ब्रिटिश अरबपति उद्योगपति रिचर्ड ब्रैन्सन ने रविवार को अपने वर्जिन गैलक्टिक रॉकेट विमान में अंतरिक्ष की सैर करके एक मील का पत्थर स्थापित किया जो निकट भविष्य में कई रास्ते खोल सकता है.
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रिचर्ड ब्रैन्सन अपनी कंपने के पांच अन्य कर्मचारियों के साथ रॉकेट में बैठकर न्यू मेक्सिको के ऊपर लगभग 80 किलोमीटर ऊंचाई तक अंतरिक्ष की सैर करके आए. लौटने के बाद उन्होंने अपने पोते-पोतियों को गले लगाया और इस तरह एक ऐसा अभियान पूरा हुआ, जिसकी शुरुआत 17 साल पहले हुई थी.
70 वर्षीय ब्रैन्सन ने अपनी इस यात्रा को अंतरिक्ष पर्यटन की दिशा में नए युग की शुरुआत बताया. उन्होंने कहा, "हम सभी के लिए अंतरिक्ष तक पहुंचना आसान बनाना चाहते हैं. नए अंतरिक्ष युग में आपका स्वागत है.” वर्जिन गैलेक्टिक अगले साल से अंतरिक्ष पर्यटन की व्यापारिक शुरुआत करने वाली है.
ब्रैन्सन के अभियान की सफलता पर उनके प्रतिद्वन्द्वी माने जाने वाले अमेरिकी अरबपति जेफ बेजोस ने भी बधाई दी. इंस्टाग्राम पर जेफ ने लिखा, "उड़ान पर बधाई. इस क्लब का हिस्सा बनने को मैं बेसब्र हूं.”
अमेजॉन के मालिक जेफ बेजोस भी अपनी कंपनी के रॉकेट में अंतरिक्ष की यात्रा करने का ऐलान कर चुके हैं और इसकी तैयारी में लगे हैं.
उत्सव जैसा माहौल
वर्जिन गैलक्टिक के रॉकेट के लॉन्च के मौके पर उत्सव जैसा माहौल था. अंतरिक्ष उद्योग से जुड़े लोग और भविष्य में अंतरिक्ष की यात्रा की इच्छा रखने वालों के अलावा बहुत से लोगों ने इस अभियान के जश्न में शिरकत की.
लॉन्च का इंटरनेट पर सीधा प्रसारण किया गया, जिसे कमिडियन स्टीफन कॉलबेर्ट ने प्रस्तुत किया. इस मौके पर अंतरिक्ष उद्योग का एक और बड़ा नाम कार निर्माता टेस्ला के संस्थापक इलॉन मस्क भी मौजूद थे. ग्रैमी-नामित गायक खालिद ने लॉन्च के बाद ‘न्यू नॉर्मल' गीत गाया.
तस्वीरों मेंः हबल दूरबीन की नजर से ब्रह्मांड
हबल दूरबीन की नजर से ब्रह्मांड की बेहतरीन तस्वीरें
तीस साल से नासा की हबल दूरबीन ब्रह्मांड के कोने कोने की अद्भुत तस्वीरें ले रही है. अब दूरबीन में कुछ खराबी आ गई है, लेकिन जरा देख कर बताइये कि उसके द्वारा ली गई इन बेहतरीन तस्वीरों में से आपने कितनी देखी हैं.
हबल अंतरिक्ष दूरबीन 13 जून 2021 से तस्वीरें वापस भेज नहीं पाई है. कंप्यूटर की मेमरी में आई एक खराबी की वजह से वो लगभग एक हफ्ते से ठप्प पड़ी है. बैकअप मेमरी का इस्तेमाल करने की कोशिशें अभी तक नाकामयाब रही हैं और दूरबीन को "सेफ मोड" में डाल दिया गया है. तीन दशकों से भी ज्यादा से हबल दूर स्थित सितारों और तारों के समूहों की दिलचस्प तस्वीरें भेज रही है.
