स्टार गेजर्स मछलियां जहरीली भी होती हैं.
तस्वीर: picture-alliance / OKAPIA KG
स्टोन फिश
जहरीली और छुपने में उस्ताद - स्टोन फिश में यह दोनों गुण हैं. ये लगती भी एक पत्थर जैसी है और इसके ऊपर शैवाल उग जाते हैं. इसको छूते ही इतने सख्त सूई जैसे कांटे चुभ जाते हैं जो कि जहर बुझे होते हैं. यह दुनिया की कुछ सबसे जहरीली मछलियों में से एक है जिससे इंसान की जान भी जा सकती है.
तस्वीर: gemeinfrei
पफर फिश
इस मछली का पेट इतना लचीला होता है कि डर लगने पर यह अपने पेट में खूब सारा पानी भर के अपना आकार काफी बड़ा कर लेती है. यह टेट्रोडोटॉक्सिन नाम का एक बेहद खतरनाक जहर पैदा करती है जिससे इंसान मर सकता है. जापान में यही पफर फिश बड़े चाव से खाई जाती हैं. जाहिर है कि इन्हें पका कर खाने योग्य बनाना भी एक कला है.
तस्वीर: picture alliance/Arco Images
एंग्लर फिश
यह मछली अपने शिकार को सिर के ऊपर उगे इलिसियन नाम की संरचना से आकर्षित करती है. इसे मछली का फिशिंग रॉड भी कहा जाता है. इस रॉड के सिरे जगमगाते हैं जिससे उत्सुकतावश शिकार इनकी ओर खिंचा चला आता है और एंग्लर फिश का भोजन बन जाता है. यह मछली पूरी दुनिया में पाई जाती है यहां तक कि गहरे सागरों में भी.
तस्वीर: Flickr/Stephen Childs
वाइपर फिश
यह बेहद खतरनाक दिखने वाली मछली गहरे सागरों में पाई जाती है. उच्च् दबाव, अंधेरे और बहुत कम भोजन पर जीवित रहने वाली यह मछली मुश्किल वातावरण के लिए खास तौर पर ढली होती है. अगर कोई शिकार वाइपर फिश के पास से गुजरता है तो इसके बड़े मुंह और तीखे दांतों से बचने की कम ही संभावना होती है.
तस्वीर: picture-alliance/dpa
सीहॉर्स या दरियाई घोड़ा
इतना सुंदर, परिकथा के किरदार सा दिखने वाला दरियाई घोड़ा दुनिया की उन कुछ जीव प्रजातियों में से है जो सीधे खड़े तैरते हैं. जाहिर है ऐसे उर्ध्वाकार तैरने से इनके शरीर पर खूब गतिरोध लगता है जिसके कारण ये बहुत तेज नहीं तैर पाते. सीहॉर्स की एक और विशेषता नर के पेट की वह थैली है जिसमें वह निषेचित अंडे लेकर घूमता है और बच्चे को जन्म भी देता है.
तस्वीर: picture-alliance/ dpa
मड स्किपर
इस मछली के बारे में कहा जाता है कि वह निर्णय नहीं कर पाती कि उसे पानी में रहना ज्यादा पसंद है या धरती पर. इसीलिए ये ऐसे समुद्री इलाके में रहती हैं जहां ज्वार के समय पानी हो और भाटा के समय सूखा. मेंढक जैसी एम्फीबियन प्रजाति की ही तरह यह भी अपनी त्वचा से सांस ले सकती हैं.
तस्वीर: picture-alliance/dpa/MAXPPP
हैमरहेड शार्क
इस हथौड़े जैसे सिर वाली शार्क से अजीब नजारा क्या होगा. रिसर्चर मानते हैं कि इसका चपटा, दोनों तरफ फैला हुआ सिर और उसके सिरों पर स्थित इसकी आंखें शार्क के दृश्य क्षेत्र को बढ़ा देती हैं. इससे वह ज्यादा बड़े क्षेत्र में देख पाता है और आसानी से शिकार भी कर पाता है.