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समाजसंयुक्त राज्य अमेरिका

असली जैसे दिखने वाले वॉर वीडियो गेम फैला रहे फर्जी सूचना

३ जनवरी २०२३

हाल के दिनों में युद्ध के दृश्यों और वैसी स्थितियों वाले वीडियो गेम ने झूठी खबरों के प्रसार में अहम भूमिका निभाई है. ये खेल असली दृश्यों की तरह लगते हैं, लेकिन ऐसा नहीं है.

वीडियो गेम की तस्वीर
वीडियो गेम की तस्वीरतस्वीर: Sledgehammer Games

जलती हुईं सड़कों पर मार्च करते हुए सैनिक, लड़ाकू विमानों को मार गिराने वाली मिसाइलें, टैंकों को निशाना बनाने वाले ड्रोन. ये सभी नाटकीय दृश्य वास्तविक युद्ध जैसे लगते हैं. लेकिन ये वीडियो गेम्स के क्लिप्स हैं जो युद्ध को दर्शाते हैं. इस तरह के वीडियो गेम झूठी खबरें फैलाने का अब कारण बन रहे हैं.

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अरमा 3 में असली जैसा युद्ध

युद्ध थीम वाला वीडियो गेम अरमा 3 (Arma 3) आमतौर पर असली जैसा आभास देने के लिए अपनी स्क्रीन पर 'ब्रेकिंग न्यूज' या 'लाइव' बग लगाता है. गेम से ली हुईं क्लिप कभी-कभी सोशल मीडिया पर युद्ध से जुड़ी खबरों के साथ इस्तेमाल की जाती हैं. यूक्रेन पर रूसी हमले के बाद हाल के महीनों में ऐसी कई क्लिप सोशल मीडिया पर वायरल हुई हैं.

ये खेल इतने यथार्थवादी हैं कि कई बार विभिन्न प्रसारण संगठनों ने भी इन्हें खबरों के रूप में प्रसारित किया है. शोधकर्ताओं के मुताबिक इसका इस्तेमाल इन खेलों के जरिए गलत सूचना फैलाने के संभावित जोखिमों का आकलन करने के लिए किया जा सकता है.

न्यूजरूम भी पहचान नहीं पाए वीडियो गेम

ब्राउन यूनिवर्सिटी में इन्फॉर्मेशन फ्यूचर्स लैब के सह-निदेशक क्लेयर वॉर्डल के मुताबिक, "इन मामलों की आवृत्ति से पता चलता है कि लोगों को कितनी आसानी से मूर्ख बनाया जा सकता है."

उन्होंने आगे कहा, "वीडियो गेम के दृश्य असलियत के करीब आ रहे हैं और वे एक नजर में वास्तविक लगते हैं. लोगों को पता होना चाहिए कि मेटा डेटा समीक्षा समेत ऐसी तस्वीरों की प्रामाणिकता को कहां सत्यापित करना है, ताकि ऐसी तस्वीरों का प्रसार, खासतौर से न्यूजरूम में गलत इस्तेमाल न हो."

अरमा 3 वीडियो गेम को चेक रिपब्लिक के डेवलपर्स ने बनाया है. इस गेम में दावा किया जाता है कि यह खिलाड़ियों को युद्ध के मैदान बनाने और सैन्य उपकरणों का इस्तेमाल कर असली स्थितियों का अनुभव देने की अनुमति देता है.

खिलाड़ी आमतौर पर यूट्यूब और अन्य सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर गेम के घंटों की फुटेज साझा करते हैं, लेकिन शोधकर्ताओं का कहना है कि इस तरह की फुटेज की आसान उपलब्धता दुरुपयोग का दरवाजा खोलती है.

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हाल ही में "यूक्रेन पलटवार" कैप्शन के साथ अरमा 3 के एक वीडियो की एक क्लिप सोशल मीडिया पर साझा की गई थी. इस क्लिप में मिसाइल हमले से तबाह हो रहे टैंकों को दिखाया जा रहा था. एक यूजर ने इसे असली मानते हुए कमेंट में लिखा, "नाटो बलों को यूक्रेन से प्रशिक्षण लेना चाहिए कि कैसे लड़ना है."

इस वीडियो गेम के निर्माता बोहेमिया इंटरएक्टिव के एक प्रतिनिधि ने एक बयान में कहा, "हालांकि यह तारीफ के काबिल है कि अरमा 3 आधुनिक युद्ध संघर्षों को इतने असली तरीके से सिमुलेट करता है, लेकिन हम निश्चित रूप से खुश नहीं हैं कि इसे असली जीवन के युद्ध की फुटेज के तौर पर लिया जाता है और इसका इस्तेमाल युद्ध के झूठे प्रचार के रूप में किया जा सकता है. "

बयान में आगे कहा गया, "हम इन वीडियो के बारे में प्लेटफॉर्म प्रोवाइडर्स सचेत कर ऐसी सामग्री के खिलाफ लड़ने की कोशिश कर रहे हैं, लेकिन यह बहुत अप्रभावी है. हर वीडियो को हटा दिए जाने के साथ हर दिन दस और ऐसे वीडियो अपलोड किए जाते हैं."

हाल के सालों में अरमा 3 के वीडियो का इस्तेमाल सीरिया, अफगानिस्तान और फलीस्तीन समेत अन्य संघर्षों के झूठे चित्रण में किया गया है, हालांकि ऐसी क्लिप्स को दुनिया भर के फैक्ट चेकर्स ने खारिज कर दिया.

एए/वीके (एएफपी)

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