तस्वीर: ESA
जहां बनते हैं सितारे
ये हबल की बेहतरीन तस्वीरों में से एक है. इसमें विशालकाय नेब्युला एनजीसी 2014 और उसकी पड़ोसी नेब्युला एनजीसी 2020 को देखा जा सकता है, जो पृथ्वी की आकाशगंगा से दूर एक ऐसे बड़े इलाके का हिस्सा हैं जहां सितारे बनते हैं. ये इलाका आकाशगंगा से लगभग 1,63,000 प्रकाश वर्ष दूर है.
तस्वीर: NASA/ESA/TScI
'स्टार वॉर्स' से भी बेहतर
2015 में जैसे ही सिनेमाघरों में 'स्टार वॉर्स' की नई फिल्म लगी, हबल ने एक अंतरिक्षीय लाइटसेबर की यह तस्वीर ली. ये पृथ्वी से करीब 1,300 प्रकाश वर्ष दूर है. यह एक स्टार सिस्टम के जन्म की तस्वीर है, जिसमें एक नवजात सितारे से निकली दो अंतरिक्षीय किरणें और तारों के बीच की थोड़ी धूल है.
तस्वीर: NASA/ESA/Hubble
आकाश पर नजर
1990 से हबल दूरबीन 550 किलोमीटर की ऊंचाई पर 27,000 किलोमीटर प्रति घंटे से भी ज्यादा तेज रफ्तार से पृथ्वी की परिक्रमा कर रही है. हबल 11 मीटर लंबी है और 11 टन वजनी है, मतलब ये लगभग एक स्कूल बस के आकार की है.
तस्वीर: NASA, ESA, STScI, Zili Shen (Yale), Pieter van Dokkum (Yale), Shany Danieli (IAS)
दूरबीन को लगा चश्मा
हबल की सबसे पहली तस्वीरें बेहद बेकार थीं, क्योंकि उसके मुख्य शीशे को लगाने में कुछ गड़बड़ी हो गई थी. 1993 में स्पेस शटल एंडेवर विशेषज्ञों को हबल पर ले गई और उन्होंने दूरबीन को एक तरह के खास चश्मे लगाए. बीते सालों में हबल को पांच अपडेट दिए गए हैं, जिनमें से आखिरी 2009 में दिया गया था.
तस्वीर: picture-alliance/dpa/Nasa
अंतरिक्ष में किंडरगार्टन
हबल ने ये असाधारण तस्वीर दिसंबर 2009 में ली थी. नीले बिंदु युवा सितारे हैं, यानी जिनकी उम्र बस कुछ लाख साल है. सितारों का यह किंडरगार्टन आकाशगंगा के पास ही स्थित लार्ज मैगेलैनिक क्लाउड नाम की दूसरी आकाशगंगा में है.
तस्वीर: picture-alliance/dpa/Nasa
क्या वो एक तितली है?
हबल की इस तस्वीर में जो दिख रहा है वो क्या है ये कोई नहीं जानता. ये इस दूरबीन द्वारा ली गई 30,000 तस्वीरों में से एक है.
तस्वीर: NASA/ESA/ Hubble Heritage Team
हबल के जनक
हबल दूरबीन का नाम अमेरिकी खगोलशास्त्री एडविन पोवेल हबल के नाम पर रखा गया था. ब्रह्मांड का लगातार विस्तार हो रहा है, हबल ये पता लगाने वाले पहले व्यक्ति थे.
