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हैंगओवर क्यों होता है और क्या वाकई इसका कोई इलाज है?

फ्रेड श्वालर
५ जनवरी २०२४

शराब पीने के बाद सुबह उठने पर अगर सिर में दर्द महसूस हो, जी मिचलाए, शरीर थका-थका सा लगे, तो ये हैंगओवर के लक्षण हैं. आखिर हैंगओवर का विज्ञान क्या है? और क्या इसका कोई इलाज है?

सांकेतिक तस्वीर
लोग हैंगओवर के कई इलाज बताते हैं, लेकिन असलियत में बहुत कम चीजें ही हैंगओवर से थोड़ा आराम दिलाती हैं. तस्वीर: Jochen Tack/imago images

स्कूल में जीवविज्ञान के शिक्षक ने हमसे कहा, "आप बीयर नहीं खरीदते हैं, आप इसे किराए पर लेते हैं. किराए पर लेने की जो अतिरिक्त लागत आती है, उसे हैंगओवर कहते हैं.”

लेकिन सवाल यह है कि शराब हमारे शरीर और मस्तिष्क को कैसे प्रभावित करती है और हम हैंगओवर के बारे में कितना जानते हैं? वैज्ञानिक अभी भी इस बारे में शोध कर रहे हैं कि इस दौरान क्या होता है और क्यों होता है. जिसने भी शराब पी है, वह जानता है कि हैंगओवर से कितनी परेशानी हो सकती है.

अभी-अभी छुट्टियों का मौसम बीता है. इस दौरान हम में से कई लोगों ने जश्न मनाया होगा. किसी ने एक ड्रिंक ली होगी, तो किसी ने तीन. क्या ऐसा संभव है कि शराब पीने के बाद किसी तरह की परेशानी न हुई हो?

हैंगओवर की वजह

जब अल्कोहल हमारे लीवर तक पहुंचता है, तो अल्कोहल डिहाइड्रोजनेज (एडीएच) नाम का एक खास एंजाइम अल्कोहल को तोड़ना शुरू कर देता है. जैसे ही इथेनॉल टूटता है, वह एसीटैल्डिहाइड बनाता है, जो एक जहरीला रसायन है. यह हमारे शरीर को नुकसान पहुंचाए, उससे पहले शरीर इसे साफ करने या बाहर निकालने की प्रक्रिया शुरू कर देता है.

अध्ययनों से पता चला है कि हैंगओवर के लक्षण उस समय चरम पर होते हैं, जब सारी शराब एसीटैल्डिहाइड में बदल जाती है. यह तब होता है, जब खून में अल्कोहल की मात्रा शून्य पर पहुंचने वाली होती है. हालांकि, सिर्फ अल्कोहल की वजह से ही हैंगओवर नहीं होता, बल्कि अल्कोहल वाले ड्रिंक में कॉनजेनर और सल्फाइट्स जैसे अन्य तत्व भी होते हैं. ये भी हैंगओवर में भूमिका निभाते हैं. ये तत्व विशेष रूप से रेड वाइन और विस्की जैसे ड्रिंक में होते हैं.

हैंगओवर के लक्षण और उनके कारण

शराब शरीर के कई हिस्सों को प्रभावित करती है, जिनसे हैंगओवर के लक्षणों का पता चलता है. एक लक्षण है डिहाइड्रेशन, यानी शरीर में पानी की कमी होना. इसका मतलब है कि शराब पीने के बाद व्यक्ति बार-बार पेशाब करता है. शराब वैसोप्रेसिन हार्मोन को रिलीज होने से रोकती है. यह ऐसा हार्मोन है, जो किडनी को तरल पदार्थ बनाए रखने के लिए संकेत देता है. शराब पीने के बाद यह हार्मोन रिलीज न होने की वजह से किडनी में तरल पदार्थ की कमी हो जाती है और डिहाइड्रेशन होता है. इससे सिरदर्द और थकान महसूस होती है.

सिरदर्द: यह हैंगओवर का एक प्रमुख लक्षण है. जब शरीर में पानी की कमी हो जाती है, तो मस्तिष्क थोड़ा सिकुड़ जाता है और सिरदर्द होता है. यह सिकुड़न मस्तिष्क को खोपड़ी से दूर खींचती है, मस्तिष्क के बाहर की नसों को खींचती है, जिससे दर्द होता है. इसके अलावा शराब एक वैसोडिलेटर है. इसका मतलब है कि यह उन लोगों में माइग्रेन को बढ़ा सकता है, जो इससे प्रभावित हैं.

