रूसी चैनल आरटी के अरबी भाषा के प्रसारण से जुड़े कई वीडियो यूट्यूब पर मौजूद हैं. इनमें एंकर सीरिया की खबरें दे रहे होते हैं और पीछे से कभी कोई लड़ाकू विमान आता है तो कभी टैंक. और स्टूडियो में ही बम गिराए जाते हैं. स्पेशल इफेक्ट के जरिए होने वाले इस प्रसारण को देखने के लिए रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन से लेकर रूसी विदेश मंत्री सेरेगई लावरोव तक स्टूडियो में मौजूद रहे हैं.
सीरिया में 2011 से गृहयुद्ध चल रहा है, जिसमें अब तक लाखों लोग मारे जा चुके हैं और बहुत से बेघर हो गए हैं. रूस सीरिया में राष्ट्रपति बशर अल असद का साथ दे रहे हैं जबकि कई विद्रोही गुटों को पश्चिमी जगत का समर्थन प्राप्त है. आए दिन वहां से लड़ाई और मानवीय त्रासदी से जुड़ी खबरें अंतरराष्ट्रीय मीडिया की सुर्खी बनती हैं. लेकिन आरटी चैनल ने उन्हें पेश करने का अलग ही तरीका अपनाया है. हजारों लोगों ने इसे देखा है, आप भी देखिए.
ये तस्वीरें भी देखिए:
पुर्जों से बात करते पुर्जे, इंसानी दिमाग को समझती मशीनें और प्रकृति से सीख ले कर बनाई गई नायाब तकनीक. इंसानी बुद्धि लगातार कृत्रिम बुद्धि को पैना कर रही है. देखें तस्वीरों में अजीबोगरीब मशीनें.
तस्वीर: DW/Fabian Schmidtछोटी सी प्यारी सी दिखने वाली यह कार विंडराइश कंपनी की है और इसकी खासियत है कि यह हवा से बात तो करती ही है और चलती भी हवा से ही है.
तस्वीर: DW/M. Gopalakrishnanरोबोटिक मशीनें इंसान की मदद के लिए बनाई जाती है. इसका एक उदाहरण है ये हाथ, जो पैकिंग इंडस्ट्री में काम आ सकता है. इस मशीनी हाथ की मदद से ऐसी पैकिंग की जा सकती है जो आम इंसान शरीर की ताकत से नहीं कर सकता.
तस्वीर: DWभारी मशीनों का इस्तेमाल इंसानी काम को हल्का करने के लिए किया जा रहा है लेकिन अक्सर यही ऑटोमैटिक दुनिया इंसानों के रोजगार भी लेती है. मशीनों के इस दखल पर लंबे समय से बहस हो रही है.
तस्वीर: DW/A. Beckerजर्मनी के शोध संस्थान फ्राउनहोफर इंस्टीट्यूट की यह कार खास रेसिंग के लिए बनाई गई है और बिजली से चलती है.
तस्वीर: DW/M. Gopalakrishnanनई तकनीक से पुराने राज खोलने की कोशिश हो रही है मैनहाइम के राइस एंगेलहॉर्न म्यूजियम में. फ्राईबुर्ग यूनिवर्सिटी के साथ मिल कर यहां एक विशेष सॉफ्टवेयर के जरिए बर्फीले युग में मिले कंकालों को पूरा बनाया जा रहा है और उसके राज तलाश किए जा रहे हैं.
तस्वीर: dapdपुराने ट्रिंग ट्रिंग वाले टेलीफोन की सबको याद आती है. अविष्कारों में कहीं पीछे रहे गए इस फोन को फिर से जिंदा करने की कोशिश हो रही है वो स्मार्ट फोन के साथ कनेक्ट करके.
तस्वीर: freelandstudiosजर्मन कंपनी फेस्टो का यह बायोनिक ऑप्टर यानि उड़ने वाला रोबोट मक्खी जैसा दिखता है.
तस्वीर: FESTOप्रकृति से सीखे गए डिजाइन काफी अलग होते हैं, जैसे यह बायोनिक बाइक, इसे बनाने की प्रेरणा तेज दौड़ने वाले जानवरों से ली गई है.
तस्वीर: DW/Fabian Schmidtस्कैनमोशन की सॉफ्टवेयर से आपकी तस्वीर ली जाती है और प्रिंटर बनाती है आपकी मूर्ति. यानी 3डी प्रिंटर.
तस्वीर: DW/M. Gopalakrishnanबढ़ई और पाइप फिटिंग जैसे कामों के लिए इस्तेमाल होने वाले औजार आमतौर पर भारी होते हैं. लेकिन इस तस्वीर में दिखाया गया पकड़ का यह औजार ऐसा बनाया है कि यह हल्का हो पर ताकत लगाने पर टूटे नहीं.
तस्वीर: DW/Fabian Schmidt