तस्वीर: picture-alliance/dpa
हबल की उत्तराधिकारी
हबल की कक्षा या ऑर्बिट लगातार छोटी हो रही है और ऐसी संभावना है कि दूरबीन 2024 में पृथ्वी की वायुमंडल में वापस आ कर जल जाए. लेकिन इसकी उत्तराधिकारी पहले से ही तैयार है. इसका नाम है जेम्स वेब्ब और इसे 2021 में ही लॉन्च किया जाना है. इसे पृथ्वी से करीब 15 लाख किलोमीटर दूर तैनात किया जाएगा. - जूडिथ हार्टल
तस्वीर: picture-alliance/dpa/Nasa/Chris Gunn
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वर्जिन गैलक्टिक के दमकते हुए सफेद अंतरिक्ष यान पर वीएमए ईव लिखा था. ईव ब्रैन्सन की स्वर्गवासी मां का नाम है. यान ने ‘ट्रूथ ऑफ कॉन्सीक्वेन्सीज' नामक शहर के पास स्थित स्पेसपोर्ट अमेरिका से उड़ान भरी. स्पेसपोर्ट अमेरिका एक सरकारी हवाई अड्डा है जिसका बड़े हिस्से को वर्जिन ने किराये पर ले रखा है.
करीब 46 हजार फुट की ऊंचाई पर पहुंच कर वीएसएस यूनिटी यात्री विमान के चालकों ने अपने रॉकेट को चालू किया तो वह अपनी ‘मदरशिप' यानी मुख्य रॉकेट से अलग हो गया और सुपरसोनिक रफ्तार से अंतरिक्ष में लगभग 86 किलोमीटर ऊंचाई तक गया.
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कैसा था अनुभव?
अपनी सर्वोच्च ऊंचाई पर पुहंच कर रॉकेट का इंजन बंद कर दिया गया और विमान में मौजूद लोगों ने माइक्रोग्रैविटी की स्थिति का आनंद लिया. कुछ ही मिनटों बाद विमान का इंजन दोबारा चालू किया गया और इसकी वापसी की यात्रा शुरू हुई. कुल मिलाकर करीब एक घंटे बाद विमान स्पेसपोर्ट के रनवे पर उतर गया.
अंतरिक्ष से ही एक वीडियो के जरिए ब्रैन्सन ने कहा, "कभी मैं ऐसा बच्चा था जो सितारों की ओर देखकर सपने देखता था. आज मैं एक वयस्क हूं जो अंतरिक्षयान से सुंदर पृथ्वी को निहार रहा है.”
लौटने के बाद स्पेसपोर्ट के अहाते में बनाए गए एक मंच पर ब्रैन्सन ने अपने सहयात्रियों संग शैंपेन के साथ जश्न मनाया.
देखिएः लेंस में उतरीं ब्रह्मांड की खूबसूरत तस्वीरें
लेंस में उतरी ब्रह्मांड की खूबसूरत तस्वीरें
गैलेक्सी, ग्रह, उल्का पिंड, क्षुद्र ग्रह, धूल और गैसें, ये सब ब्रह्मांड का हिस्सा हैं. कभी कभार लोगों को इतनी सुंदर और दिलचस्प तस्वीरें मिल जाती हैं. एक नजर इन उम्दा तस्वीरों पर.
तस्वीर: Yonhap/picture alliance
नामीबिया के ऊपर छाई नमी
अफ्रीकी देश नामीबिया में रात को आसमान का नजारा गजब का होता है. यह तस्वीर मारियो कोगो ने ली है. इसमें दिन भर की गर्मी के बाद उठी नमी और उसके पीछे तारे दिखते हैं. पहली नजर में लगता है कि जैसे ये किसी सुपरनोवा विस्फोट की तस्वीर हो.
तस्वीर: Royal Museum Greenwich/Mario Cogo
एक और गैलेक्सी
यह तस्वीर गैलेक्सी "एनजीसी 3521" की है. यह हमारे सौरमंडल से 2.6 करोड़ प्रकाश वर्ष दूर है. इस तस्वीर को लेने के लिए कैमरे के शटर को 20 घंटे पर सेट किया गया.
तस्वीर: Royal Museum Greenwich/Steven Mohr
धुंधली रोशनी
कुहासे के बीच नीचे से आती शहरों की रोशनी और ऊपर से सांझ की लालिमा. ये तस्वीर हंगरी के फोटोग्राफर फेरेंक सिमार ने सर्दियों के दौरान ली.