मतली: शराब पेट की परत को परेशान करती है और पेट में ज्यादा एसिड बनाती है. इससे जी मिचलाता है और पेट खराब हो जाता है.

थकान: देर रात तक शराब पीने से नींद पूरी नहीं होती, जिससे आप अगले दिन थकान और चिड़चिड़ापन महसूस करते हैं. दूसरा तथ्य यह है कि शराब पीने से शरीर में थोड़ी सूजन आ जाती है. यह शरीर से हानिकारक रसायनों को बाहर निकालने के लिए सामान्य प्रतिरक्षा प्रतिक्रिया की वजह से होता है. शराब के बचे हुए तत्वों को बाहर निकालने के लिए आपका शरीर लड़ रहा होता है. इस वजह से भी आपको बीमार होने जैसा महसूस होता है.

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आनुवंशिक वजहों से हो सकता है ज्यादा हैंगओवर

यह स्पष्ट है कि ज्यादा शराब पीने से काफी ज्यादा हैंगओवर होता है. हालांकि इसके पीछे अन्य वजहें भी हो सकती हैं. अलग-अलग लोगों में हैंगओवर की स्थिति अलग होती है. कम शराब पीने पर भी कुछ लोगों को काफी ज्यादा हैंगओवर होता है. इसकी एक वजह आपका जीन भी हो सकता है. अध्ययनों से पता चला है कि आनुवंशिक भिन्नता के कारण लोगों पर अल्कोहल का अलग-अलग असर होता है.

दरअसल, इथेनॉल को तोड़ने में दो एंजाइम मुख्य भूमिका निभाते हैं: अल्कोहल डिहाइड्रोजनेज और एल्डिहाइड डिहाइड्रोजनेज. वास्तव में हैंगओवर की लगभग 45 फीसदी गंभीरता इन एंजाइमों को एन्कोड करने वाले जीन में विरासत में मिली विविधताओं के कारण होती है. शराब और हैंगओवर के प्रति संवेदनशीलता पैदा करने वाली आनुवंशिक विविधताएं विशेष रूप से एशियाई मूल के लोगों में आम हैं.

वहीं दूसरी ओर, शराब पीने वाले 10 से 20 फीसदी लोगों का कहना है कि काफी ज्यादा शराब पीने के बावजूद उन्हें हैंगओवर नहीं होता. इसका मतलब है कि वे या तो स्वस्थ होने का दिखावा करते हैं या उनका लीवर अल्कोहल को तोड़ने में ज्यादा असरदार है.

हैंगओवर का कोई इलाज है?

क्या हैंगओवर का वैज्ञानिक तौर पर कोई प्रामाणिक इलाज है? इसका जवाब है, नहीं. हैंगओवर का कोई इलाज नहीं है. कुछ लोगों का कहना है कि कच्चे अंडे, कॉफी, सेक्स या आइसोटोनिक ड्रिंक वगैरह से हैंगओवर की समस्या को दूर किया जा सकता है. हालांकि इनमें से कोई भी हैंगओवर को पूरी तरह दूर नहीं कर सकता. वे बस हैंगओवर के दौरान कम हो चुके पोषक तत्वों, तरल पदार्थों और एंडोर्फिन की भरपाई करते हैं.

इन सब के बीच एक अध्ययन में पाया गया है कि तेजी से हैंगओवर दूर करने का प्रभावी तरीका मल त्याग करना है. इसका कारण यह है कि शराब पीने के बाद इथेनॉल लंबे समय तक पेट और आंतों में रहता है और यह खून में अवशोषित होता रहता है. अध्ययन के लेखक इसे ‘आंतों का शराब पीना' कहते हैं.

आंत इथेनॉल को तेजी से अवशोषित करती है. इसका मतलब है कि मल त्याग करने से आंतों में मौजूद उस इथेनॉल को बाहर निकाला जा सकता है, जिसे अब तक रक्त में अवशोषित नहीं किया गया है. अध्ययन से पता चलता है कि हैंगओवर के लक्षणों को कम करने और लीवर को नुकसान से बचाने के लिए एक या दो बार मल त्यागना एक प्रभावी तरीका है.

हालांकि हैंगओवर से बचने का सबसे अच्छा तरीका है स्वस्थ जीवनशैली अपनाना और पूरी नींद लेना. अगर संभव हो, तो आप शराब पीना बंद कर दें. आपको कभी हैंगओवर नहीं होगा.

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