तस्वीर: Royal Museum Greenwich/Ferenc Szémár
आकाश में लहरदार रोशनी
ये नजारा उत्तरी ध्रुव के पास बसे फिनलैंड का है. फ्रांसीसी फोटोग्राफर निकोला लेवेदो की तस्वीर में कई तरह की जादुई रोशनी दिखती है. हरे रंग का प्रकाश असल में नॉर्दर्न लाइट है. सर्दियों में ध्रुवीय इलाकों में यह रंग बिरंगा प्रकाश अक्सर दिखाई पड़ता है.
तस्वीर: Royal Museum Greenwich/Nicolas Lefaudeux
उल्का पात का नजारा
इस तस्वीर को फोटोग्राफर फाबियान डालबियास ने ली है. डोलोमाइट के पहाड़ों के पास यूं ही तस्वीरें खींच रहे फाबियान के कैमरे में उल्का पात कैद हो गया.
तस्वीर: Royal Museum Greenwich/Fabian Dalpiaz
अंजान सी लगती पृथ्वी
ये मंगल ग्रह नहीं बल्कि धरती का ही नजारा है. अमेरिका के उटा राज्य का मोहवे रेगिस्तान चांदनी रात में कुछ ऐसा ही दिखता है. यह तस्वीर अमेरिका के ब्रैड गोल्डबेंट ने ली है. तस्वीर में एंड्रोमेडा आकाशगंगा भी दिख रही है. एक प्रतियोगिता में इस तस्वीर को पहला स्थान और 10 हजार पाउंड का पुरस्कार भी मिला.
तस्वीर: Royal Museum Greenwich/Brad Goldpaint
चांद नहीं, शुक्र है
पृथ्वी पर तो सूर्योदय और संध्या आपने कई बार देखी होगी, लेकिन शुक्र ग्रह पर शाम कुछ ऐसी नजर आती है. खास वीडियो कैमरे और विशेष जूम तकनीक की मदद से यह फ्रेम हासिल किया गया.
तस्वीर: Royal Museum Greenwich/Martin Lewis
ये हैं ब्रह्मांड में छुपे रंग
अन्य ग्रहों की तस्वीरें आम तौर या तो काली या लाल दिखती हैं या फिर दूधिया सी. लेकिन एक खास तकनीक का इस्तेमाल कर जब चांद की तस्वीरों को प्रोसेस किया गया तो उसकी सतह के कुछ ऐसे रंग दिखाई पड़े.
तस्वीर: Royal Museum Greenwich/Jordi Delpeix Borrell
छल्ला बना सूर्य
यह तस्वीर सूर्य ग्रहण के दौरान निकोला लेवुडो ने ली. इस तस्वीर में सूर्य से दूर दाहिनी तरफ लाल रंग का बिंदु असल में मंगल ग्रह है.
तस्वीर: Royal Museum Greenwich/Nicolas Lefaudeux
हमारी आकाशगंगा मिल्की वे
पृथ्वी जिस आकाशगंगा का हिस्सा है, उसे मिल्की वे कहते हैं. मिल्की वे की यह तस्वीर तियांग हॉन्ग ली ने कैप्चर की. अनुमान के मुताबिक इसमें 100 से 300 अरब तारे हैं. (रिपोर्ट: सबरीना फाल्कर/ओएसजे)
तस्वीर: Royal Museum Greenwich/Tianhong Li
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वर्जिन गैलक्टिक ने कहा है कि 2022 में कमर्शल यात्राएं शुरू करने से पहले आने वाले कुछ महीनों के भीतर कम से कम दो और परीक्षण उड़ानें होंगी. कंपनी के सीईओ माइकल कोलग्लेजियर के मुताबिक उनमें से एक उड़ान में इटली के चार अंतरिक्ष यात्री सवार होंगे, जिनकी ट्रेनिंग चल रही है.
पर्यटक भी तैयार
कोलग्लेजियर ने कहा कि अंतरिक्ष की सैर के लिए 600 धनी लोगों ने टिकटें बुक कर ली हैं. एक टिकट की कीमत लगभग ढाई लाख डॉलर यानी एक करोड़ 40 लाख रुपये है. हालांकि ब्रैन्सन ने कहा है कि कंपनी की सेवाएं बढ़ने के साथ साथ टिकट की कीमत 40 हजार डॉलर यानी करीब 22 लाख रुपये तक कम हो सकती है.
कोलग्लेजियर का कहना है कि वह रॉकेट विमानों का इतना बड़ा बेड़ा बनाना चाहते हैं कि एक साल में 400 उड़ानें अंतरिक्ष में आ जा सकें. स्विट्जरलैंड के एक बैंक यूबीएस का अनुमान है कि 2030 तक अंतरिक्ष पर्यटन का बाजार तीन अरब डॉलर यानी दो खरब से भी ज्यादा रुपयों का हो जाएगा.
इसके रास्ते में सबसे बड़ी बाधा सुरक्षा है. 2014 में वर्जिन गैलक्टिक का एक विमान उड़ान के बाद दुर्घटनाग्रस्त हो गया था. उस हादसे में विमान का एक पायलट मारा गया था जबकि एक अन्य गंभीर रूप से घायल हो गया था.
आलोचना भी हुई
ब्रैन्सन की उड़ान का जेफ बेजोस ने भले ही स्वागत किया लेकिन उनकी कंपनी ब्लू ऑरिजन ने वर्जिन गैलक्टिक की अंतरिक्ष यात्रा की यह कहते हुए आलोचना की कि इसने अंतरिक्ष का असली अनुभव नहीं दिया. ब्लू ऑरिजन ने कहा कि उसका विमान न्यू शेपर्ड, जिसमें जेफ बेजोस यात्रा करने वाले हैं, कैरमैन लाइन के पार जाएगा.
सैलानियों को अंतरिक्ष ले जाने वाला जहाज कैसा है
रिचर्ड ब्रैंसन की वर्जिन गैलेक्टिक ने दुनिया को उस अंतरिक्ष यान की तस्वीर दिखाई है जो लोगों को अंतरिक्ष में ले जाएगी. सैकड़ों लोग कई सालों से स्पेसशिप टू में सीट पाने का इंतजार कर रहे हैं.
तस्वीर: picture-alliance/AP Photo/Virgin Galactic
अंतरिक्षयान का मजा
रिचर्ड ब्रैनसन की कंपनी ने बीते मंगलवार दुनिया के लोगों को उस यान का वर्चुअल टूर कराया जो अमीर लोगों को अंतरिक्ष की सैर कराने ले जाएगी. कंपनी का कहना है कि 600 लोग पहले ही इसके लिए पैसा जमा करा चुके हैं. हर यात्री ने ढाई लाख अमेरिकी डॉलर की रकम जमा कराई है. इस यात्रा में उन्हें धरती के गुरुत्वीय क्षेत्र के बाहर जाकर भारहीनता का अनुभव मिलेगा.
तस्वीर: picture-alliance/AP Photo/R. Drew
अंतरिक्ष मैं तैरना
वर्जिन गैलेक्टिक ने यान में मौजूद सुविधाओं के बारे में विस्तार से यात्रियों को जानकारी दी है. इसमें विमान के साथ उस रॉकेट का हिस्सा भी शामिल है. इसे स्पेसशिप टू नाम दिया गया है. हर उड़ान में छह यात्री होंगे जो स्पेससूट पहने रहेंगे. इस सूट को अंडरआर्मर ने डिजाइन किया है. एक बार जब यान अंतरिक्ष के निचले सिरे में पहुंच जाएगा तब यात्रियों को अपनी सीट छोड़ कर केबिन में इधर उधर घूमने का मौका मिलेगा.
तस्वीर: picture-alliance/AP Photo/Virgin Galactic
खास तरह की सीटें
सारी सीटों को इस तरह डिजाइन किया गया है कि वहां से एक इंसान के गुरुत्वीय बल का प्रबंधन करने के साथ ही फ्लोट जोन का आयतन भी तय किया जा सके. कंपनी ने हर सीट के पिछले हिस्से में स्क्रीन लगाई गई है जो यात्री से जुड़ी होगी और उड़ान के दौरान उसकी सारी गतिविधियों का ब्यौरा बताएगी.
तस्वीर: picture-alliance/AP Photo/Virgin Galactic
साफ साफ दिखेगा बाहर का नजारा
सीटों के आसपास 12 खिड़कियां हैं. इनके जरिए उड़ान के दौरान पृथ्वी के आसपास का साफ नजारा देखा जा सकता है. इसके साथ ही कंपनी ने मूड लाइटिंग का इंतजाम किया है ताकि यात्री उड़ान के हर पहलू से गुजर सकें.
तस्वीर: picture-alliance/AP Photo/Virgin Galactic
थोड़ा जहाज थोड़ा रॉकेट
स्पेसशिप 2 एक खास जेट विमान के नीचे लटका होगा और ऊंचाई पर पहुंचने के बाद इसे मुक्त कर दिया जाएगा. कुछ देर तक मुक्त रूप से गिरने के बाद पायलट रॉकेट का इंजन चालू करेंगे तो विमान ध्वनि की रफ्तार से सीधा नीचे की ओर चलना शुरू करेगा. रॉकेट इसके बाद बंद हो जाएगा लेकिन आवेग विमान को अंतरिक्ष के निचले हिस्से में ले जाएगा. इस दौरान यह उलटा होगा और विमान की खिड़कियों से नीचे के हिस्से का नजारा दिखेगा.
तस्वीर: picture-alliance/AP Photo/Virgin Galactic
जीवन भर का अनुभव
वर्जिन गैलैक्टिक ने उन 16 कैमरों को बहुत महत्व दिया है जो यात्री के पूरे सफर का ब्यौरा रखेंगी. इसके साथ ही पीछे के केबिन में एक बड़ा सा आईना है जो यात्रियों को उड़ान के दौरान खुद की छवि देखने में मदद करेगा.
तस्वीर: picture-alliance/AP Photo/Virgin Galactic
बेहद महंगा सफर
कंपनी ने स्पेसशिप 2 को कैलिफोर्निया के मोजावे में तैयार किया है लेकिन सारी कारोबारी गतिविधियां न्यू मेक्सिको के स्पेसपोर्ट से चलाई जाएंगी. सफर से पहले यात्री कई दिनों की ट्रेनिंग करेंगे. इस जहाज में जगह पाना आसान नहीं है, हालांकि यात्रा को किफायती बनाना कंपनी के लंबे समय के लक्ष्यों में शामिल है.
कैरमन लाइन 100 किलोमीटर की ऊंचाई पर एक काल्पनिक सीमा है जिसे एक अंतरराष्ट्रीय संस्था ने धरती के वातावरण और अंतरिक्ष के बीच सीमा करार दिया है. ब्लू ऑरिजन ने एक ट्वीट में कहा, "न्यू शेपर्ड को कैरमैन के पार जाने के लिए डिजाइन किया गया है ताकि हमारे किसी अंतरिक्ष यात्री के नाम के आगे सितारा नहीं लगा होगा.”
हालांकि अमेरिकी अंतरिक्ष एजेंसी नासा और अमेरिकी वायु सेना दोनों ही 80 किलोमीटर की ऊंचाई तक जाने वाले किसी भी यांत्री को अंतरिक्ष यात्री मानते हैं.
अंतरिक्ष पर्यटन की दौड़ में तीसरी कंपनी ईलॉन मस्क की स्पेसएक्स है, जो सितंबर में एक नागरिक दल को ऑरबिट में भेजने की योजना बना रही है. स्पेसएक्स नासा के लिए कई बार सामान और यात्रियों को अंतरिक्ष में पहुंचा चुकी है.